आज दोपहर समाचार आया था कि कल रात ही भोपाल जेल से फरार ८ कैदियों को भोपाल पुलिस ने भोपाल से कुछ ही दूर के एक गाँव के पास मुठभेड़ में मार गिराया है ....
और मेरे व्हाट्सएप ग्रुप में एक अंधभक्त मित्र द्वारा त्वरित पोस्ट डाल लिखा गया था जो जस की तस निम्नानुसार है : -
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" एसा ही करना चाहिए
पकडो और मारो
कुत्तो को जेल मे रखो नही ना court मे पेश करो क्योकि कानून अंधा जरुरत से ज्यादा है
न कोई मुकदमा न जेल। सीधे जन्नत।
मध्यप्रदेश पुलिस को बधाई "
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और ४-५ घंटे बाद भी मेरे ग्रुप में अभी तक किसी और की कोई प्रतिक्रिया नहीं ....
इसलिए अंधभक्त मित्र की उपरोक्त टिपण्णी के विरुद्ध मेरी प्रतिक्रिया ....
यानि क्या भक्त भी मान रहे हैं कि जो कुछ हुआ या होना चाहिए उसमें कानून के पालन की आवश्यकता नहीं ?? .. और आप या आपकी पुलिस ही ईमानदार न्यायसंगत ?? .... और न्याय इसी तरह हो जाना चाहिए या कर दिया जाना चाहिए ?? ....
मैं इसलिए ही ऐसी सोच से नफ़रत करता हूँ और मेरे व्हाट्सएप ग्रुप के ऐसा सोचने वालों और बकवास करने वाले मित्रों को धिक्कारता रहता हूँ .. और इसलिए ही चाहता हूँ कि इन भक्तों की चहेती सरकार का शीघ्र पतन हो - ताकि गुंडागर्दी ख़त्म हो और न्याय और कानून का राज्य स्थापित हो ....
कोई आपत्ति ?? ....
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