My blog is my reaction and analysis of the current Political and Social affairs of our country - India.
Tuesday 31 July 2018
// करो राजद्रोहियों को अंदर.. या 'देशभक्त गैंग' को बोल दो - खामोश रहें !!.. ..//
एक बार फिर हद्द हो गई !!..
अमित शाह को काले झंडे दिखाने वाली नेहा व रमा यादव नाम की २ लड़कियों को - जिन पर 'देशभक्त गैंग' द्वारा 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद' के नारे लगाने का भी आरोप लगाया गया था.. उनको भी ४० घंटों में ही जमानत दे दी गई ??..
तो फिर अब इस देश की अस्मिता का क्या होगा ??..
और अस्मिता तो छोड़ो.. इन दो खूंखार देशद्रोही लड़कियों (??) से इस देश की सवा सौ करोड़ जनता की सुरक्षा का क्या होगा ??..
और इससे भी अधिक संगीन प्रश्न तो ये भी उठता है कि क्या कोई भी देशद्रोही राष्ट्रद्रोही राजद्रोही जेल में नहीं रखा जा सकेगा ??.. क्या हमारी सरकार इतनी लचर और लाचार हो चली है ??..
ये प्रश्न इसलिए कि जेएनयू के ऐसे ही बताए गए प्रकरण में - जिसमें टुकड़े-टुकड़े वाले नारे लगे थे या लगवाए गए थे - जिसमें 'देशभक्त गैंग' की आज तक सुलगी पड़ी है और कन्हैया रोज़ ही इनकी सुलगी पर हवा करता रहता है - एक भी देशद्रोही राष्ट्रद्रोही राजद्रोही जेल में नहीं - और बेचारा ५६ इंची तक भी लाचार !!..
इसलिए आज तो मैं भी रौद्र रूप धारण कर भारत सरकार से मांग करता हूँ कि..
अब तक राष्ट्र विरोधी नारे लगाने वाले हर देशवासी को जेल के अंदर करो या फिर पूरी 'देशभक्त गैंग' को बोल दो कि चुप रहो - खामोश हो जाओ.. देश की बदनामी होती है - इज़्ज़त के फलूदे होते हैं - और सरकार और प्रधानसेवक का मज़ाक बनता है !!..
क्यों देशभक्त भक्तो !!.. आज तो मैने तुम्हारी ही पैरवी करी ना.. और अच्छी पैरवी करी है ना.. तो फिर आज तो धन्यवाद दे दो.. या फिर बोल दो कि तुम 'देशभक्त गैंग' में शामिल नहीं !!..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
// "आधार" पर फ्रेंच तोड़ू को सुझाव.. डेढ़ अक्कल मत बता.. ये ठेठ भारत है बच्चू !!.. ..//
"आधार" !!.. एक अनूठी महत्वाकांक्षी योजना.. जो "नामदारी" यूपीए की सोच थी.. यूपीए की ही देन थी .. और स्वयं की परिकल्पनाओं में निरंक "कामदारी" एनडीए के द्वारा इस योजना को आत्मसात किया गया.. पर इसकी आत्मा की ऐसी की तैसी करते हुए इसे भी नोटबंदी और जीएसटी जैसे ही सरकारी स्वार्थ हेतु तमाम उलझनों की भेंट चढ़ा दिया गया.. ..
और "आधार" पर अनेकों बाण चलने लगे - कुछ घातक कुछ फ़ोकट - कुछ सटीक कुछ राजनीतिक - कुछ सार्थक तो कुछ निरर्थक.. और इन सबका केंद्र बिंदु रहा देशवासियों की "निजता" और "डाटा-लीक"..
और तमाम आरोपों के बीच मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और चला और चलता रहा और अभी तक निर्णीत ना हो सका.. और इस दरम्यान उचंगी उचकी सरकार इस पर अपनी पोली ढपली पीटना जारी रखे रही.. पूरी राजनीति के साथ..
और इस ढपली पीटने के क्रम में कोई टीआरएआइ प्रमुख शर्माजी हैं जो उचक लिए !!.. और उचक कर चैलेंज दे बैठे कि ये लो मेरा आधार नंबर - उखाड़ ले कोई भी जो कुछ भी उखाड़ सके तो !!.. ..
और फिर कुछ ही घंटों में फ्रांस के किसी नागरिक ने - जो भारतीय मापदंडों के अनुसार भारत का राष्ट्रद्रोही हो जाता है - उसने शर्माजी की काफी सारी जानकारी सार्वजनिक पटल पर पटक मारी !!.. ..
पर जैसे पाकिस्तान सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बोलता रहा कि मुझे तो मार पड़ी ही नहीं और भारत सत्य बोलता रहा - मार दिया मार दिया.. ठीक वैसे ही शर्माजी बोल उठे.. मेरा तो कुछ उखड़ा ही नहीं !!.. ..
अब कर लो बात !!.. क्या कर लोगे ??.. जब तक सामने वाला नहीं मानेगा कि उसकी कोई निजता संबंधित जानकारी आधार नंबर के कारण लीक हुई तब तक कोई भी उखाड़ू क्या उखाड़ लेगा ??.. वो तो जो भी उखाड़ेगा उसे नकार दिया जाएगा.. .. मसलन मान लो कि उखाड़ू शर्माजी के बैंक का नंबर बता देगा तो शर्मा कह देगा इसमें कौन सी बड़ी बात है.. या फिर उदाहरणार्थ वो कुछ ऐसी संवेदनशील बात बता देगा कि शर्मा जी फलां फलां तारीख को मंत्री जी की बीवी को शॉपिंग कराने साउथ एक्सटेंशन ले गए थे और कार्ड से सवालाख रूपए का पेमेंट किया था तो भी ढीठ कह देगा इसमें भी कौन सी नई बात हुई ??.. ..
इसलिए मेरा फ्रांस के होनहार तोड़ू को एक सुझाव है.. ये भारत है - हिन्दुस्तान - इंडिया - यहां अपनी डेढ़ अक्कल का परचम फहराने का प्रयास ना करे.. यहां तुम से भी कई गुना शाने बैठे हैं - ये तुम्हारी दूसरी शादी भी करवा देंगे और तुम्हे बीफ खाने के जुर्म में अधर्मी और गुंडा भी ठहरा देंगे - और चरस गांजे हेरोइन का व्यापारी भी.. यानि तुम्हारा कैरक्टर और हुलिया और औकात सब ढीली कर देंगे - और तुम इनका बाल भी बांका नहीं कर सकोगे..
और मेरी बात पर विश्वास ना हो तो मालुम हो कि.. पूरा देश उलझा-सुलझा हुआ है और इस देश में सबको मालुम है कि तुम्हारे देश फ्रांस से भारत ने राफेल विमान कितने में खरीदा.. पर कस्सम से आज तक इस खुल्ली "गोपनीय" बात के रहस्य का किसी को पता भी नहीं चला - पर रहस्य का कारण पता चल चुका है.. ये भारत है बच्चू !!.. ठेठ भारत !!.. समझे ??..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Monday 30 July 2018
Saturday 28 July 2018
Friday 27 July 2018
// पासवान परिवार के चिराग ने सुलगा दी है.. और बेहतरीन प्रश्न खड़े कर दिए हैं ..//
मोदी और मोदी भक्त वंशवाद को सही कोसते थे..
और आज फिर उन्हें वंशवाद सुलगा गया..
पर इस बार फिलहाल मोदी के पाले में पड़े रामविलास पासवान के परिवार के चिराग पासवान ने एससी / एसटी एक्ट के बहाने दलितों की माचिस से अब मोदी वाली एनडीए की ही सुलगा दी है.. कह दिया है कि एससी / एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस गोयल द्वारा दिया निर्णय मंजूर नहीं - इसलिए सुप्रीम कोर्ट के द्वारा दिए गए निर्णय के विरुद्ध मोदी सरकार ८ अगस्त तक अध्यादेश ले आए अन्यथा ९ अगस्त से आंदोलन हो जाएगा - जो हिंसक भी हो सकता है..
और तो और मांग तो यहाँ तक की गई है कि जस्टिस गोयल को जिन्हें रिटायरमेंट के बाद एनजीटी का मुखिया बनाया गया है उन्हें तत्काल बर्खास्त किया जाए..
तो अब देखना होगा कि शाहबानो केस का उलाहना देने वाली - और न्यायालय के निर्णयों को स्वीकार करने और न्यायाधीशों के प्रति सम्मान बताने संबंधी मोदी भक्तों के थोथे दावों के परिप्रेक्ष्य में - और वंशवाद के साक्षात् 'चिराग' द्वारा सुलगाए जाने के बाद - अब मोदी सरकार क्या करती है ??..
और ये भी देखना होगा कि क्या इस बार मौकापरस्त और राजनीति की हवा पहचानने के विशेषज्ञ रामविलास के वंशवादी चिराग की दाल दलितों के नाम पर गलेगी ??
और सोचना ये भी होगा कि राम मंदिर पर कोर्ट का निर्णय मनमाफिक नहीं आने पर ये बेलगाम उद्दंडी लोग क्या-क्या करेंगे ??..
इनकी पोलें खुल रही हैं - छिलके छिल रहे हैं - चीथड़े उड़ रहे हैं - औकात का भाजीपाला भी हो रहा है.. और इनकी सुलग भी रही है..
और भक्त डरने लगे हैं कि असली पलटू दोगला नितीश के बजाय कहीं रामविलास पासवान ना निकल जाए.. या फिर कहीं दोनों ही दुलत्ती नहीं झाड़ दें.. तौबा !!..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// 'हमारे वाले' 'पाकिस्तानी फेंकू' से पिछड़ या पछाड़ दिए जाएं !!.. धिक्कार है भक्तों !!..//
हमारे बेचारे १८-१८ घंटे की हम्मालों जैसी छाती तोड़ मेहनत करने वाले प्रधानसेवक आजकल ३-४ दिन के कठिन क्लिष्ट कष्टप्रद बदनतोड़ विदेश दौरे पर हैं.. जहां बेचारे यूगांडा जैसे देश में धक्के खा रहे हैं.. और चीनी जिंग पिंग को सवा सौ करोड़ देशवासियों की तरफ से आँखें दिखा रहे हैं..
पर पीछे इस देश में लोग या तो पप्पू की झप्पी के बाद हँसते हँसते मजे से आँख मारने के बारे में बातें कर रहे हैं - या फिर केजरी की या फिर बाढ़ बरसात की या मराठा आंदोलन की या फिर दिल्ली में भूख से हुई मौतों या लिंचिंग जैसी घटनाओं की ही बातें कर रहे हैं..
और यहां तक तो फिर भी सहनीय था.. पर जब से हमारे वाले हिन्दुस्तानी को पूर्ण रूप से नज़रअंदाज़ करते हुए पाकिस्तान के फेंकू इमरान खान पर सब ध्यान केंद्रित कर दिए हैं तब से तो मैं बहुत कुछ सोचने पर मजबूर हो चला हूँ..
और मैं सोच रहा हूँ कि शुरुआत कहाँ से हुई थी जब समाचार आते थे कि.. ..
"लाइव एक्सक्लूसिव फोटो".. हमारे वाले साहेब घर से निकले - साहेब का विमान तैयार - साहेब पहुंचे - आधी आस्तीन का हलके पीले रंग का कुरता और सफ़ेद कढ़ाई वाला नारंगी पटका डाले प्रसन्न मुद्रा में - फलां फलां ने सलूट मारा और फलां ने गुलदस्ता दिया - साहेब ने साड़े 11-12 सेकंड वहां बातचीत करी - फिर साहेब बिना रेलिंग पकड़े सीढ़ियां चढ़ते 56 सेकंड में प्लेन के दरवाजे तक पहुंचे - पलटे - हाथ हिलाया - पलटे - और अंदर - और आगे की लाइव एक्सक्लूसिव फोटुएं आगे भी दिखाते रहेंगे..
और ऐसा साहेब के गंतव्य पर पहुँचने पर और वहां उतरते हुए और फिर वहां की हर हरकत पर भी "लाइव एक्सक्लूसिव फोटो" के साथ उच्च दर्जे की बहस और कूटनीति और राजनीति की बातें फोकटिया विशेषज्ञों के साथ पूरे दौरे के दौरान - और लौटते हुए भी - और लौटने पर भी - लगातार - लाइव - ब्रेकिंग - और एक्सक्लूसिव !!.. वो भी हर चैनल पर एक्सक्लूसिव !!..
पर आज वो सब कुछ नहीं.. बल्कि कुछ भी नहीं !!..
और यहां तक कि असहनीय और आपत्तिजनक और शर्मनाक भी.. क्योंकि मैं सब कुछ सहन कर लेता - पर हमारे वाले किसी भी पाकिस्तानी से पिछड़ जाएं या पछाड़ दिए जाएं - ये तो बर्दाश्त के बाहर ही हुआ ना !!.. और वो भी तब जबकि वो पाकिस्तानी अभी पीएम हुआ भी नहीं है और हमारे वाले तो इंशाअल्लाह ४ साल से ज्यादा हो गए काबिज़ हैं ही हैं.. है कि नहीं !!..
और बावजूद इतना सब कुछ अनिष्ट हो रहा है पर सारे भक्त और पूरा गोदी मीडिया इस पर बिना किसी उपयुक्त चिल्लाचोट हाथ पर हाथ धरे बैठा है ??..
अरे धिक्कार है ऐसी भक्ति और देशभक्ति पर !!.. समझे ??..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Thursday 26 July 2018
// क्यों भक्तों !!.. केजरीवाल को अक्षम्य गलती के लिए इस्तीफ़ा देना चाहिए ना ??..//
दिल्ली में ३ मासूम बच्चियों की दर्दनाक मृत्यु भूख के कारण हो जाती है.. इससे ज्यादा शर्मनाक बात और क्या हो सकती है..
और इसकी जवाबदारी केजरीवाल पर आती है.. और उनको इस जवाबदारी का वहन करना चाहिए !!..
क्यों प्रधानमंत्री मोदी जी !!.. मैंने सही कहा ना ??.. मेरी बात के आगे पीछे और कुछ कहने की आवश्यकता तो नहीं ना ????..
तो फिर केजरीवाल को इस्तीफ़ा भी दे देना चाहिए ना ??..
या फिर आप ही बताइए कि केजरीवाल को क्या करना चाहिए ??.. केवल जवाबदारी स्वीकार करने से तो बात नहीं बनेगी ना ????..
मोदी जी आजकल आप बकवास तो बहुत करते हैं पर चुप्पी साध कर !!..
आज मौका है क्या अपनी चुप्पी तोड़ेंगे ??..
और क्या भक्त भी जिम्मेदारों की जवाबदारी पर यानि केजरीवाल की जवाबदारी पर अपने चिरपरिचित गुस्से का इज़हार नहीं करेंगे ????..
भक्तों !!.. आज तो तुम्हारे पास भी एक मौका है.. इस दर्दनाक अक्षम्य घटना पर देशहित में अपनी आवाज़ बुलंद करने का.. तो मौके का फायदा उठा लो.. कल फिर मौका मिले या ना मिले ??..
क्योंकि ये चालाक केजरीवाल अपनी गलतियों से बहुत जल्द सीखता भी है और सुधार भी कर लेता है !!.. इसलिए इस विकट केजरीवाल के विरुद्ध भविष्य में ऐसा ताड़ू मौका मिले या ना भी मिले ??..
और इसलिए मेरा तो सुझाव है कि इस्तीफे से नीचे की मांग कर कहीं अपना स्तर ऊंचा मत कर लेना..
समझे मोदीजी के बरखुरदारों !!..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Wednesday 25 July 2018
Tuesday 24 July 2018
// भारतीय मुसलमान रकबर की हत्या "हिन्दू-मुसलमान" विषय के अंतर्गत नहीं ??.. ..//
राजस्थान में गाय की कथित अफरातफरी के आरोप में एक और नृशंस हत्या कर दी गई..
हमारे अलवर के भाई रकबर की हत्या कर दी गई.. जो एक भारतीय मुसलमान थे..
और क्योंकि रकबर एक भारतीय थे तो मेरा प्रश्न है कि क्या भारतीय हिन्दुओं को इससे पीड़ा होनी चाहिए कि नहीं ??..
और यदि भारतीय हिन्दुओं को पीड़ा होनी चाहिए तो उन का क्या किया जाए जिन भारतीय हिन्दुओं ने हत्या को अंजाम दिया या जिनका इस हत्या में आंशिक या पूर्ण या परोक्ष अपरोक्ष रूप से हाथ है.. या फिर जिन्हें पीड़ा ही नहीं हुई.. या फिर जो इस हत्या पर मन ही मन प्रसन्न हुए हों या दिख रहे हों.. या फिर बेशर्मी से ताल ठोकते दिख रहे हों..
मामला संगीन है !!.. क्योंकि सुनियोजित "लिंचिंग" द्वारा हत्या करने वाले - और जिसकी हत्या हुई - वो सभी भारतीय हैं और इंसान भी माने जाते हैं.. और क्योंकि प्रथम दृष्टया जानकारी अनुसार हत्या करने वाले हिन्दू और जिसकी हत्या हुई वो एक मुसलमान थे इसलिए ये मामला "हिन्दू-मुसलमान" हो जाता है..
पर मुझे इस बात की पीड़ा है कि जो गोदी मीडिया और जो भाजपाई या संघी पिछले कई समय से चीख-चीख कर हर बात पर "हिन्दू-मुसलमान" करते रहे थे.. एकाएक वो इस मामले में "हिन्दू-मुसलमान" नहीं करते दिखे.. वो बड़ी चालाकी से इसे मानवता इंसानियत का दुःखद मुद्दा बतलाते दिखे..
जबकि मेरा ऐसा स्पष्ट मानना है कि यदि राहुल का जनेऊधारी होना "हिन्दू-मुसलमान" हो गया था - तो फिर ये मामला भी तो स्वतः स्वाभाविक ही १००% "हिन्दू-मुसलमान" माना जाना चाहिए था.. है ना !!..
और इसलिए "हिन्दू-मुसलमान" विषय पर पीएचडी प्राप्त समस्त टुच्चों को आगे आकर बताना चाहिए कि इस घटना के पीछे कौन सी विकृत सांप्रदायिक या धार्मिक या वहशी मानसिकता दोषी है.. और वो स्वयं इस मानसिकता को जन्म देने और प्रोत्साहित करते हुए भड़काने और क्रियान्वित करने के कितने दोषी हैं ??..
यानि अब मानवता इंसानियत आदि की बातें करना उन टुच्चों को शोभा नहीं देता जो "हिन्दू-मुसलमान" के शौक़ीन हो चले थे.. धिक्कार है !!..
और बेवकूफ बन रहे भक्तों को छूट है कि यदि उन्हें मेरी बात समझ आ गई हो तो वे मानवता इंसानियत की बात करते हुए इस नृशंस जघन्य हत्या की "कड़ी निंदा" कर अपने भारतीय और इंसान होने का दावा कर सकते हैं.. !! भारत माता की जय !!
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Monday 23 July 2018
// रॉफेल पर भागीदार द्वारा बेवकूफों को बेवकूफ बनाने की कोशिश !!.. ..//
संसद में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान हुई बहस में दावा किया गया कि..
रॉफेल की कीमत नहीं बताई जा सकती !!..
ऐसी शर्त २००८ में यूपीए सरकार द्वारा किये गए सौदे के गोपनीय अनुच्छेद में ही शामिल थी..
पर कांग्रेस तो चीख-चीख कर सौदे की कीमत बता चुकी है..
तो क्या ये शर्त का उल्लंघन नहीं ????..
फ्रांस को इसपर आपत्ति नहीं ????..
भागीदार इस पर बोले नहीं ????..
अच्छा और तो और.. राफेल की कीमत के अलावा उससे भी अधिक आपत्तिजनक और महत्वपूर्ण बात जो कि अम्बानी की कम्पनी की सौदे में शामिल सहभागिता संबंधित थी - भागीदार उसको भी तो पूरी की पूरी हजम कर गए - और किसी भक्त ने भी अभी तक आगे पीछे से डकार नहीं मारी..
और गोदी मीडिया ने भी इस अनुत्तरित सपाट मुद्दे पर खामोश हो जाने में ही अपनी सलामती जान ली.. और भागीदारी होने की स्वच्छ ईमानदार प्रथा का या टुकड़े प्राप्ति के एवज़ में वफादारी का निर्वहन कर दिया !!..
तो भक्तों के परिप्रेक्ष्य में इसे क्या समझा जाए ??.. ..
भागीदार द्वारा बेवकूफों को बेवकूफ बनाने की कोशिश !!.. है ना !!
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// 'बेटा' संबित पात्रा और गालियां ही गालियां !!.. पितृपक्ष कमज़ोर - राहू(ल) हावी !!.. ..//
आजकल गोदी मीडिया में एक अलग ही बहार है.. और बहार है गालियों की.. और 'राहूल' की..
दरअसल हो ये रहा है कि राहुल फोबिया से ग्रसित चिल्लाचोट मचाने के महारथी संबित पात्रा को अब सब जान पहचान गए हैं और उसका बेहतरीन तोड़ भी ढूंढ निकाला गया है..
और तोड़ ये है कि अब लोग उसे उकसा देते हैं और बराबर की चिल्लाचोट मचा देते हैं और उसके बोलने पर वो भी लगातार बोलने लगते हैं और चिल्लाने पर चिल्लाने लगते हैं और टीवी एंकर की भी ऐसी की तैसी कर देते हैं - और उसके बाद संबित पात्रा 'राहूल-राहूल' चिल्लाता रहता है..
और जैसे ही वो थोड़ा शांत होता है अन्य प्रवक्ता फिर से शुरू हो जाते हैं - और फिर चिल्लाचोट और गालियां ही गालियां.. ..
यानि कुल मिला के माहौल ऐसा हो गया है कि जिस चैनल पर आजकल संबित पात्रा बहस कर रहे होते हैं वहां या तो वो गालियां खा रहे होते हैं या गालियां दे रहे होते हैं - और शोर के बीच 'राहूल-राहूल' की बांग दे रहे होते हैं..
और मुझे ये महसूस होने लगा है कि आजकल तो संबित पात्रा तक भी 'मोदी-मोदी' नहीं बोलते हैं या बोल पाते हैं - और वो इसलिए क्योंकि मोदी के पास और भक्तों के पास खुद का गिनाने बताने को कुछ है ही नहीं..
और इसलिए वो 'मोदी-मोदी-मोदी' के बजाय 'राहूल-राहूल' ही बोलते रहते हैं - और इसलिए राहुल छा रहे हैं और ट्वीटिया भी बहुत रहे हैं.. और मोदी अब तो राहुल के आगे काफी नर्वस दिखाई दे रहे हैं..
जी हाँ अब तक अकल्पनीय माने जाने वाली बात - राहुल के आगे मोदी नर्वस - और नर्वस के कारण फोकट उत्तेजित भी !!..
और जब से उसी पप्पू राहुल ने भरी सभा में नर्वस मोदी को छेड़ा है ना - तब से तो पूछो मत.. संबित पात्रा केवल चिल्लाते हुए गालियां ही नहीं दे रहे हैं.. बल्कि खिसिया भी रहे हैं.. मानो कोई 'बाप' को लताड़ गया हो..
यानि मानो.. 'बेटे' संबित पात्रा का पितृपक्ष कमज़ोर - और राहू(ल) हावी चल रहा है !!..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Sunday 22 July 2018
Saturday 21 July 2018
// क्या कल की "संसदीय लिंचिंग".. समलैंगिकता धारा ३७७ का उल्लंघन नहीं ??.. //
कल भरे सदन में..
एक छोटे छड़े ने एक बड़े छड़े पीएम को छेड़ दिया..
और तुम बात करते हो बेटियों महिलाओं की सुरक्षा की ??..
यानि जनता के सरोकार के सभी मुद्दे छोड़ सभी बात यही कर रहे हैं कि किसने किसको छेड़ दिया और कौन किससे छिड़ गया..
पर जनता के पैसे पर हुई १२ घंटे की मशक्क़त में किसने कौन से प्रश्न छोड़ दिए और किसने कौन से प्रश्नों के जवाब छोड़ दिए इस बारे में तो कोई बात ही नहीं कर रहा..
तो लगे हाथ एक दो प्रश्न मुझे भी छोड़ने की अनुमति हो..
अभी समलैंगिकता को अपराध मानने वाली धारा ३७७ के विरुद्ध प्रकरण सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है और बहस पूरी हो निर्णय आना लंबित है..
तो क्या इसी बीच दो छड़ों का खुल्लेआम संसद के अंदर ऐसी पप्पी झप्पी और आँख मटक्कम क्या धारा ३७७ के तहत अपराध की श्रेणी में या कोर्ट की अवमानना की श्रेणी में नहीं आता ??..
मेरा प्रश्न छोड़ने का उद्देश्य यही है कि क्या इस देश में कोई गरीब जनता के मुद्दों को भी तवज्जो देगा कि नहीं ??
कल संसद में "संसदीय लिंचिंग" हो गई.. और हर कोई मज़े ले रहा है.. है ना !!..
पर आज देश में गौरक्षा के नाम पर एक और "हत्यारी लिंचिंग" हो गई..
क्या एक भी जिम्मेवार टुच्चा क्षुब्ध नज़र आ रहा है ??..
या फिर क्या राफेल जहाज डील के बारे में जनता को संतोषजनक जानकारी तथ्य या जवाब मिल गए ??..
सोचिएगा !!.. दो छड़ों के सरोकारों से ऊपर उठकर भी कुछ सोचिएगा !!..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// जिनको पप्पू जबरन पप्पी-झप्पी डाल जाए वो "लिंचिंग" क्या ख़ाक रोक सकेंगे !!.. //
परसों सुप्रीम कोर्ट ने बेशर्म नकारा सरकार को लिंचिंग के मामले में जबरदस्त फटकार लगाईं..
और कल ही अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सरकार ने सारी फटकार को एक झटके में झटकार मारा..
और आज लिंचिंग की एक और घिनौनी दर्दनाक घटना को बेख़ौफ़ अंजाम दे दिया गया..
राजस्थान के अलवर में गौरक्षकों द्वारा एक और हत्या कर दी गई..
और मेरा धोतीपकड़ गृहमंत्री कह रहा था कि देश में सबसे बड़ी लिंचिंग की घटनाएं १९८४ में हुई थीं..
और मेरा फेंकू नकारा प्रधानमंत्री कह रहा था कि देश में लिंचिंग की घटनाओं के लिए राज्य सरकारें जिम्मेदार !!..
और जाहिल भक्त कह रहे हैं कि अविश्वास प्रस्ताव पर मोदी और राजनाथ ने धो डाला.. राहुल और विपक्ष के हर आरोप का चुन-चुन कर जवाब दिया.. जवाब दे दिया भई दे दिया.. धाँसू जवाब दे दिया.. मानो या ना मानो पर जवाब तो दे ही दिया..
और मैं सोच रहा हूँ..
जिनके दामन दागदार हों वो क्या ख़ाक अपराध रोक सकेंगे..
जिनके दिल दिमाग पसीजते ना हों वो क्या ख़ाक इन्साफ करेंगे..
जिनकी नीयत ही साफ़ ना हो वो क्या ख़ाक विश्वास योग्य बन सकेंगे..
जिनमें खुद कोई अक्ल न हो वो क्या ख़ाक बेअक्लों को काबू कर सकेंगे..
और जिनको पप्पू सरेआम जबरन पप्पी-झप्पी डाल जाए वो "लिंचिंग" क्या ख़ाक रोक सकेंगे !!..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Friday 20 July 2018
// अरे डरपोक !!.. वो गले लगने आया था.. कुर्सी पर बैठने नहीं !!.. ..//
राहुल गाँधी आज भाषण देने के बाद मोदी की कुर्सी तक पहुंचे और उन्हें गले लगाने के लिए खड़े होने का आग्रह करने लगे..
पर मोदी डर गए.. उन्हें लगा राहुल उनकी कुर्सी छीन खुद कुर्सी पर बैठने आए हैं..
और इसलिए वो अपनी कुर्सी पर से खड़े तक नहीं हुए..
और इस बात का खुलासा स्वयं मोदी ने अपने जवाबी भाषण में कर दिया है..
राहुल सही कह रहे थे.. डरो मत !!.. डरो मत !!..
डरपोक कहीं के !!..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// आँख ही मारी गई है ना.. इनकी इज़्ज़त के कचरे हो गए क्या ??.. ..//
मेरी भी उम्र हो गई.. और सैकड़ों बार मैने संसद में माननीय जन प्रतिनिधियों को हद दर्जे की चिल्लाचोट करते जूतम-पैजार करते गाली-गलौजे करते तोड़-फोड़ करते और निहायत असंसदीय और अमर्यादित और वहशियाना व्यवहार करते झूठ बोलते मक्कारी करते और यहां तक कि पोर्न फिल्म देखते भी देखा है..
पर हाय !!.. कुर्बान जाऊं ऐसी मासूमियत पर कि एक "आँख मारने" पर छुई-मुई हो छिड़ गए !!.. और सब ऐसे खिसिया शर्मा रहे हैं और चिल्ला भी रहे हैं और शिकायत भी करने लगे हैं जैसे इनका बलात्कार हो गया हो..
लगता है शायद इनके साथ कुछ सही में बलात गलत तो हो ही गया है.. जैसे कि इनकी इज़्ज़त के कचरे हो गए हों.. बेचारे !!
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// राहुल "मोदी पप्पू" के गले पड़ गए हैं.. !! सावधान !!.. ..//
राहुल गाँधी का भाषण हो गया..
और मेरी त्वरित प्रतिक्रिया..
राहुल छा गए.. राहुल ने मोदी को 'पप्पू' बना दिया..
पर साथ ही पप्पी-झप्पी डाल कर मुझे डरा भी दिया.. कि कहीं ये मिली-जुली नूरा कुश्ती तो नहीं ????..
खैर जो भी हो.. मोदी की नफरत घृणा हिंसा साम्प्रदायिकता की राजनीति से तो ये पप्पी-झप्पी लाख दर्जे भली !!..
और हाँ एक बात और - आज मुझे ये भी लगा कि राहुल "मोदी पप्पू" के गले पड़ गए हैं.. !! सावधान !!
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// भूचाल तो आया हुआ है.. पर मोटी चमड़ी को फ़िक्र कहाँ.. ..//
जो फिक्रमंद लोग ये सोच रहे हैं कि आज संसद में भूचाल आ जाएगा उन पर तो तरस ही आता है..
पर जो बेफिक्र लोग ये सोच रहे हैं कि कोई फर्क ही नहीं पड़ेगा उनकी मोटी चमड़ी को धिक्कार !!..
और मेरी सोच ये है कि देश में भूचाल तो आया ही हुआ है.. और सांसद कम्पन महसूस कर रहे हैं.. और देश की गरीब जनता डरी हुई है.. एक के बाद एक झटके महसूस कर रही है.. और थर-थर कांप रही है..
इसलिए जिसने अपने प्रतिकार से भूचाल लाने का जुमला छोड़ा.. उसकी हिम्मत की सराहना.. और उसके प्रयास को समर्थन !!.. !! जय हिन्द !!
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Thursday 19 July 2018
// आंकड़े की अकड़ ठीक नहीं प्यारे !!.. ये आंकड़े तो पलटने वाले हैं !!.. ..//
कल से ही गोदी मीडिया पर कुछ अक्कल के अकाल वाले टीवी भक्त - गणित में कमजोर पर गड़ना के अभ्यस्त - कैलकुलेटर पर कैलकुलेशन कर घंटों की बहस बकवास कर केवल एक मिनिट की जगजाहिर बात पर ताल ठोंक रहे हैं कि मोदी सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव गिर जाएगा.. और वो भी गड़ना के आंकड़ों के साथ !!..
और मुझे लग रहा है कि अविश्वास योग्य मोदी और उनकी सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव तो यकीनन गिर जाएगा पर इसके साथ ही गिरी हुई सरकार का इकबाल भी और गिर जाएगा.. और गिरा इकबाल इसलिए भी और गिर जाएगा क्योंकि मोदी के 'विकास' का अता-पता नहीं है - और 'विकास' के बजाय मोदी का 'विकार' आजकल आवारा जैसा गली-गली घूम फिर रहा है.. जिसके बारे में कल सदन में चर्चा होने की संभावनाएं हैं..
इसलिए कहता हूँ कि..
आंकड़े की अकड़ ठीक नहीं प्यारे !!.. ये आंकड़े तो पलटने वाले हैं !!..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// एलोवेरा - बनाम - मोदी .. ..//
यदि आप ये सोच रहे हैं कि मैं एलोवेरा और मोदी दोनों के फायदे गिनाने वाला हूँ तो आप गलत हैं - क्योंकि एलोवेरा तो उपयोगी और फायदेमंद मान लिया गया है - पर मोदी अनुपयोगी और हानिकारक..
पर फिर भी दोनों में समानताएं हैं.. एलोवेरा और मोदी दिखते टनटनाट हैं और दोनों के कांटे भी ऊपर से ही दिख जाते हैं..
फिर दोनों ही पिछले ४-५ साल में बहुत चर्चा में रहे..
और दोनों की ही गजब की मार्केटिंग हुई..
जिस सामान्य साधारण उपयोगी एलोवेरा की कोई विशेष डिमांड नहीं थी देखते-देखते ऐसी डिमांड हुई कि लगता है एलोवेरा बिना कोई औषधि नहीं कोई खाद्य पेय व्यंजन नहीं और ज़िंदगी ज़िंदगानी नहीं..
ठीक वैसे ही जैसे एक चाय बेचने वाले सामान्य साधारण मोदी की ऐसी डिमांड बढ़ी जैसे कि इसके अलावा तो किसी समस्या का हल ही नहीं और इसका तो कोई विकल्प ही नहीं और भक्तों की तो इसके बिना कोई भक्ति नहीं और औकात भी नहीं..
और एलोवेरा और मोदी दोनों को सफल बनाने में सोशल मीडिया का बहुत बड़ा हाथ रहा.. जब देखो तब व्हाट्सएप्प यूनिवर्सिटी पर सैकड़ों वैद्यराज और भक्त दिन भर पेलते रहते हैं..
और सरकारी विज्ञापनों में भी एक तरफ मोदी का एक ठूंठ जैसा चेहरा चिपका रहता है - और एलोवेरा के ज्यादातर विज्ञापनों में दो ठूंठों के चेहरे चिपके रहते हैं और लिखा रहता है दो घूँट जिंदगी के..
अब तो हद्द यहाँ तक हो गई है कि किसी भी प्रकार की बीमारी या सौंदर्य प्रसाधन की कोई भी क्रीम हो तो उसे एलोवेरा युक्त ही बताया जाता है.. और देश की कोई भी उत्पन्न की गई समस्या हो तो उसका समाधान भी मोदी युक्त ही बताया जाता है..
और आगे क्या भरोसा.. एलोवेरा युक्त पान गुटखा सिगरेट चाय कॉफी और दारू को सेहत के लिए उपयोगी बताया जाएगा.. और गुप्त रोगों के समाधान के लिए भी मोदी को ही विशेषज्ञ बताया जाएगा..
खैर मैं तो मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ हूँ - और इसलिए - मुझे ना तो उपयोगी एलोवेरा की कोई जरूरत है.. और ना ही अनुपयोगी मोदी मुझे पसंद है.. बाकी आपकी आप जानें - और भक्त अपनी जानें.. है ना !!..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Wednesday 18 July 2018
// '५० सांसदों की गिनती' हेतु सुमित्रा महाजन में हिम्मत और दक्षता आ गई होगी ??..//
आज से संसद का मॉनसून सत्र शुरू हो रहा है.. और एक बार फिर मोदी सरकार के विरुद्ध 'अविश्वास प्रस्ताव' का नोटिस देने की खबरें भी आ चुकी हैं..
मोदी विश्वास योग्य नहीं हैं !!..
और यकीनन पूर्व में बजट सत्र के दौरान विपक्ष के कई अविश्वास प्रस्ताव क्रियान्वित नहीं होने दिए गए थे.. और कारण बहाना था कि स्पीकर ५० सांसदों की गिनती ही नहीं कर सकीं थीं..
और मुझे अभी भी विश्वास नहीं है कि सुमित्रा महाजन ने बजट और मानसून सत्रों के बीच के अवकाश में ५० सांसदों की गिनती कर लेने की हिम्मत और दक्षता हासिल कर ली होगी..
और मेरे विश्वास / अविश्वास का कारण है कि मोदी पिछले बजट सत्र के मुकाबले अब और कमज़ोर बदनाम हास्यास्पद आपत्तिजनक हानिकारक और 'अविश्वासयोग्य' हो चुके हैं..
और मेरे मतानुसार सुमित्रा महाजन स्पीकर की भूमिका में निष्पक्ष नहीं हैं.. और उन्हें अपने पद की मर्यादा का विशेष ध्यान भी नहीं है.. और वो निष्पक्षता बघारने या प्रदर्शित करने की परवाह भी नहीं करती हैं..
खैर जो भी हो.. अब तो मेरी केवल एक ही इच्छा और आशा है कि.. सुमित्रा महाजन अब ५० सांसदों की गिनती कर सकें और मोदी सरकार का ये अंतिम सत्र हो.. आमीन !!
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Sunday 15 July 2018
Saturday 14 July 2018
// जो टुच्चे 'पाकिस्तान' भरोसे हों - उन्हें पाकिस्तान भेजो.. या फिर .. .. .. //
आज फिर भक्तू ने व्हाट्सएप पर कहीं से आया मनगढ़ंत फूहड़ मैसेज चेंपा.. ..
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गजब माहौल है आजकल भारत का, और पाकिस्तान का अगला चुनाव भी गजब है.. ..
पाक का हर नेता कह रहा है, "तुम मुझे वोट दो, मैं मोदी जैसा काम कर के दिखाऊँगा।"
और भारत के नेता कह रहे हैं कि.. ..
"अगर आगे भी मोदी को वोट दिया, तो भारत पाकिस्तान बन जाएगा।"
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और भक्तू को मेरा दोस्ताना जवाब.. ..
और इससे ही ये सिद्ध होता है कि पाकिस्तान जाहिल पागल बकवास देश है.. बेवकूफ कहीं के.. उन्हें क्या पता असलियत क्या है !!..
और भक्तू तब से खामोश है..
बात भी नहीं कर रहा है.. दोस्ती का हवाला देने लगा है.. बेचारा !!..
और भक्तू सहित समस्त भक्तों को मेरा धिक्कार !!.. बेशर्मों क्यों पाकिस्तान के पीछे छुपते हो.. और पाकिस्तान के नाम से घृणित राजनीति करते हो.. पाकिस्तान क्या करता है क्या बकता है कब और क्यों खुश हो जाता है - बस दिन रात इसी पर बकवास करते रहते हो.. पर पाकिस्तान के विरुद्ध जब कार्यवाही नहीं होती है तो बुज़दिल मक्कार नकारा नालायक बेशर्म बने रहते हो..
और इसलिए मुझे लगता है कि - जिन टुच्चों को पाकिस्तान से शिकस्त खा जाने का पछतावा ना होता हो और शर्म भी ना आती हो - और जिन्हें दिन रात पाकिस्तान का जाप करने की आदत हो गई हो - और जिनकी हिन्दुस्तान में दुकान पाकिस्तान के भरोसे या राम भरोसे या हिन्दू-मुसलमान वाले जुमलों और विज्ञापन के भरोसे ही चल रही हो - उन्हें तो पाकिस्तान भेजने वाले हिन्दुस्तानी एजेंट भाजपाई माननीय गिरिराज सिंह के हवाले कर दिया जाना चाहिए.. जो इन सभी टुच्चों को पाकिस्तान भेज सके !!..
और यदि गिरिराज भी ऐसे टुच्चों को पाकिस्तान नहीं भेजें तो इन सबको मानव ढाल के रूप में जीप के आगे बाँध जीप ऐन सीमा पर तैनात कर देनी चाहिए.. और देखना चाहिए कि पाकिस्तान इन्हें मारता है अथवा नहीं ??.. ..
मेरा दावा है - दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा !!.. ..
आपका क्या ख्याल है ??.. ..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Friday 13 July 2018
// मज़ा तो अब आएगा !!.. अब जाकर दिल्ली में भी बारिश-बाढ़ जो शुरू हो गई है.. //
आजकल शहर-शहर बाढ़ के समाचार आते रहे और उस पर नीरस और बिना किसी नतीजे की बहस भी डूबी हुई गीली-गेली गिलगिली गोदी मिडिया पर होती रही..
और मज़ा नहीं आया.. क्योंकि बहस में यही निकल कर आया कि बाढ़ के लिए कोई इंसान जवाबदार नहीं पाया गया.. जवाबदार था तो ईश्वर अल्लाह.. या समुद्र.. या पिछली सरकार की नाकामियां.. या अभूतपूर्व बारिश.. या जनता की बदकिस्मती.. या जनता के द्वारा फेंके कचरे से नालों का चोक हो जाना.. या समाज में बढ़ते पापों के कारण - या लोगों का अधर्मी या नास्तिक हो जाना - या पाठ पूजा या हवन का ना होना.. या मेंढक-मेंढकी.. आदि !!..
और ऐसा इसलिए हो पाया क्योंकि अभी तक दिल्ली में तो बाढ़ आई ही नहीं थी !!..
पर अब इंतज़ार ख़त्म.. दिल्ली में भी बारिश-बाढ़ की खबरें आज से आने लगी हैं.. और अब सुनियेगा कि दिल्ली की बाढ़ के लिए एक इंसान जिम्मेदार होगा - जो क्रांतिकारी मर्द केजरीवाल होगा !!..
और अब देखिएगा अंजना की चहक तिहाड़ी की दहाड़ अर्नब का दुःख रजत का दर्द और दीपक का गुस्सा.. ..
पर सावधान !!.. हो सकता है कि इस बार आपको पूरा मज़ा ना आए.. क्योंकि जिस तरह से कूड़े का ठीकरा बैजल के सर फूट गया है या फोड़ दिया गया है.. हो सकता है बाढ़ में भी चड्डी गीली उसकी ही हो !!..
और यदि आप भक्त नहीं हैं तो शायद आप दिल्ली की बाढ़ को भी अन्य शहरों की बाढ़ के समकक्ष ही मानते हुए इस देश में जितने भी टुच्चे हैं उनको धिक्कारेंगे और उन्हें सबक सिखाने के लिए नई नायाब पहल के बारे में सोचेंगे.. मसलन हो सकता है कि आप मेंढक-मेंढकी की शादी कराने वालों की 'बैंड-बाजा-बारात' निकाल उन्हें जूते सुंघा उन्हें बाढ़ के जल से नहला बाढ़ में छोड़ देने के बारे में सोचेंगे.. और रवीश कुमार की भाषा में अपने आपको "जनता" बनाने का संकल्प लेंगे !!..
और जो भक्त हैं वो तो दिल्ली की बाढ़ के लिए पानी पी पी कर केजरीवाल को गालियां दे देकर अपनी पूरी शक्ति के साथ भक्ति का निर्वहन करेंगे.. और बरसात बाद थक हार चुल्लू भर पानी में डूबने से मना कर देंगे.. क्योंकि भक्तों की महिमा तो होती ही है अपरम्पार !!..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// "हिन्दुस्तानी हिन्दुओं" !!.. "हिन्दू पाकिस्तान" की बजाय "हिन्दू हिन्दुस्तान" चलेगा ??..//
कई
बयानवीर कई बार विलाप
आलाप चुके थे कि हिन्दुस्तान
तो हिन्दू राष्ट्र है - इसलिए इसे "हिन्दू राष्ट्र" घोषित कर देना चाहिए..
..
अब
इतनी संजीदा और अनुपयोगी बात
पर देश में सिरफुटव्वल के साथ ही
लिंचिंग तक भी जारी
ही थी.. कि एक और
विंध्वंसक वीर ने गरम माहौल
को निर्धारित उच्च तापमान पर पहुंचाते हुए
एक और फितूर बयान
जारी कर दिया है
कि..
यदि
भाजपा २०१९ में दोबारा सत्ता में आती है तो हिन्दुस्तान
"हिन्दू पाकिस्तान" बन जाएगा !!..
और
ऐसा बयान देश के वीरों को
इसलिए मान्य नहीं है क्योंकि हमारे
देश के अनेक फोकटिया
वीर भी तो अनेकों
बार ये फ़ोकट बयान
दे चुके हैं कि पाकिस्तान को
मुंहतोड़ जवाब देना है - क्योंकि पाकिस्तान हमारा दुश्मन है - क्योंकि पाकिस्तान जब देखो तब
नापाक हरकतें पटकता ही रहता है
वो भी बड़े आराम
से बिना रुके टुके - यहाँ तक कि सर्जिकल
स्ट्राइक के बाद भी..
और इसलिए हमारे देश के किसी भी
मामले में नापाक "पाकिस्तान" नाम का घालमेल बर्दाश्त
नहीं हो सकता.. ..
और
इसलिए हिन्दुस्तान या भारत या
इंडिया के नाम को
बदलने के कुप्रयास करने
वालों को - या फिर उसकी
परम्पराओं मान्यताओं मिजाज पहचान या संवैधानिक प्रावधानों
पर टुच्चे बयान देने वाले समस्त टुच्चों को - मेरा एक प्रश्नीय सुझाव..
..
क्यों
भाई !!.. यदि अकल्पनीय दुर्भाग्यवश भाजपा २०१९ में दोबारा सत्ता में आती है तो - अपने
देश को "हिन्दू पाकिस्तान" की बजाय "हिन्दू
हिन्दुस्तान" कह दिया जाए
तो चलेगा क्या ??.. ..
और
जो भक्त अति सकारात्मक हो मेरे सुझाव
का समर्थन करें तो वो यह
भी बताएं कि फिर क्या
इस देश के हिन्दुओं को
"हिन्दुस्तानी हिन्दू" बोला जाएगा तो भी चलेगा
ना ??..
और
फिर तो नेपाल में
रहने वाले नेपाली हिन्दू और इंडोनेशिया में
रहने वाले इंडोनेशियाई हिन्दू और बांग्लादेश में
रहने वाले बांग्लादेशी हिन्दू और पाकिस्तान में
रहने वाले "पाकिस्तानी हिन्दू" ही कहलाएंगे ना
??.. यानि हिन्दुओं में भी दरार ??.. तौबा
!!..
भक्तों
से एक बार फिर
निवेदन है कि ये
दिल दिमाग की राष्ट्रीय बात
है - कोई घिसी पिटी "हिन्दू- हिंदुत्व" की बात नहीं
- इसलिए जरूरी भी नहीं कि
वो इस विषय में
अपने दिमागी खोके में फ़ोकट खलल उत्पन्न करें.. उससे बेहतर तो होगा.. खामोश
!!.. ..
ब्रह्म
प्रकाश दुआ
'मेरे
दिमाग की बातें - दिल
से':-
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Wednesday 11 July 2018
Tuesday 10 July 2018
// मोदीराज में विदेशी गुफा से सुरक्षित निजात पर.. मोदी और सुषमा आंटी को बधाई !!..//
१७ दिन से गुफा में फंसे १२ बच्चों और उनके एक कोच को सुरक्षित बाहर निकाल लेने पर पूरा विश्व खुशियां मना रहा है !!..
पर मोदी को विशेष फ़ोकट बधाई फेंक के !!.. क्योंकि ७० साल में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था.. और ऐसा हमेशा की तरह पहली बार मोदीराज में ही हुआ है !!..
और क्योंकि मामला थाईलैंड का है यानि विदेश का है - इसलिए हमारी विदेश मंत्री कहलाए जानी वाली सुषमा आंटी को भी बधाई !!..
अब देखना ये है कि उपरोक्त उपलब्धि पर जो विदेशी फ़ोकट में ही फूल कर कुप्पा हुए जा रहे होंगे - क्या वो हमारे देश के पहुंचे हुए बाबाओं की गुफाओं में फंसी अबलाओं को भी कभी निकाल पाएंगे ??..
हाँ नहीं तो फ़ोकट बात करते हैं जैसे कोई बड़ा तीर मारा हो !!.. जबकि गुफा भी और बच्चे भी १७ दिनों से दिख रहे थे.. लेकिन हमारे बाबाओं की गुफाओं को तो कोई भी मरदूत १७ साल में भी कभी देखने की हिम्मत नहीं जुटा पाया.. बहुत हुआ होगा तो दिमाग और आँख में पट्टी बांध कुछ टुच्चे अंदर गए होंगे और कुकर्म कर बाहर आ गंगा नहा गए होंगे.. ..
और जहां तक ये 'अंडरवाटर' वाली बात है तो मेरा चैलेंज है कि इस पर भी इतराने की जरूरत नहीं है - क्योंकि आजकल हमारे तो शहर के शहर और तो और विधानसभा भवन भी 'अंडरवाटर' ही हुए पड़े हैं.. और बावजूद इसके देश के गरीब और आम आदमी भी अपनी जान हथेली पर रख मजबूरन अपने-अपने रोज़ी-रोटी के काम निरंतर करते रहते हैं..
और तो और देश का सबसे बड़ा टुच्चा निडर हो गज़ब के करतब और हिम्मत दिखाते हुए बिना किसी मास्क या विशेष उपकरण ऊपर छाता लगाए हाथ में जूते पकडे हुए कैमरे के सामने हँसते हुए कमर तक के पानी में पूरी बेशर्मी के साथ मज़े में चलता फिरता दिख जाता है.. और ये वायरस टीवी पर वायरल भी हो जाता है..
क्यों भक्तों.. अब गुफा वाली बातें तुम से और तुम्हारे करतबी पात्रा से बेहतर तो कोई और नहीं जानता ना !!.. तुम सब तो एक्सपर्ट जो ठहरे !!..
तो बताओ ना.. कैसी कही ??..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Monday 9 July 2018
// मुन्ना बजरंगी कुत्ते की मौत क्यों कैसे और किसके द्वारा मारा गया ??.. ..//
मुन्ना बजरंगी
मारा गया.. गोली से मारा गया.. जेल में मारा गया..
यानि कानून
के शिकंजे में रहते मारा गया..
और यकीनन
कानून के संरक्षण में मारा गया..
और तब मारा
गया जब कानून अपना काम कर रहा था..
और कानून
जिनके हाथ में था उनके ही सहयोग से मारा गया..
और कानून
था जेल का..
और जेल थी
जेलमंत्री के संरक्षण में - जो था मुख्यमंत्री भी..
और जेलमंत्री
/ मुख्यमंत्री को संरक्षण था प्रधानमंत्री का..
तो कैसे कहा
जाए - बेचारा मुन्ना बजरंगी बेभाव मारा गया ??..
जबकि वो तो
कुत्ते की मौत मारा गया..
क्योंकि वो
उसके जैसे ही कुत्तों द्वारा मारा गया..
क्योंकि हर
कुत्ते के दिन आते हैं..
और हर कुत्ते
की मौत भी आती है..
कल मुन्ना
का दिन था..
इसलिए कल
मुन्ना ने मारा था..
पर आज मुन्ना
मारा गया..
और कल मुन्ना
को मारने वाला भी मरेगा..
और वो भी
कुत्ते की मौत मरेगा..
क्योंकि मुन्ना
भी कुत्ते की मौत मारा गया..
तो क्या कुत्ता
भी मरेगा ??..
मरेगा जरूर
मरेगा !!.. आमीन !!..
तो क्या डॉगी
भी मरेगा ??..
मरेगा जरूर
मरेगा पर कुत्ते की मौत नहीं मरेगा..
क्योंकि डॉगी
एक बेज़ुबान जानवर है..
कोई कुत्ता
नहीं !!..
और यही बात
समझने की है..
क्योंकि ये
बात कोई कुत्तई जुमला नहीं..
तो समझ आया
ना कि मुन्ना बजरंगी क्यों कैसे और किसके द्वारा मारा गया ??..
ॐ शांति ॐ
!!
ब्रह्म प्रकाश
दुआ
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की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
// भगवान राम यदि रेप नहीं रोक पाएंगे.. तो इन टुच्चों का सफाया भी नहीं कर पाएंगे !!..//
बैरिया यूपी से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने दावे के साथ कहा है या बका है या उनसे बकवाया गया है कि..
"भगवान राम भी आ जाएंगे तो इन घटनाओं (रेप) पर नियंत्रण कर पाना संभव नहीं है। यह समाज का स्वाभाविक प्रदूषण है, जिससे कोई भी वंचित नहीं रहने वाला है" !!..
मेरी प्रदूषण रहित स्वाभाविक सी प्रतिक्रिया.. ..
तो क्या मान लें कि ऐसी टुच्चई की प्रतियोगिता में 'मुल्ला मुलायमसिंह' हाशिये पर चले गए हैं जिन्होंने रेप के ही सन्दर्भ में एक वाहियात बात बोली थी कि - "बलात्कार (रेप) के मामलों में फांसी की सजा देना गलत है। लड़कों से गलतियां तो हो जाती हैं" ??..
और क्या स्वयं सुरेंद्र सिंह भी स्वाभाविक प्रदूषण रेप से वंचित नहीं रह गए हैं ??.. ..
पर इसके अलावा भी अब टुच्चों से कुछ बेबाक प्रश्न.. ..
भगवान् राम हाल फिलहाल कहाँ बिराजमान हैं ??
क्या भगवान् राम आएँगे - ऐसी कोई संभावनाएं हैं ??
और यदि भगवान् राम आएँगे तो क्या रेप रोकने के लिए आएँगे ??
और जब रेप रोकने के लिए आएँगे तो क्या चोरी डकैती दंगे फसाद रोकने के लिए किसी और को साथ लाएंगे या किसी और को भेजेंगे ??
और क्या भ्रष्टाचार को रोकने के लिए भगवान् राम कुछ नहीं करेंगे - और यदि नहीं करेंगे तो क्या लाचारी में या उन्हें भ्रष्टाचार पसंद है - और वो खाएंगे भी और खाने भी देंगे ??.. ..
और ये 'स्वाभाविक प्रदूषण' क्या होता है ??.. क्या ये वही प्रदूषण जैसा नहीं जो मुलायमसिंह ने फैला दिया था ये बोलकर कि - लौंडों से ये रेप जैसी गलतियाँ तो हो ही जाती हैं..
और यदि ये और वो 'स्वाभाविक प्रदूषण' कहलाता है तो फिर "कृत्रिम प्रदूषण" किस बला का नाम है ??.. वही ना जो संघ वीएचपी बजरंग दल भाजपा वाले संगठित रूप से असंगठित गुंडों बदमाशों अपराधियों से सहयोग का बलपूर्वक आदान प्रदान करवा फैलाते रहते हैं ??..
और टुच्चों !!.. यदि तुम इन सभी कामों के लिए भगवान् राम के भरोसे बैठे हो तो फिर ये बताओ कि ये मोदी किस काम के लिए बैठाए गए थे या बैठे थे और बैठे ही हुए हैं ??.. क्या रेप चोरी डकैती भ्रष्टाचार को करने और प्रोत्साहित करने के लिए ?? या भगवान् राम से युद्ध करने के लिए ??
ये प्रश्न मैं इसलिए पूछ रहा हूँ क्योंकि बलात्कार जैसे घिनौने मामले से भगवान राम के नाम को जोड़ देने की धूर्तता की गई है.. और बावजूद इसके सभी राम भक्तों और देशभक्तों और बुद्धिजीवियों और समझदारों का खामोश रह जाना मुझे यही इंगित करता है कि समाज में भक्तों और अंधभक्तों द्वारा फैलाए जा रहे 'कृत्रिम प्रदूषण' पर जैसा प्रतिकार होना चाहिए वैसा हो नहीं रहा है..
और इसलिए ही शायद २०१९ के आगामी चुनावों के मद्देनज़र "हिंदुत्व" के नाम पर एक धार्मिक ध्रुवीकरण करने की ये साज़िशें की जा रही हैं.. और वो भले ही सांप्रदायिक हिंसा में लिप्त दोषियों को सम्मानित करने की घटना हो या फिर उनसे जेल में जाकर मिलने और उन्हें प्रोत्साहित कर बाहर आ भड़काऊ ज़हर उगलने की शर्मनाक बातें.. ये सभी सोची समझी साज़िशें ही हैं.. और हारे हुए २०१९ के चुनावों को जीतने के कुत्सित प्रयास में छटपटाहट !!..
इसलिए मेरा समाज के जागरूक नागरिकों से निवेदन है कि कोई राम आपकी मदद करने आने वाले नहीं हैं.. समाज में फैलाए जा रहे 'कृत्रिम प्रदूषण' का और समाज के इन टुच्चों का सफाया तो आपको हमको सबको मिलकर ही करना होगा.. !! जय श्री राम !!
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Sunday 8 July 2018
// "बेल-गाडी" - "लिंच-पुजारी" !!.. वाह क्या "टुच्चई" है - और क्या जवाब है !!.. ..//
कांग्रेस को अब लोग "बेल-गाड़ी" बोलने लगे हैं.. मोदी
लोग कहते हैं आपकी सरकार बन गई है "लिंच-पुजारी".. मोदी से सिब्बल
और मैं कहता हूँ कि टुच्चई में मोदी जी ने अब तक की सभी सीमाएं तोड़ दी हैं..
इसलिए कभी टुच्चई के झंडाबरदार लगने वाले सिब्बल की बात अब मोदी के मुक़ाबले बिलकुल भी टुच्ची नहीं लगी.. बल्कि टंच सही लगी.. और मोदी के मुकाबले सिब्बल तो अब बिलकुल भी टुच्चे नहीं लगते.. लगता है अब ऊँट पहाड़ के नीचे आ ही गया है !!..
और मुझे लगता है कि हर टुच्चई की शुरुआत मोदी ने ही की है.. और हर बार जब किसी ने भी जवाब दिया है तो भक्तों को मिर्ची लगी है.. और मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार ये जो "लिंच-मिर्ची" है ना ये बहुत तीखी लगेगी - क्योंकि भक्त तो भक्त हैं कोई मेहनती "बैल" तो है नहीं जो थोड़ी बहुत अक्ल भी रखते हों !!..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Friday 6 July 2018
Thursday 5 July 2018
// "मी लॉर्ड" से "संवैधानिक टुच्चों" के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग और चुनौती ..//
मी लॉर्ड !!..
अगर कोई व्यक्ति एक बार संविधान की शपथ लेकर संवैधानिक पद को स्वेच्छा से होशोहवास में ग्रहण कर लेता है..
और उस पद से प्राप्त वित्तीय और अन्य सुविधाएं और लाभ भी सहर्ष प्राप्त करने लगता है..
और उसके बाद वो जाने या अनजाने - संविधान में क्या लिखा है उसको बिना पढ़े या बिना समझे - ऐसा असंवैधानिक कृत्य कर गुजरता है जिसके कारण जनता के पैसे का भी नुकसान हो जाता है - और जनता के अन्य अनन्य अहित भी हो जाते हैं..
और तो और जब उसके कृत्य संवैधानिक व्यवस्था के तहत न्यायालय से बदस्तूर गलत या त्रुटिपूर्ण या असंवैधानिक निर्णीत भी हो जाते हैं तो..
तो..
तो.. क्या ऐसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को मैं "संवैधानिक टुच्चा" कहकर या अन्य संसदीय अपशब्द कहकर अपने मन की भड़ास निकाल सकता हूँ कि नहीं ??..
और साथ ही जनता के पैसे सहित जनता के ही तमाम हुए अन्य अनन्य नुकसान के विरुद्ध ऐसे "संवैधानिक टुच्चे" से भरपाई वसूली की मांग कर सकता हूँ कि नहीं ??..
और क्या मैं यह कह सकता हूँ कि "संविधान" सर्वोपरि है.. पर "संवैधानिक टुच्चे" कदापि नहीं !!..
मी लार्ड !!..
यदि मेरे प्रश्न संवैधानिक दृष्टि से सही हैं और आपके अनुसार उचित भी - तो मैं आप से मांग करता हूँ कि..
दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग और वर्तमान में पदस्थ अनिल बैजल या अन्य जिम्मेदार जवाबदार दोषियों के विरुद्ध भरपाई वसूली सहित उचित कार्यवाही करने के निर्णय देने की कृपा करें.. अन्यथा आपके द्वारा दिया गया निर्णय संविधान की कसौटी पर पूर्ण रूप से खरा नहीं माना जा सकेगा..
और मुझे पूरी आशा है कि इस देश में शायद ही कोई अन्य व्यक्ति आपसे ज्यादा काबिल होगा जिसने संविधान को अक्षरशः पढ़ा होगा और समझा भी होगा.. और क्योंकि आपने भी उसी संविधान की शपथ लेकर पद ग्रहण किया है.. इसलिए मैं आपको उसी संविधान का हवाला देकर जनता के प्रति आपके अपने दायित्वों का निर्वहन करने की चुनौती भी देता हूँ..
आशा है आप मेरी मांग और चुनौती को स्वीकार कर अनुग्रहित करेंगे !!.. धन्यवाद !!
और भक्तों को सूचित हो कि जब बातें संजीदगी के स्तर को छू रही हों तो बिलावजह टांग अड़ा उनके जाहिल या टुच्चे होने के सबूत परोस कर दे देना उचित नहीं होगा.. अब तो सब को वैसे ही सब पता चल चुका है !!..
और भक्तों को समझाइश भी है कि अचंभित पतरा व अन्य द्वारा बताए अनुसार दिल्ली में केजरीवाल सरकार को मिली शिकस्त और एलजी को मिली अभूतपूर्व जीत के जश्न में गांजा भांग चरस का सेवन थोड़ा कम करेंगे तो बेहतर होगा !!.. समझे !!..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Wednesday 4 July 2018
// 'आप' का जश्न.. भक्तों का दुखड़ा.. कांग्रेस की खिसियाहट.. टुच्चों की अराजकता.. ..//
आज दिल्ली में केजरीवाल और एलजी के बीच अधिकारों की लड़ाई पर सुको का निर्णय आया..
हर समझदार को समझ आया कि निर्णय 'आप' पार्टी की केजरीवाल सरकार के पक्ष में आया..
केजरीवाल और आपियन्स ने इसे अपनी और दिल्ली की जनता की जीत माना और दिल से जश्न मनाया..
पर मोदी सरकार भाजपा और भक्तों की तो सुलगनी ही थी सो सुलग गई.. क्योंकि एक बार फिर अपने जानी दुश्मन केजरीवाल से पटखनी खा गए..
इसलिए जवाब में भाजपाइयों और भक्तों ने इसे मजबूरन और ढीढता से अपनी जीत बता डाला - पर आपियन्स जैसी खुशियाँ नहीं मना पाए - बल्कि रो-रो दिनभर केवल गोदी मीडिया प्रायोजित टीवी प्रोग्राम में मुंह लटकाए यही चिल्ला चोट करते रहे कि - जीत गए हम जीत गए - हार गया केजरी हार गया..
और कांग्रेस ने क्या किया ??.. हा !! हा !! हा !!..
बेचारे मंदबुद्धि अब तक भी निर्णय नहीं कर सके हैं कि इस निर्णय पर अपने आपको खुश होना बताया जाए या दुखी.. और इसी पशोपेश में उनके दिल का दुःख उनके व्यवहार से टपकता रहा.. और सभी कांग्रेसी कभी ख़ुशी कभी गम में रहते हुए खिसियाते रहे .. बेचारे बेगानी शादी में दीवाने अब्दुल्ला जैसे पेश आते रहे.. ..
और कुछ निम्नस्तर टुच्चे लोग विशेष रूप से पात्रा अंजना मनोज नुपुर - विशेष रूप से एक शब्द पर उछल कूद करते दिखे - और वो शब्द था - "अराजकता".. और मैं भी उनकी इसी खिसियानी अराजकता पर हँसते मुस्कुराते प्रसन्न हो स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करता रहा..
भगवान् ऐसे अराजक लोगों का बुरा-भला और भला-बुरा करे !!..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
// देश के भावी प्रधानमंत्री केजरीवाल को मेरी अनेक शुभकामनाएं !!.. ..//
जद्दोजहद
केजरीवाल की ..
मेहनत
केजरीवाल की ..
क़ाबलियत
केजरीवाल की ..
लड़ाई
जुझारू केजरीवाल की ..
निर्णय
सुप्रीम कोर्ट का ..
जीत
दिल्ली की जनता की
..
धन्यवाद
केजरीवाल को ..
बधाई
पूरे देश को ..
और
सुकून मिला है मेरे दिल
दिमाग को !!..
और
मोदी और भक्तों को
मेरा खुल्ला धिक्कार !!..
डूब
मरो चुल्लू भर पानी में
!!.. क्योंकि पिछले ३ सालों में
दिल्ली की जनता के
अधिकारों को जो कुचला
गया और जनता के
हितों की ऐसी की
तैसी की गई - उसके
पूर्ण जिम्मेदार मेरी राय में नकारा बदनीयत नाकाबिल अहंकारी स्वार्थी मोदी ही निर्णीत हुए
हैं !!..
और
अंत में देश के भावी प्रधानमंत्री
केजरीवाल को मेरी अनेक
शुभकामनाएं !!..
ब्रह्म
प्रकाश दुआ
'मेरे
दिमाग की बातें - दिल
से':-
https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
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