Thursday 28 February 2019

मेरी अपेक्षा है कि.. मोदी भी सबके साथ खड़े दिखें !!..


भक्त भी अब बेवकूफ होने के नाते मशहूर हैं..

// "देश नहीं मिटने दूंगा" .. बनाम .. ताजमहल नहीं बिकने दूंगा .. ..//


ये नीतिगत बात याद रखने योग्य है कि.. ..

जो स्वयं को देश से ऊपर समझने लगते हैं..
वो ही सदैव "मैं" "मुझे" "मेरा" कहते रहते हैं..
और देश के लिए हानिकारक होते हैं !!..

मसलन : जो कहता है "मैं देश नहीं मिटने दूंगा"..
वो या तो खुद को देश से भी बड़ा बतलाना चाहता है.. या अपने आपको सूरमा - जो पिद्दू होते हुए भी डींगे हांकने में महारथी है..
या फिर वो अपने देश को ही बिल्कुल कमज़ोर और कमतर बता खुद कुछ नहीं करते हुए भी देश को बचा ले जाने की वाहवाही लूटना चाहता है.. यानि सबकुछ हवा-हवाई !!.. 

जबकि वस्तुस्थिति ये है कि.. इस महान देश भारत के किसी भी स्वस्थ मस्तिष्क वाले नागरिक ने ना तो ये माना ना ये कहा ना ये महसूस किया ना ये ख्वाब में भी सोचा कि भारत मिटने वाला है.. और ना ही किसी ने इस पिद्दू सूरमा से गुहार लगाईं कि देश को बचा लो !!..

इसलिए जिस पिद्दू सूरमा ने ये जुमलेबाजी करी है केवल उसके मस्तिष्क के खलल को समझने की आवश्यकता है.. और अब तो डरने की आवश्यकता भी नहीं बची.. क्योंकि कुछ ही दिन बाद वोट मांगने के समय तो अब पलटीमार ये भी कहेगा कि "मुझे मिटने से बचा लो" - और उसका दंभ तो स्वतः ही चुनावों में मटियामेट होने वाला है !!..

और अंत में एक सच्ची घटना सुना दूँ.. एक बार मैं ताजमहल देखने गया था.. बाहर सड़क पर एक पागल चिल्ला रहा था.. ना तो मैं ये ताजमहल बिकने दूंगा ना ही किसी को इस ताजमहल का बाल बांका करने दूंगा !!.. और जब वो पागल ये बात कह रहा था तो लग रहा था बहुत संजीदगी से ही कह रहा था.. .. 

और याद रहे.. " मैं भले ही एक साधारण नागरिक हूँ पर मैं हमेशा बहैसियत कोशिश करता रहूंगा कि मेरे महान देश को कोई अपमानित नहीं कर सके - क्योंकि मेरे लिए देश सर्वोपरि है "..
जय हिन्द !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

Wednesday 27 February 2019

बातचीत ??..


इमरान ने मोदी को झटका दिया ??


// अब पाकिस्तान से डरने की नहीं.. पर चीन से सजग रहने की जरूरत रहेगी ..//


अब कई संजीदा लोग कह रहे हैं कि पाकिस्तान बदले की कार्यवाही करेगा..
इसलिए पाकिस्तान से सजग रहने की आवश्यकता है..

और मेरा विश्वास ये है कि अब तो शुरुआत हो ही गई है - और जब कभी भी जरूरत पड़ेगी तो ऐसी ही २-४-१० कार्यवाही हमारी यशस्वी सेनाओं द्वारा बेरोक-टोक कर दी जाएंगी.. और पाकिस्तान का निपटारा हो जाएगा..

पर हाँ चीन से सजग रहने की आवश्यकता है..
वो इसलिए भी कि जैसे हम पाकिस्तान से ज्यादा शक्तिशाली हैं वैसे ही चीन शायद हमसे ज्यादा शक्तिशाली है..

और शायद इसलिए ही ये व्हाट्सएप या फिर सोशल मीडिया पर भी चीन से युद्ध करने की बात अभी तक किसी भी उचके पिचके भक्त या अंधभक्त या सामान्य नागरिक द्वारा नहीं कही गई है..

और प्रतिस्पर्धा या युद्ध में जीत की संभावनाएं प्रायः शक्तिशाली की ही होती हैं..

इसलिए अब पाकिस्तान से डरने की जरूरत नहीं - क्योंकि उसका इलाज तो अब शायद लाल आँखे दिखा कर ही हो जाएगा.. पर चीन से सजग रहने की जरूरत रहेगी !!..

और हाँ पाकिस्तान हो या चीन या फिर अमेरिका.. इन पर किसी भी प्रकार का भरोसा कर लेना.. या इनकी कही पर उचकना लचकना इतराना भी बिन बुलाई समस्याओं का कारण बन सकता है..

और अब सफलता के समय उन्मादी अहंकारी होना या फिर अंदरूनी चुनावी राजनीति करना और अनुचित श्रेय बटोर लेने की कुत्सित ओछी कोशिशें करना भी कदापि देशहित में नहीं हो सकता !!..

जय हिन्द !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Tuesday 26 February 2019

जब भौंकते कुत्ते को लट्ठ पड़ जाए तो.. ..


यानि कुछ तो भी मुमकिन है !!..


// "युद्ध" के मद्देनज़र - मोदी को समझाइश !!.. ..//


पाकिस्तान से युद्ध शुरू हो चुका है !!..

कल युद्ध स्मारक के लोकार्पण के समय मोदी ने जिस घटिया मानसिकता और भाषणबाज़ी का परिचय दिया था वह निंदनीय था और इसलिए हम उसकी भर्त्सना करते हैं.. क्योंकि हम शहीदों के बलिदान को एक मौकापरस्त जुमलेबाज द्वारा अपने स्वहित में इस्तेमाल करने को सहन नहीं कर सकते.. 

और अभी युद्ध की शुरुआत में ही गोदी मीडिया पर आपत्तिजनक कैप्शंस भी चल पड़े हैं.. मसलन "मोदी ने दिखाया ५६" का सीना"..

पाकिस्तान युद्ध के दौरान भी यदि मोदी ऐसा ही करते हैं और गोदी मीडिया यही कुछ दिखाता है तो हम देशभक्त देशहित में उसका भी खुल्ला विरोध करेंगे..
और प्रतिकार में पूछेंगे कि यदि मोदी ने अब ५६" का सीना बताया है - तो अब तक क्या बताया जा रहा था ??..

इसलिए मेरी मोदी और उनके भक्तों और गोदी मीडिया को समझाइश..

ये समय राजनीति का नहीं है - और ना ही टुच्चई बताने का है..
ये समय है कि सरकार सबको साथ लेकर चले और सब लोग सरकार और सेना का समर्थन करें..
और "मोदी मोदी मोदी" पर पूर्ण विराम लगे.. और केवल सेना के जयकारे लगें..

और यदि सरकार को किसी भी प्रकार का श्रेय होता होगा तो जनता वो हर एक श्रेय मोदी और उनकी सरकार को स्वयं दे.. ठीक वैसे ही जैसे १९७२ युद्ध के लिए श्रेय इंदिरा गाँधी को दिया जाता रहा है..
और यदि हमारी सेनाएं सशक्त हैं तो उसका श्रेय सेना के हर जवान को हर भारतीय को और हर सरकार को जाता है.. (और नेहरू को भी जाता है !!..)   

इसलिए "मैं मुझे मेरा" बंद हो.. केवल "इंडिया" आगे रहे !!.. 

जय हिन्द !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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हमने पाकिस्तान पर आक्रमण कर दिया है..


Monday 25 February 2019

// अपराधीकरण के खेल में केवल पाले बदले जाने से कुछ खास फर्क नहीं पड़ेगा.. ..//


बहुत दर्दनाक ह्रदय विदारक दिल दिमाग को झकझोर देने वाली घटना मध्यप्रदेश के सतना में घटित हुई है - २ मासूम जुड़वाँ बच्चों को पूरी आपराधिक दक्षता के बल पर अपहृत किया गया - और फिर वहशियाना क्रूरता और बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया..

और अब जबकि मध्यप्रदेश में १५ साल के भाजपा शासन के बाद कॉंग्रेस का शासन लौटा है - तो कॉंग्रेसी कड़ी जांच और सजा का आश्वासन दे रहे हैं - और इस बार भाजपाई इसे सरकार की विफलता बता आज प्रदेश बंद की तैयारी में खपे हुए हैं..
यानि जो मरते रहे वो आज भी मर रहे हैं.. पर कॉंग्रेसियों और भाजपाइयों के पाले बदल गए हैं..

और मैं ग़मगीन हो सोच रहा हूँ कि ये कुशल आपराधिक दक्षता प्राप्त कौन से और कैसे युवा होंगे ??..
और मेरी कल्पना अनुसार ये वो युवक होंगे जो बेरोज़गार होंगे.. किसी विधायक सांसद या नेता के पट्ठे होंगे.. पुलिस वालों के मुँह लगे होंगे.. दादागिरी गुंडागर्दी के मामलों में हस्तक्षेपी होंगे.. ये किसी राजनीतिक पार्टी या गुट से जुड़े होंगे.. ये झंडे डंडे सहित रैली प्रदर्शन आदि करने के मुख्य कार्यकर्ता या संयोजक होंगे.. ये शहर या प्रदेश या भारत बंद कराने के स्पेशलिस्ट होंगे.. ये अपने वाहनों पर तिरंगा लगा गुटखा मुहं में डाल भारत माता की जयकारे भी लगाते होंगे.. ये मंदिर मस्जिद निर्माण हेतु या फिर भंडारों हेतु या फिर यज्ञ हवन हेतु चंदा उगाही जैसा  पुण्य काम भी जरूर ही करते होंगे.. और शायद गोल टोपी या तिलक या पटका पहन दिन भर इधर उधर डोलते साँझ पड़े थके हारे दारू पीकर दंगा भी करते ही होंगे..

और इनकी कारगुजारियां बदस्तूर जारी हैं.. खेल वही है - खेल के नियम वही हैं - खेल का मैदान वही है - खेल के खिलाड़ी वही हैं - और तो और खेल के दर्शक और आयोजक भी वही हैं.. और ये एक ऐसा प्रायोजित खेल खेला जा रहा है जिसमें खिलाड़ी और दर्शक अपने जिस्म पैसे और समय की बर्बादी कर घाटे में हैं और केवल आयोजक फायदे में हैं..

तो फिर अब हुआ क्या ?? बदलाव क्या हुआ ??.. कुछ नहीं.. केवल खिलाड़ियों ने उसी मैदान पर अपने-अपने पाले बदले हैं..

और मेरा विश्वास कीजिए और अपनी अक्ल भी लगा लीजिए.. पाले बदलने से कुछ पल्ले पड़ने वाला नहीं.. कुछ भी खास फर्क पड़ने वाला नहीं है.. और मैने माना कि यदि और कुछ नहीं तो पाले तो बदलते ही रहिए - पर फर्क लाना है तो इस खेल के आयोजकों को धाराशाही कर खिलाड़ियों को ही बदलना होगा.. और इन अपराधी खिलाडियों को किसी दूसरे अच्छे खेल या कार्य में लगाना खपाना होगा..

अन्यथा 'निर्भया' के बाद भी इन निर्भय गुंडे बदमाशों के नए पुराने वाहियात खेल देखते रहिएगा.. और 'सतना' के बाद भी सत्ता के सताने के खेल देखते रह जाइएगा !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Saturday 23 February 2019

// जीत किसकी होनी चाहिए ??.. 'मजबूर लल्लू गप्पू' या 'मजबूत स्मार्ट पप्पू' की ??..//


अब तक सभी आतंकी हमलों के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार.. और सारे विवाद की जड़ निर्विवाद रूप से केवल पाकिस्तान - यानि हमारी कोई गलती नहीं और हममें कोई कमी भी नहीं (??).. सिवाय एकता के..

हमारी सेनाएं लाजवाब.. हमारी सरकार ७० साल की सबसे बेहतरीन सरकार (??).. पूरे विश्व में हमारी साख अब तक के चरम पर (??).. हमारी अर्थव्यवस्था सुपर धांसू (??).. पूरा देश एकजुट.. अंतर्राष्ट्रीय समुदाय भी अब भारत के पक्ष में.. यूनाइटेड नेशंस ४४ देश और यहाँ तक कि रूस अमेरिका चीन ब्रिटेन फ्रांस आदि हमारे पक्ष में.. पाकिस्तान भारत के पराक्रम से घबराया हुआ.. टुच्चा सा पाकिस्तान हमसे हर मामले में कमजोर.. हमारी कूटनीति कामयाब (??).. पाकिस्तान अलग थलग पड़ा.. पूरे देश को मोदी पर भरोसा (??).. मोदी विश्व के सबसे काबिल और लोकप्रिय नेता (??).. और मोदी कूट-कूट कर देश को टनों विश्वास दिला चुके हैं.. और मोदी के सीने में आग भी (??).. और मोदी ने सेना को खुली छूट भी दे दी !!.. और आरएसएस भी चाकचौबंद.. और भारत की जनता भी भरपूर जोश में !!..

यानि पूरी कायनात और परिस्थितियां लगातार एकतरफा भारत के पक्ष में..
पर फिर भी काफी समय से टाँय-टाँय फिस्स !!!!!!..
और मालुम है मासूम सा बहाना क्या है ??..

सारी समस्या नेहरू की देन है.. कांग्रेस राजनीति कर रही है.. कांग्रेस साथ नहीं दे रही है.. बस कांग्रेस ही हर संभावित मुहीम के आड़े आ रही है..
और सबसे मजे और अचरज की बात ये कि कांग्रेस के नेता 'पप्पू' जिम्मेदार भी और गैरजिम्मेदार भी (??)..
और शायद एक स्यापा ये भी कि.. पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज ही नहीं आ रहा..  

तो बताओ मित्रों !! भाइयों और बहनों !! सवा सौ करोड़ देशवासियों !!..

ज्यादा असरदार कौन ??.. भाजपा या कांग्रेस ??..
ज्यादा ताकतवर कौन ??.. 'लल्लू गप्पू' या 'स्मार्ट पप्पू' ??..
और.. मजबूत कौन ??.. मजबूर कौन ??..

और २०१९ में जीत किसकी होनी चाहिए ??..
'मजबूर लल्लू गप्पू' या 'मजबूत स्मार्ट पप्पू' की ??..

किरपा राम जी की.. निर्णय आपका !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Friday 22 February 2019

// देश की सुरक्षा का मामला है.. धंधेबाजों से सावधान !!.. ..//


चाइना के पटाखे झालर खिलौने आदि का बहिष्कार करवा उलटे अपने यहां के छोटे-छोटे खेरची व्यापारियों को भारी नुक्सान पहुंचाने और उनके लग्गे लगवाने के बाद..
पाकिस्तान से क्रिकेट नहीं खेलने और कभी खेल लेने के बाद..
पाकिस्तान के कलाकारों वाली अपनी फिल्मों पर अपनी सनक अनुसार कुठाराघात करने के बाद..
पाकिस्तान विरोधी और पाकिस्तान परस्त कई लोगों से भरपूर नाटक नौटंकी करने करवाने के बाद..

और उच्च कोटि के भारतीय टुच्चे धंधेबाजों के चीन पाकिस्तान से करोड़ों अरबों के छुपे खुले कॉन्ट्रैक्ट आदि पर किसी भी प्रकार का कुप्रभाव नहीं पड़ने देने और किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आने देने की सभी आवश्यकताएं सुनिश्चित करने की ठान लेने के बाद और जुगाड़ कर लेने के बाद.. 

और देशभक्ति या देशहित के नाम पर तमाम बकवास पटकने के बाद..
  
अब एक और नई मुहीम का आगाज़.. ..
पाकिस्तान से धंधा-पानी बंद होगा !!..
जबकि अब तक भी वांछित प्रतीक्षित मुहंतोड़ कार्यवाही देखने को नहीं मिली है !!..

अब भी कोई शक ??..
टुच्चे धंधेबाजों और देशभक्त योद्धाओं की कथनी और करनी में बहुत भारी अंतर होता है..

और एक अनपढ़ धंधेबाज का दृष्टिकोण कदापि देश की सुरक्षा हेतु उपयुक्त और श्रेयस्कर नहीं हो सकता.. क्योंकि धंधेबाज का मतलब सबसे पहले लाभ या स्वार्थ-सिद्धि - और गंदी ओछी राजनीति !!..

इसलिए मेरी समझाइश.. ..
दुश्मन देश से पप्पी झप्पी का और अन्य सभी प्रकार का धंधा जो दुश्मन के हित में चल रहा हो बंद होना ही चाहिए..
पर अब क्योंकि मामला देश की सुरक्षा का हो चला है.. इसलिए धंधेबाजों से सावधान भी रहना ही होगा !!.. समझे !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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"पीस अवार्ड" !!.. "पीस" का मतलब "टुकड़े" भी होता है !!..


// 'झूठे प्रधानमंत्री' से बेहतर तो 'झूठे-सच्चे नागरिक' .. ..//


युद्ध !! युद्ध !! युद्ध !!.. जिधर देखो जिसको देखो बात युद्ध की..

मेरा पोता भी आज युद्ध !! युद्ध !! खेल रहा था.. एक बॉल को बम मानकर दुश्मन को उड़ा देने का खेल खेल रहा था !!..
मेरी बहू बोली तू बड़ा होकर प्रधानमंत्री बनेगा क्या ??..

और मैंने कहा ये मेरा संस्कारी पोता है.. इसमें टुच्चई बिल्कुल भी नहीं है.. इसलिए ये प्रधानमंत्री तो बन ही नहीं सकता..

और मेरे पोते ने पूछ लिया कि ये प्रधानमंत्री कौन होता है ??..
तो मैने भी कह दिया कि ये देश का सबसे बड़ा नेता होता है..

तो मैं नेता क्यों नहीं बन सकता ??..
मैने कहा क्योंकि तुम झूठ नहीं बोल सकते..
पर मैं तो झूठ बोलता हूँ..

बस बेटा तुम यहीं तो मात खा रहे हो.. सच भी तो बोलते जा रहे हो..
बेटा तुम में यही सच्चाई है जो तुम्हे प्रधानमंत्री तो नहीं बनने देगी..
पर हाँ तुम एक अच्छे नागरिक जरूर बन सकते हो - प्रधानमंत्री से बहुत बेहतर !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Monday 18 February 2019

// देश का दुर्भाग्य.. ना जाने वो कुत्ते कहाँ हैं ??.. ..//


अख़लाक़ के फ्रिज में मांस किसका था कबका था कहाँ से आया था कैसे आया था.. कुत्तों ने सूंघ कर तत्काल आनन फानन पता लगा लिया था..

पर पुलवामा में बारूद किसका था ?? कौन सा था ?? कितना था ?? कहाँ से आया था ?? कैसे आया था ?? कब आया था ????..

अरे छोडो जनाब !!.. वो मामला गौ माता का था.. ये मामला सेना के जवानों का है..
एक गाय पर ४० तो क्या ४०० जवान भी शहीद होने दिए जाएंगे तो चलेगा.. आखिर हिन्दू हिंदुत्व सभी खतरे में जो है.. यदि धर्म ही नहीं बचेगा तो फिर देश कैसे बचेगा ?? और यदि देश नहीं बचेगा तो जवान किस मातृभूमि की रक्षा करेंगे और शहादत की प्राप्ति कैसे करेंगे ?? और बलिदान होने का शौक कैसे पूरा करेंगे ??.. .. कुछ शर्म बची है कि नहीं ??..

वैसे मेरे सूत्र मुझे बता रहे हैं कि कुत्तों में सूंघने की अद्भुत विशिष्ट विलक्षण शक्ति होती है.. और वो गौमांस हो या बारूद दोनों के बारे में बता सकते हैं..

पर देश का दुर्भाग्य.. ना जाने वो कुत्ते कहाँ हैं ??..

और मैं सोच रहा हूँ कि पालतू कुत्तों के भरोसे चलने वाली सरकार ने फिर आखिर इतनी भारी भरकम एजेंसियां क्यों पाल रखी हैं ????..

गौमाता की जय !!.. वंदे मातरम !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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सेना बदला लेगी.. और जनता भी बदला ले लेगी !!..


Sunday 17 February 2019

// क्या पुलवामा और राफेल अब चुनावी मुद्दे नहीं होने चाहिए ??.. क्यों ??.. ..//


पुलवामा आतंकी हमले के बाद "मेरी" सरकार के अभूतपूर्व कदम !!..

७० सालों में पहली बार.. पाकिस्तान को MFN का दर्जा वापस !!.. कुट्टी कुट्टी कुट्टी !!..

और कश्मीर के अलगाववादी हुर्रियत नेताओं को दी जा रही सिक्योरिटी भी वापस ले ली है !!.. जाओ टुच्चों अब अपने भरोसे मरना !!..

और साढ़े चार साल में रिकॉर्ड तोड़ अनेकों बार सेना को खुल्ली छूट दी गई है कि वो पाकिस्तान से बदला ले ले.. स्थान और तरीके का चयन सेना स्वयं कर ले.. पर समय का चयन चुनावों को ध्यान में रखकर ही होगा !!..

तो चलो भाइयों और बहनों !!.. और मित्रों !!.. और सवा सौ करोड़ देशवासियों !!..
अब पुलवामा और बदला-वदला बहुत हो गया.. आओ अब तो चुनाव-चुनाव खेलें !!..

मैं आप से पूछता हूँ.. क्या ये पुलवामा चुनावी मुद्दा होना चाहिए कि नहीं ??..

और क्या वायुसेना की आवश्यकता को देख राफेल भी कोई मुद्दा होना चाहिए ??.. जबकि हमारी यशस्वी सेना को बदला लेने में राफेल की जरूरत तो पड़ेगी ही.. और मैं तो सेना के पीछे खड़ा हूँ ??..

इसलिए अब तो जैसे CBI CAG न्यायाधीशों ने साथ दिया है बस वैसे ही पप्पू बाबा और कांग्रेस और सवा सौ करोड़ बेवकूफों को भी देशहित में साथ देना चाहिए.. मैं विश्वास दिलाता हूँ कि जो आग आपके सीने में है वो ही मेरे सीने में है.. और हमारी कड़ी निंदा और बार-बार दी गई चेतावनी के अनुसार पाकिस्तान का तो मुहँ ही टूट जाएगा !!.. .. बस आप तो मुझ से मोह मत तोड़िएगा.. और आगामी चुनावों में अगले ५ साल के लिए वोट मुझे ही दीजिएगा.. बस !!..

अब "मुझ" से ये ना पूछना कि देश का "मेरा" ये अनोखा "मैं" कौन ??.. हा !!.. हा !!.. हा !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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पहले क्या ??.. राम मंदिर निर्माण या बदला ??..


देशभक्त और मोदी में अंतर !!..


Saturday 16 February 2019

// पुलवामा पर बात बंद हो (??).. पर नाकारा सरकार को हटाने पर तो होती रहे ना !!..//


पुलवामा हमले के विरोध में पूरा देश गुस्से में है.. व्यथित है.. आक्रोशित है.. और बोलने लिखने और बयानबाज़ी के लिए उद्वेलित भी..

और गुस्से का इज़हार हर कोई अपने-अपने स्तर पर.. अपनी-अपनी औकात भावनाओं भाषा समझ मर्जी और सुविधा अनुसार.. अपनी-अपनी कर्त्तव्यपरायणता की इतिश्री हेतु.. अपने-अपने दिल दिमाग की भड़ास निकालने हेतु.. और अपनी-अपनी राजनीति करने हेतु.. कर रहा है..

और इस सबके बीच हर कोई कुछ ऐसा कह रहा है कि हर किसी का दिमाग चकरभिन्नी हुए जा रहा है.. मसलन कोई कह रहा है कि.. ..
ये संवेदनशील मुद्दा है इसलिए इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए - और देखो वो राजनीति कर रहा है - हम तो केवल सच बात कर रहे हैं.. हम सबको एकजुट रहना होगा.. उन्हें सबको साथ लेकर चलना होगा.. पाक के विरुद्ध युद्ध छेड़ देना चाहिए.. युद्ध कोई विकल्प नहीं.. नहीं अब तो युद्ध ही विकल्प.. नहीं बातचीत ही विकल्प.. बातचीत हो.. बातचीत की जो बात करे वो पाकिस्तान जाए.. बुलेट और बातचीत साथ-साथ नहीं.. नहीं इधर से बुलेट चलाओ उधर से बातचीत करते रहो.. नहीं अब तो बुलेट ही एकमात्र विकल्प.. पाकिस्तान भी ताकतवर.. अरे छोडो यार पाकिस्तान को २ दिन में ठिकाने लगा देंगे.. आदि !!..

और जो जोश में या जोश की बात करे वो अपने आपको भगतसिंह के बाद सबसे बड़ा और बहादुर सपूत मान रहा है.. और जो बीच की बात करे वो अपने आप को ही समझदार मान रहा है.. और जो अपने गिरेबान में भी झाँकने की बात करे उसे जोश में बात करने वाले देशद्रोही मान रहे हैं..

याने इस पुलवामा विषयक कुछ भी कहना या बात करना निरर्थक या निहायत मुश्किल सा हो गया है..

और वस्तुस्थिति अनुसार तो वैसे भी जो कुछ करना था करना है और करना होगा वो तो सेना के ही जिम्मे है.. क्योंकि भले ही देश के करोड़ों बेरोजगार जवानों का काम पकौड़े तलना हो - पर सेना के जवानों का काम कोई पकौड़े तलना तो है नहीं - उसका तो यही काम है.. है ना !!..

तो प्रश्न उठता है कि यदि चुपचाप रहने और अकर्मण्य हो जाने का पाप और बेवकूफी नहीं करना है तो फिर अभी किया क्या जाए ??..
और इस प्रश्न पर मेरा सुझाव.. ..

अब पुलवामा पर बात बंद हो.. और इस पर बंद ना हो सकने वाली बातें बंद हों या ना भी हों.. आइए !! .. बेरोजगारी - किसानों की बदहाली - महंगाई - देश की शिक्षा स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा - राफेल - सीबीआई - सीएजी - पर फिर से लौट आएं.. और इस निखट्टू नाकारा सरकार को ही चलता करने पर बात करें..

और ऐसा सुझाव मैं इसलिए दे रहा हूँ क्योंकि वैसे भी..
पुलवामा जैसे अत्यधिक संवेदनशील मुद्दे के उचित यशपूर्ण विजयी परिणामों के लिए हमारी सशक्त सेना के अलावा एक समझदार अच्छी सरकार की भी दरकार है.. और ये काम सेना और सरकारों का ही होता है.. भक्तों भक्तू गप्पू पप्पू टप्पू चप्पू लप्पू झप्पू का नहीं.. और कड़ी निंदा या नथुने फुलाने या मौन रखने या फिर लफ़्फ़ाज़ी करने से तो कतई संभव नहीं.. समझे !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Friday 15 February 2019

// दो मिनिट का मौन रखा वो तो ठीक.. पर दहाड़ोगे कब ??.. ..//


देश के वित्तमंत्री ने CCS (Cabinet Committee on Security) की मीटिंग में कुछ घिसी-पिटी बातों के साथ जानकारी दी कि..

पाकिस्तान को दिया MFN (Most Favored Nation) का दर्जा वापिस होगा..
सुरक्षा बलों को पूरी आज़ादी दे दी गई है..
पूरी दुनिया में पाकिस्तान को बेनकाब किया जाएगा..
और.. ..
दो मिनिट का मौन रखा गया..

मेरी समझ से परे है कि..
MFN का दर्जा अब तक क्यूँ बना रहा ??..
सुरक्षा बलों को पूरी आज़ादी अब तक क्यूँ नहीं दी थी ??.. और अब तक देश से सेना को छूट देने संबंधी झूठ क्यों बोलते रहे - और क्यों हमारी यशस्वी सेना को अपयश दिलवाते रहे ??..
पूरी दुनिया घूम लिए और दावा करते रहे कि दुनिया में हमारा रुतबा बढ़ा है.. तो फिर बेनकाब करने का मुहूर्त अब ही क्यूँ ??..
और.. ..
दो मिनिट का मौन रखा वो तो ठीक.. पर दहाड़ोगे कब ??..

और.. .. ये वित्तमंत्री वित्त मंत्रालय और रक्षामंत्री रक्षा मंत्रालय और गृहमंत्री गृह मंत्रालय का अपना-अपना काम और प्रधानमंत्री अपना काम सुचारू रूप से कब करना शुरू करेंगे ??..

और क्या जितना बढ़चढ़ के शानदार जानदार बोले वो १-२ महीने में भाजपा का चुनावी प्रचार करते हुए  भी पूरा कर लोगे ??.. या फिर ये काम आने वाली सरकार करेगी ??..

अलविदा मोदी जी !!.. जय हिन्द !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Thursday 14 February 2019

// क्या सर्जिकल स्ट्राइक १ से अधिक बार करने के लिए राहुल ने मना किया था ??..//


जम्मू-काश्मीर फिदायीन हमला.. ..
गृह मंत्री राजनाथ सिंह कल जम्मू-काश्मीर जाएंगे..
आज देश के वित्त मंत्री ने बयान दे दिया है कि बदला लिया जाएगा..
रक्षामंत्री कहाँ हैं मालुम नहीं पड़ा..
प्रधानसेवक कहाँ थे और क्या करते रहे मालुम नहीं पड़ा..
आरएसएस की क्या सैन्य तैयारियां हैं ३ घंटे बीत जाने के बाद भी ज्ञात नहीं है..
और शहीदों की संख्या बढ़कर ३० हो गई है !!..

और भाजपाई प्रवक्ता विपक्ष को कोसने में लगे हैं और राजनीति नहीं करने की बात करते हुए बेशर्म राजनीति कर रहे हैं और सारा दोषारोपण विपक्ष पर मढ़ रहे हैं..

और मैं सोच रहा हूँ कि क्या हमारा विपक्ष इतना ताकतवर और असरकारक है ??.. और क्या सरकार विपक्ष की हरकतों के आगे इतनी लाचार है और विपक्ष की बातों को इतनी तरजीह देती है जिसके कारण वो पकिस्तान को मुहंतोड़ जवाब नहीं दे पाए हैं ??..

तो फिर विपक्ष की बात मानकर राफेल पर जेपीसी अब तक क्यूँ नहीं बैठा दी थी ??.. मीठा मीठा गप्प - कड़वा कड़वा थू-थू ??..

और अभी-अभी भारत के प्रधानमंत्री का आने वाला बयान भी आ गया है.. शहीदों के परिजनों के साथ पूरा देश खड़ा है - और शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा..

और मेरा प्रश्न अब सीधे मोदी जी से है.. यदि फिर विपक्ष आपकी मंशाओं के आड़े आ गया तो ??.. और विपक्ष शहीदों के परिजनों के साथ खड़ा नहीं हुआ तो ??.. तो फिर तो बलिदान व्यर्थ ही जाएगा ना ??.. जैसे पहले भी व्यर्थ ही तो जाता रहा है !!..

और हाँ एक बात और.. सर्जिकल स्ट्राइक १ बार से ज्यादा करने के लिए राहुल गांधी ने मना कर दिया था क्या ??..

(ब्रह्म प्रकाश दुआ)

// सेना पर फिदायीन हमला.. हमें रोने दो.. खबरदार जो कड़ी निंदा करी.. धिक्कार है.. //


जम्मू-काश्मीर में एक बड़ा फिदायीन हमला हुआ है..
सेना की ३ बटालियन जिसमें कई वाहन और करीब २४०० जवान शामिल थे लाव लश्कर के साथ हाइवे पर जा रही थीं.. जिसमें घुस कर आतंकियों के एक वाहन ने एक बस को उड़ा दिया.. और अब तक १८ जवानों के शहीद हो जाने की दुःखद और दिल दहलाने वाली खबरें आ रहीं हैं..

मेरी पहली प्रतिक्रिया..
हमें रोने बिलखने दो.. खबरदार जो कड़ी निंदा करी !!..

(ब्रह्म प्रकाश दुआ)

// केजरी : सीमित अधिकारों का सदुपयोग / मोदी : असीमित अधिकारों का दुरूपयोग..//


इस देश की सड़ीगली और अचंभित करने वाली पक्षपाती व्यवस्थाएं अब इस कदर गर्त में पहुंचाई जा चुकी हैं कि अब ये फरमान जारी हुआ है कि दिल्ली में जनता के चुने हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल बिना किसी अधिकारों के या कुछ सीमित निम्न स्तरीय अधिकारों से ही जनता के सभी काम करते रहें.. और सभी उच्च अधिकार प्राप्त मजबूत केंद्र अपने स्वार्थवश केजरीवाल के खुल्ले विरोध में पूर्ण असहयोग अटकल काड़ी करता रहे.. बिना किसी अवरोध.. बिना किसी टोका-टाकी.. बिल्कुल राफेल स्टाइल में !!..

और इसी व्यवस्था के तहत कार्य करने के लिए मजबूर किए गए - पर व्यक्तिगत रूप से निहायत ही मजबूत केजरीवाल - जनता के अधिकाँश संभव काम करते ही जा रहे हैं.. समस्त क़ाबलियत और अपनी मेहनत और जुझारूपन के भरोसे..

और एक डरपोक मोदी हैं.. सभी अधिकार उनके पास थे.. फिर भी हमेशा रोना रोते रहे.. मुझे ये काम नहीं करने दे रहा वो भी नहीं करने दे रहा.. ये परिवार मेरे कामों में अड़ंगा अड़ाता रहता है.. कपिल सिब्बल ने मंदिर भी नहीं बनने दिया.. मेरी सरकार मजबूत बाकी सब मजबूर.. पर मुझे और मजबूती चाहिए.. मैं बेचारा.. मैं लाचार भी अवतार भी.. मैं तुर्रमखां भी.. मुझे और मजबूती चाहिए.. मुझे और समय चाहिए.. और अभी तो मुझे और भक्त चाहिए ??..

और अंततः..
मोदी का कार्यकाल अपने असीमित अधिकारों का दुरूपयोग करते हुए बिना किसी विशेष उपलब्धी निपटने जा रहा है..
और केजरीवाल के कार्यकाल में अब भी पूरा एक साल शेष बचा है.. और वो अपने सीमित अधिकारों का बखूबी सदुपयोग करते हुए सफलता के झंडे गाड़े जा रहे हैं..

और मुझे लगता है कि केजरीवाल अधिकार प्राप्त करने के सच्चे अधिकारी हैं जो वो लेकर ही रहेंगे.. और वो आधे अधूरे दिल्ली राज्य के मुख्यमंत्री होने से भी ऊंचे लक्ष्य जनता की अभूतपूर्व सेवा करने और राजनीति को साफ़ करने और टुच्चों को राजनीति समझाने की कोशिशें जारी रखेंगे..

और मेरी ऐसी कामना है कि केजरीवाल किसी अन्य पूर्ण राज्य के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री भी बनें.. और ऐसा मेरा अनुमान भी है.. आमीन !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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// अरे वाह मी लार्ड !!.. ये कैसा निर्णय ??.. ये कैसे उपदेश ??.. ये कैसे मतभेद ??....//


आज दिल्ली में एलजी और मुख्यमंत्री के बीच या केंद्र और राज्य सरकार के बीच अधिकारों के विषयक बहुप्रतीक्षित एवं अत्यावश्यक फैसला बहुत विलंब से ही सही और विवादास्पद ही सही पर आ गया है..

और अन्य निर्णयों के अलावा जज साहेबान ने एक उपदेश भी दे मारा है कि..
दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार आपस में मतभेद भुला सामंजस्य से काम करें..
और ऐसा ही उपदेश कई दिनों से कई सूरमा भी देते रहे हैं..

जबकि इसी विषयक..
पूर्व में ५ जजों की बेंच का आदेश जजों में आपसी मतभेद रहते ३:२ से आया था..
और आज दिया गया २ जजों की बेंच का आदेश भी तो आपसी मतभेद रहते १:१ में बंटा हुआ आया है !!..

यानि स्पष्ट है कि न्यायालय भी न्याय को शर्मिंदा कर पर-उपदेश ही दे रहा है.. और स्वयं उन उपदेशों का पालन नहीं कर पा रहा है.. और फिर भी 'मी लार्ड' चाहते हैं कि केजरी - मोदी मिलकर काम करें ??.. जबकि वो २ जज स्वयं भी एकरूपता वाला फैसला देने में असफल रहे !!..

यानि..
पर उपदेश कुशल बहुतेरे - जे आचरहिं ते नर न घनेरे..
दिए तले अँधेरा..
खुद के पायजामे में सौ टाँके - पर फिर भी फत्तेखां !!..

और अब तो कानूनन ऐसे ही चलेगा कि केजरी जैसे तैसे बिना अधिकार ही काम करें - और मोदी पूर्ण अधिकार से काम नहीं करने दे !!..

अति विरोधाभासी !!.. अति निंदनीय !!.. और इसलिए मेरे कुछ प्रश्न.. ..

मी लार्ड !!.. ये कैसा निर्णय ??.. ये कैसे उपदेश ??.. ये कैसे मतभेद ??..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Wednesday 13 February 2019

// भ्रष्टाचार विरोधी धारा विलोपित कर ये कैसा गधापन !!.. ..//


कारनामों की श्रंखला में.. एक और नायाब कारनामा अब सामने आया है..

भ्रष्टाचार विरोधी धाराओं को ही राफेल अनुबंध से विलोपित कर दिया गया था..
ठीक वैसे ही जैसे..
भगवान ने गधे के सर से सींग..

यानि सोच ऐसी कि.. सींग नहीं तो गधा लड़ कैसे सकेगा ??.. भ्रष्टाचार विरोधी धारा ही नहीं होगी तो भ्रष्टाचार करने से कोई रोक कैसे सकेगा ??..
यानि ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी.. ना नौ मन तेल होगा ना राधा नाचेगी !!..

पर सावधान !!.. यहाँ गलती से मिस्टेक हो रही है.. क्योंकि याद रहे.. ..

गधे बिना सींग भी लात चला लड़ जाते हैं.. और कुछ गधे तो भ्रष्टाचार की धारा विलोपित रहते खुला नंगा भ्रष्टाचार कर जाते हैं..

और ऐसे में.. ..

बांसुरी भले ही ना बजे.. लोगों को पुंगी बजाना तो आता ही है..
राधा भले ही ना नाचे.. लोगों को गधों को नचाना तो आता ही है.. 

क्योंकि.. ..
वैसे तो इस देश में ना तो बांसों की कमी है ना तेल की.. और कुछ अपवादों को छोड़ इस देश के लोग गधे भी तो नहीं हैं !!.. नहीं हैं ना !!..

जय रामजी की !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Tuesday 12 February 2019

// चोर चौकीदार ने "डील" तोड़ बेईमानी की है.. अब तो बच्चू गया काम से !! .. ..//


हमेशा से कहा और माना जाता रहा है कि.. बेईमानी के सभी कामों में सबसे ज्यादा ईमानदारी बरती जाती है .. और शायद शरीफ सीधे-सादे अपने में मस्त रहने वाले कुछ सामान्य बुद्धी वाले लोगों को छोड़ ये तो जग जाहिर होगा कि चोरों गुंडों बदमाशों के बीच भी कोई ना कोई "डील" रहती है जिसके अनुसार एक दूसरे के मामलों में दखलंदाज़ी नहीं की जाती.. और यदि दखलंदाज़ी हो जाए तो फिर खून-खराबा होता है..

और ये भी कि आज के नेता और राजनीतिक पार्टियां भी चोरों डकैतों गुंडों बदमाशों टुच्चों लुच्चों से कम तो नहीं पर एक दो स्तर ऊपर ही हैं.. और इनके बीच भी "डील" रहती ही है कि तू मेरी खुजाना मैं तेरी खुजाऊँगा - तू मेरी टुच्चई किसी को नहीं बताना मैं तेरी नहीं बताऊंगा - तू यहां मेरी मदद करना मैं वहां तेरी मदद कर दूंगा.. पर जब भी ये "डील" टूटती है तो मालुम है क्या होता है ??.. वही जैसा भाजपा और शिवसेना के बीच हुआ है.. वही जो आजकल चौकीदार भाजपा और अन्य राजनीतिक लोगों के बीच हो रहा है..

यानि एक-एक कर के एक दूसरे की पोल सामने लाई जाती है.. और पूरी बेशर्मी के साथ सार्वजनिक रूप से धमकियां भी दी जाती रहती हैं कि.. देख तू लिमिट में रहना नहीं तो मैं भी बदले में तेरी ऐसी की तैसी कर दूंगा - तू कौन होता है हमसे प्रश्न पूछने वाला - चल बे पहले अपने गिरेबान में झाँक कर देख - तू मुझे जानता नहीं है - तेरी तो पूरी जन्मपत्री है मेरे पास - तेरे तो पूरे खानदान को देख लूँगा - निपट लूँगा - पछताएगा.. अबे चल कर लेना जो चाहे - तू क्या बिगाड़ लेगा मेरा - तू तो डरपोक है कायर है - तू तो चोर है - तूने तो चोरी की है - और तेरी चोरी तो पकड़ी भी गई है.. आदि आदि..

और इसलिए मैं कह सकता हूँ कि .. बेईमानों के बीच की "डील" टूट गई लगती है..
और मुझे लगता है कि जाने अनजाने "डील" तोड़ने का सुपर डुपर धाँसू शुभ कार्य या पहल या बेईमानी मगरूर चोर चौकीदार द्वारा ही की गई है..

और मेरी प्रतिक्रिया बस छोटी सी और इतनी सी है कि .. लगता है अब तो कोई नहीं बच पाएगा.. ना चोर ना चौकीदार.. और चोर चौकीदार तो बिल्कुल भी नहीं.. ये बच्चू तो गया काम से !!.. शर्तिया !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Monday 11 February 2019

// प्रियंका का असर.. चौकीदार और भक्त हुए विरोधाभासी.. ..//


आज प्रियंका गांधी का लखनऊ में मेगा रोड-शो शुरू होने वाला है.. और गोदी मीडिया की सभी चैनल सुबह से ही प्रियंकामय हो चली हैं..

और भक्त स्वाभाविक रूप से कुढ़-सड़ रहे हैं.. रो भी रहे हैं तड़प भी रहे हैं और कराह भी रहे हैं..

और मुझे याद आ रहे हैं वो सीन और समय जब चौकीदार भी रोड-शो या रैली करते थे तो कुछ ऐसा ही माहौल बन जाता था.. या बनाया जाता था.. या बनवाया जाता था.. या बढ़-चढ़ बताया और दिखाया जाता था..

और भक्त कह रहे हैं कि ऐसे माहौल बनने से कुछ फर्क नहीं पड़ता.. वोट तो बिल्कुल नहीं पड़ता.. 
जबकि सत्य तो यही है कि पहले तो फर्क पड़ा था.. और वोट भी पड़ा था.. और चौकीदार को चोरी करने का स्वर्णिम मौका मिला था..

तो इस बार फर्क या वोट नहीं पड़ेगा भक्तों का ऐसा सोचना एक चाय बेचने वाले की सोच के अनुरूप ही माना जा सकता है..

और हाँ एक बात और.. चाय बेचने वाला वंशवाद और परिवारवाद को बहुत रो रहा है और इसे हानिकारक और आपत्तिजनक बता रहा है.. जबकि भक्तों सहित सारे चंगू मंगू तो यही कह रहे हैं कि वंशवाद परिवारवाद का कोई फर्क नहीं पड़ेगा - प्रियंका का कोई असर नहीं होगा.. तो फिर प्रश्न तो उठता ही है कि यदि प्रियंका का कोई असर पड़ने वाला ही नहीं है तो ये चौकीदार क्यों परेशान हो अनाप-शनाप पेले जा रहा है ??..

और इसलिए मुझे लगता है कि असर तो हो गया है.. और भाजपा के लिए हानिकारक भी.. क्योंकि पहली बार चौकीदार और भक्त विरोधाभासी हो चले हैं..

और मुझे इतना अच्छा लग रहा है मानो अच्छे दिन आ गए हैं !!..
अरे तौबा करो जनाब - ठिठोली कर रहा हूँ - समझे !!..  हा !! हा !! हा !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Saturday 9 February 2019

// हाथी की मूर्तियों और जिन्दा गधों की ऐसी-की-तैसी.. ..//


मैने माना कि जनता के पैसों से हाथी की मूर्तियां लगवाना गलत और बेवकूफी था..

पर फिर तो सरकारी इमारतों के निर्माण में नक्काशी या सजावट के नाम पर बेल-बूटे और जानवर या आकृतियां बनाना भी गलत मानना पड़ेगा.. और इमारतों के गेट पर शेर मोर बतख कुत्ते लगवाना भी गलत मानना पड़ेगा.. और फिर तो गधे घोड़े आदि इधर उधर चौराहों पार्कों में लगवाना भी तो गलत मानना पड़ेगा..

और फिर विशेषकर गधों द्वारा जनता के पैसों का मनमाना बेवकूफाना दुरूपयोग तो बिल्कुल नहीं चलेगा.. है ना !!..

मसलन फिर तो अनाप शनाप ऊंची मूर्तियों के नाम पर करोड़ों खर्च करना भी तो गलत मानों..
फिर तो राष्ट्रपिता के हत्यारे गोडसे के मंदिर निर्माण को भी तो दंड योग्य मानों.. 
और भक्तों तथा फुर्सतियों के द्वारा जबरन चंदा इकट्ठा कर कई सामाजिक धार्मिक कार्य करवाने के धंधे को भी तो गलत मानना पड़ेगा..
और आस्था के नाम पर स्नान जैसे व्यक्तिगत कार्य हेतु करोड़ों रूपए के सरकारी खर्चे को भी तो गलत मानना पड़ेगा.. है ना !!..

इसलिए मुझे लगता है कि सुप्रीम कोर्ट यदि हाथी की मूर्तियों के विरुद्ध कोई स्वागतयोग्य उचित कड़ी कार्यवाही करता है तो ऐसा करना मधुमक्खी के छत्ते में हाथ डालना होगा.. पर ये हाथ डालना ही होगा.. आज नहीं तो कल डालना होगा.. और जनता को भी अब जागरूक हो अपने धर्म जाति नेता और पार्टी को परे रख नाना प्रकार के टुच्चों द्वारा जनता के धन का अनवरत होता दुरूपयोग रोकना ही होगा..

विशेषकर हमारे नौकरों या वेतन भोगी सेवादारों या चौकीदारों द्वारा जनप्रतिनिधि होने के नाम पर जनता के पैसे के दुरूपयोग के विरोध में आवाज़ बुलंद करने की शुरुआत तो करनी ही होगी..

तो आइये.. एक शुरुआत कोर्ट ने मायावती के हाथियों के विरुद्ध एक टिप्पणी से की है.. एक शुरुआत हम भी एक टिपण्णी से करें..
हाथी की मूर्तियों और जिन्दा गधों की ऐसी-की-तैसी.. ..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Friday 8 February 2019

// अब तो "हिन्दू" और "राम" भी चोर चौकीदार पर भारी पड़ रहे हैं.. ..//


एन "राम" ने दि "हिन्दू" अख़बार में राफेल डील से संबंधित जो खुलासे किए हैं उससे खुल्ली बात अंधों को भी सम्पट बैठ गई है कि "चौकीदार चोर है"..

और वो इसलिए कि इस बार तो राम ने हिन्दू में रक्षा मंत्रालय की फाइल के वो पन्ने ही छाप मारे हैं जिससे स्पष्ट हो जाता है कि अपने चौकीदार राफेल डील का भावताव अपने ही स्तर पर मनमाने समांतर रूप से कर रहे थे - और रक्षा मंत्रालय द्वारा इस पर ऐतराज़ भी किया गया था.. परन्तु अपने को तुर्रमखां मानने वाले हमारे छिछोरे चौकीदार को कोई फर्क ही नहीं पड़ा.. और गलती से मिस्टेक कर बैठे.. यानि रेनकोट उतार नंगे हो नहा लिए.. ..

और मैं सोच रहा हूँ कि अब तो "हिन्दू" भी और "राम" भी चौकीदार को रास नहीं आने वाले..

क्योंकि वैसे भी अब तो हिन्दुओं के स्वयंभू ठेकेदारों और राम मंदिर के स्वयंभू ठेकेदारों का भी धोखेबाज़ चौकीदार से मोहभंग हो चुका है..

और यहां तक कि अब तो भक्त भी 'हिन्दू-हिन्दू' छोड़ 'राम-राम' कहने लगे हैं..

राम-राम !!.. जय श्री राम !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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राष्ट्रीय सुरक्षा हेतु गौमाताओं को अब दी जाए.. ज़ेड सिक्योरिटी !!..


Thursday 7 February 2019

// ये 'ईडी' की पूछताछ है या "सूत्रों" की मटरगश्ती ??.. या गोदी मीडिया का शगल.. ..//


एक रॉबर्ट वाड्रा हैं.. शायद इस समय देश के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति.. मोदी से भी ज्यादा महत्वपूर्ण.. जिनसे बेचारी 'ईडी' पूछताछ कर रही है.. और कल के घंटों के सीधे कवरेज के बाद जो "सूत्रों" के नामे हवाले से पेला गया था - कुछ वैसे ही आज फिर "सूत्रों" के ही हवाले से सुबह से ही पेलमपेल चालू है..

और अभी-अभी गोदी मीडिया पर पुख्ता जानकारियां अविरल बहती चलती उड़ती चली आ रही हैं..
मसलन.. रॉबर्ट वाड्रा के वकील पहुंचे.. रॉबर्ट वाड्रा के घर के बाहर हलचल तेज़.. ईडी कार्यालय पर भी हलचल.. प्रियंका छोड़ने आएंगी कि नहीं प्रश्न बना हुआ है.. कल ३६ सवाल पूछे गए थे.. वाड्रा असहज थे.. ये मिस्टर 'बी' कौन हैं ??.. कल वाड्रा ने सभी आरोपों से इंकार कर दिया था.. आज फिर जवाब पर सवाल होंगे.. आज ४० सवाल पूछे जाएंगे.. बड़ी जानकारी - बुलाया गया था वाड्रा को - पहुंचे कार्ति चिदंबरम.. रॉबर्ट वाड्रा ४० मिनिट की देरी से घर से निकले.. सबसे पहले सीधी तस्वीरें.. रॉबर्ट वाड्रा की गाड़ी पहुँच गई है.. चीं पौं - चीं पौं - चीं पौं.. ..

और ज्ञात हो कि कल तो ईडी ऑफिस की समस्त कार्यवाही रनिंग कमेंट्री के रूप में दी जा रही थी.. मसलन पूछताछ में कितने अधिकारी.. कौन कौन अधिकारी.. कहाँ किस कमरे में.. पूछताछ कैसे कर रहे हैं.. अब तक १०-१२ सवाल हो गए.. वाड्रा ने फलां-फलां को जानने की बात कही.. ये कहा ये माना ये नकारा.. आदि..

और मैं सोच रहा हूँ कि..

ये कैसी पूछताछ ??.. ये कैसे "सूत्र" ??.. ये सूत्र कौन ??.. कहाँ से आते हैं कहाँ बैठते हैं कहाँ से सबको बताते रहते हैं.. इनका काम धंधा क्या.. इनको पैसे कौन देता है ??.. कितने देता है ??.. कहाँ से देता है ??.. क्यों देता है ??.. और ये क्यों लेते हैं ??.. क्या कभी इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि नहीं ????.. या फिर इनको स्वतंत्र रूप से "सूत्रों" के नाम से पेलने दिया जाता रहे ??.. और ईडी के अधिकारियों से पूछताछ का विवरण लीक होने पर या फिर गोदी मीडिया पर अफवाहों का बाज़ार उबालने के आरोप में कोई कार्यवाही नहीं हो ????..

हा !! हा !! हा !!.. होना तो बहुत कुछ चाहिए.. पर कुछ होता नहीं.. और मेरे "सूत्र" बता रहे हैं कि ना ही कुछ होगा.. लेकिन अब ये मत पूछना कि मेरे "सूत्र" कौन ??.. .. ठीक है !!.. ..

और मेरे "सूत्र" तो ये भी बता रहे हैं कि कल रॉबर्ट वाड्रा ने ईडी अधिकारीयों को चमका दिया था कि यदि मुझे परेशान किया तो मेरे साले साहेब भी सत्ता में आते ही तुम्हारे आका की ऐसी-की-तैसी करने वाले हैं.. और फिर तो तुम भी नहीं बचने वाले.. और अधिकारीयों ने सॉरी बोल कह दिया था कि सर प्रक्रिया पूरी करने की खानापूर्ति करने दी जाए.. और उसके बाद बिरयानी आर्डर हुई - और सबने मिल कर खाई - जिसमें मिर्ची काफी अधिक थी - जो भक्तों को लगना लाज़मी मान कर चलें..

और इस प्रकार पूछताछ जारी है.. और पूरा देश इसकी लाइव रनिंग कमेंट्री घर बैठे सुन रहा है.. पर समझ रहा है कि नहीं ये तो ईश्वर अल्लाह ही जाने..

और मैं तो ये भी सोच रहा हूँ कि क्या मोदी की इतनी चॉकलेटी प्यारी भोली भाली "ईडी" इतने बड़े दुर्दांत भ्रष्टाचारी को १० वर्ष के अथक प्रयास के बाद अब कितने साल बाद धर दबोचेगी ??.. और राम मंदिर कब बनेगा ??.. और गरीब के मुद्दों का नंबर कब आएगा ??..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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Wednesday 6 February 2019

// यदि कपिल सिब्बल टुच्चे.. तो फिर पूरी वीएचपी क्या ??.. //


अब वीएचपी ने घोषणा कर दी है कि राम मदिर निर्माण आंदोलन ४ माह तक स्थगित.. यानि अब जो करेंगे २०१९ लोकसभा चुनाव के बाद.. ..

पर एक कपिल सिब्बल जिसने न्यायालय में खड़े हो कर कहा था कि राम मंदिर मुद्दे की सुनवाई २०१९ लोकसभा चुनाव तक टाल दी जाए.. उसे तो इतना कोसा गया था कि पूछो मत.. दल्ला दलाल कोंग्रेसी खांग्रेसी दोगला अधर्मी और टुच्चा और ना जाने क्या-क्या !!..

और तब तो जुमलेबाजों धोखेबाजों और टुच्चों ने यहाँ तक कह दिया था कि..
राम मंदिर निर्माण का चुनावों से कोई लेना देना नहीं.. ये तो आस्था का विषय.. चाहे जो हो जाए मंदिर निर्माण तत्काल शुरू हो.. अन्यथा साधू संत समाज ये कर देगा वो कर देगा.. सौगंध राम की खाते हैं मंदिर वहीँ बनाएंगे भले ही तारीख ना भी बता पाएं पर भव्य मंदिर निर्माण का काम मोदी-योगी भाजपाई सरकार के रहते ही २०१९ चुनाव पूर्व ही शुरू होकर रहेगा.. और सिब्बल सहित कांग्रेस या अन्य विपक्षी दल या अधर्मी कितना ही दम लगा लें - संकल्प तो पूरा होकर रहेगा.. अब तो ऐसा हो जाएगा वैसा हो जाएगा.. अध्यादेश आ जाएगा.. नया कानून बन जाएगा.. ..
और साथ ही यह भी कहा था कि.. हम न्यायालय का सम्मान तो करते हैं पर न्यायालय को भी आगाह करते हैं.. तारीख पर तारिख अब नहीं चलेगी.. सब्र करने की भी कोई सीमा होती है - और सबके सब्र का बांध टूट रहा है.. कोर्ट को भी जन भावनाओं का सम्मान करना पड़ेगा.. आदि अनादि के साथ.. जय श्री राम !!.. वंदे मातरम !!.. भारत माता की जय !!..

और मैं सोच रहा हूँ कि..
यदि कपिल सिब्बल टुच्चे.. तो फिर पूरी वीएचपी क्या ??..

और भक्तों का अब क्या कहना है ??.. वो खुश हैं या आह्लादित ??.. या फिर आदतन फ़ोकट कपड़े तो नहीं फाड़ रहे ??..

और हमेशा की तरह भक्तों को एक सुझाव.. ..
पिछले ४-६ महीने में गोदी मीडिया द्वारा असली मुद्दे छोड़ राम मंदिर मुद्दे पर कराई गई हज़ारों घंटों की चिल्लाती बहसों और पानी में घुसती भैंसो को जरूर देखें.. भरपूर मनोरंजन प्राप्त होगा.. शर्तिया !!..

वैसे भक्तों को एक बात और बताता चलूँ.. ..
ये तो साबित ही है कि.. कपिल सिब्बल एक अनुभवी और काबिल वकील हैं.. कानूनी दांव पेंच में माहिर.. कोई शक़ ?? या कोई आपत्ति ?? या पेट में दर्द ??..
हा !! हा !! हा !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
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जुमलेबाज आज गंगा में स्नान करेंगे !!..