ये कैसी एमसीडी ?? .. ये कैसे मेयर ?? ये कैसा भ्रष्टाचार ?? ये कौन खा रहा था ?? ये कौन खाने दे रहा था ?? ये कैसी अव्यवस्थाएं ?? ये कैसा असंतोष ?? ये कैसा रोष ?? ये कैसी बेशर्मी ?? ये कैसे षड्यंत्र ?? ये कैसी पार्टी ?? ये कैसे कर्म ?? ये कैसा प्रदर्शन ?? ये कैसा निष्पादन ?? ये कैसी उपलब्धि ??
मित्रो !! आज दिल्ली के जिस वोटर ने भी इस बारे में अपनी अक्ल खर्च ली वो निश्चित ही भाजपा को वोट नहीं देगा .. और जिस अक्लमंद ने अपनी एक बूँद अक्ल भी अब तक खर्च ना की हो उसके लिए तो बस इतना ही काफी है .. मोदी मोदी मोदी !! .. ..
तो आज एमसीडी के चुनाव हैं - वोटिंग जारी है .. देखें एमसीडी के लिए कितने लोग विफल प्रधानमंत्री मोदी को वोट देते हैं .. है ना दिलचस्प या फिर बेवकूफी या फिर दुर्भाग्यपूर्ण ?? .. ..
या फिर कहीं ऐसा दिवालियापन तो नहीं कि भाजपा को वोट एमसीडी के १० साल के शानदार प्रदर्शन के लिए ?? .. तौबा !! .. ..
मेरे दिमाग की बातें - दिल से .. ब्रह्म प्रकाश दुआ