मेरा दिमाग कहता है कि यदि भारत में 'कॉमन सिविल कोड' पारित हो जाए तो सैकड़ों अन्य विकराल समस्याओं के साथ ही अभी उछाली जा रही 'तीन तलाक' की एक बड़ी समस्या का निदान भी स्वतः ही हो जाएगा .. .. और बिना मुंडन कराए धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर का ध्वनि प्रदूषण भी शांत हो सकता है .. ..
और 'कॉमन सिविल कोड' पारित करने की बात तो संघ और भाजपा करते ही रहे हैं .. और मोदी जी संघ और भाजपा की ही तो उपज हैं - कोंग्रेसी तो कदापि नहीं .. है ना !! .. ..
तो फिर भक्तों बोलो तो कि केवल 'तीन तलाक' ख़त्म करना जरूरी या उससे भी बेहतर 'कॉमन सिविल कोड' पारित करना ?? .. लगाओ लगाओ अक्ल लगाओ - लगाने से शायद थोड़ी सी बढ़ जाए .. है ना ?? .. ..
और भक्तो यदि तुम्हारी अक्ल बढ़ जाए तो फिर ये सोचना कि ये मोदी सरकार 'कॉमन सिविल कोड' के लिए कुछ भी कर क्यों नहीं रही ? .. आखिर ये राज़ क्या है ? - या फिर ये पोल क्या है ? - या फिर ये वादाखिलाफी क्यों ?? .. या फिर ये ओछी राजनीति क्यों ?? .. ..
और यदि बढ़ी अक्ल चल जाए तो लगे हाथ ये भी सोचना कि 'कॉमन सिविल कोड' और 'काऊ कोड' में ज्यादा प्राथमिकता किसको देनी बनती है ?? .. ..
मेरे 'fb page' का लिंक .. https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
Ravish Kumar Prime Time - Hindu vs Muslim in Media,स्कूलों पर जनसुनवाई कब रुकेगी स्कूलों की ये लूट
ReplyDeleteVoice of Dissent
https://youtu.be/dVH_9q7vJHc
Published on Apr 20, 2017
Video Credit :- NDTV India
Ravish KLumar prime Time 20 April 2017