Tuesday 4 April 2017

// केजरीवाल के इर्द-गिर्द वकीलों की फीस का मामला जनहित में एक और नज़ीर बनेगा ..//


केजरीवाल ने अरुण जेटली की मानहानि करी तो जेटली ने क्या करा .. न्याय के प्रावधानों अनुसार केजरीवाल के ऊपर मुक़द्दमा कर दिया ना !! .. अब केजरीवाल की तरफ से वकील राम जेठमलानी न्यायलय में पैरवी कर रहे हैं .. और जेठमलानी ने दिल्ली सरकार को अपना बिल भेज दिया .. और केजरीवाल सरकार ने बिल भुगतान हेतु प्रकरण उपराज्यपाल को भेज दिया .. अब उपराज्यपाल को यदि भुगतान नियमानुसार लगेगा तो भुगतान कर दिया जाएगा .. अन्यथा नहीं .. ठीक वैसे ही जैसे उपराज्यपाल ने लोकपाल बिल या विधायकों के वेतन संबंधित बिल में अपने अधिकारों और विवेक या अविवेक से निर्णय किया .. .. है ना ?? .. ..

तो अब बताएँ कि मुद्दे पर इतनी हायतौबा क्यों ?? .. जनता के पैसे के दुरूपयोग पर छातियों की दे कुटाई पे कुटाई क्यों ?? .. क्या उपराज्यपाल ये बिल जनता के पैसे से पास कर देंगे ?? .. क्या केंद्र द्वारा नियुक्त उपराज्पाल इतने बेवकूफ या बेकार हैं ?? .. या फिर एमसीडी चुनाव पूर्व ये मुद्दा उछाल कर अपने-अपने हित साधने हैं ?? .. .. या फिर क्या डर इसलिए है कि पूर्व में ऐसा ही होता आया है ?? ?? ?? ?? .. ..

हाँ !! जी हाँ !! .. ऐसा तो होता ही आया है .. जनता के खजाने से सरकारी वकीलों को करोड़ों के भुगतान का ये पहला मामला तो है नहीं .. पर क्योंकि ये मामला केजरीवाल के इर्द गिर्द चल रहा है तो मान के चलिएगा - ये जनहित में अभी बहुत कुछ उगलेगा .. ये बहुत लोगों और टुच्चों को सालेगा .. ये फिर से एक नज़ीर बनेगा .. ये निश्चित ही मील का पत्थर साबित होगा !! .. ..

इसलिए भक्तो देशहित में उछल कूद जारी रखें और दिल्ली के उपराज्पाल को मजबूर करें कि जनता के धन की बर्बादी की ज़ुर्रत नहीं करें .. .. और आगे क्या होगा इसके लिए सीमित अक्ल की फ़िज़ूलख़र्ची ना करें तो ही बेहतर .. अन्यथा फ़ोकट टेंशन पाल लोगे .. हा !! हा !! हा !!  .. ..

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1 comment:

  1. Bhanu Bharatiya 13 hrs ·
    अरुण जेटली जी भारत के वित्तमंत्री हैं । सीबीआई उनके कब्जे में हैं । अरविन्द केजरीवाल जी ने Delhi के मुख्यमंत्री के नाते बीजेपी सांसद कीर्ति आज़ाद और महान क्रिकेट खेलाड़ी बिशन सिंह बेदी जी के लिखित शिकायत पर DDCA के भ्रष्टाचार को उठाया । ये मामला पर्सनल कैसे हो गया ?? कोई ये पारिवारिक विवाद है क्या ?? केंद्र सरकार ने अपने पिंजड़े में बंद बाज सीबीआई से इसकी कोई जाँच नहीं कराई , उल्टा अरुण जेटली जी ने अरविन्द जी पर क्रिमिनल सूट और 10 करोड़ का मानहानि का दवा ठोक दिया | अब इस केस में रामजेठमालानी जी जैसे देश के बड़े वकील ही अरुण जेटली के खिलाफ लड़ सकते हैं जिनके पास पैसा है , पॉवर है और सीबीआई है | रामजेठमालानी जी ने अब मुख्यमंत्री Delhi अरविन्द जी का केस फ्री में लड़ने में फैसला किया है | नोट - मोदी जी पर गुजरात मुख्यमंत्री रहते गुजरात दंगे पर उनके खिलाफ केस चले हैं , उसका फीस तो गुजरात सरकार ने भरा है | वो केस पर्सनल नहीं था |

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