Sunday 17 December 2017

// अपने घर में 'पप्पू' से जीते भी तो क्या जीते .. पर हारे तो .. .. ..//


५६" छाती वाले गप्पू - या तो पप्पू से जीतेंगे - या पप्पू से हारेंगे ..

पर पप्पू से कैसे जीतेंगे - पप्पू तो पप्पू रहा ही नहीं - पप्पू तो गजब सयाना हो गया ..
यानि फिर तो पप्पू से हारेंगे भी नहीं .. क्योंकि पप्पू तो पप्पू रहा ही नहीं .. ..

अरे नहीं ये पप्पू से ही हारेंगे - क्योंकि ये खुद "देश के बाप" जो हो गए हैं .. ..

यानि यदि ये "देश के बाप" ना हुए होते तो क्या पप्पू से नहीं हारते .. जी हां बिलकुल नहीं - तब ये राहुल गाँधी से हारते .. ..

यानि जीतते तो फिर भी नहीं ....
जी हाँ ऐसे लोगों की जीत होती भी नहीं .. क्योंकि ये जीत कर भी हारने के लिए अभिशप्त जो होते हैं .. ..

और विश्वास ना हो तो स्वयं मुआयना कर लें - २०१४ में जीते शनैः शनैः हर साल हर महीने हर दिन ये जीत के भी हार ही तो रहे हैं ..

बल्कि यदि दिल दिमाग की बात कहूँ तो ये केवल हार ही नहीं रहे हैं - ये तो तबाह हो रहे हैं .. और तबाह इसलिए भी हो रहे हैं क्योंकि ये बददिमाग बदमिजाज़ बदनीयत सबकुछ तबाह करने पर आमादा जो हैं .. ..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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