Saturday 21 June 2014

राज्यसभा सांसद महेंद्र प्रसाद के बंगले से २ कटहल चोरी हो गए - दिल्ली पुलिस पूरे शबाब पर त्वरित तत्पर मुस्तैद हैरान परेशान हलाकान !!
मुझे डर है भविष्य में यदि बड़ा कद्दू खरबूजा तरबूजा या बड़ी लौकी चोरी होने की पुनरावृत्ति हो जाती है तो न केवल फल सब्जियों के भाव आसमान छू जायेंगे बल्कि देश की सिक्योरिटी पर भी एक गंभीर प्रश्नचिन्ह लग जाएगा !!
इसलिए मेरा मोदी भक्तों से निवेदन है कि दिल्ली पुलिस की पूरी मदद करें एवं देश को इस घोर विपदा से बचा लें 
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आपको याद होगा केजरीवाल रेल से ही तो दिल्ली से वाराणसी गए थे !!
बस इसलिए ही तो रेल विभाग का सत्यानाश हो गया - और बेचारे मोदी जी को रेल भाड़ा बढ़ाना पड़ा !!!! है न मोदी भक्तों ????
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अबकी बार मोदी सरकार !
देश का होगा बंठाधार !!
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अच्छे दिन आएंगे या नहीं ?
रेल किराया परवारे ही बढ़ाने के बाद अब मुझे यह प्रश्न ही बेमानी लगता है ....
अब तो मेरा प्रश्न है की क्या मोदी ५ साल के पहले जाएंगे या नहीं ??
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अमीर के 'अच्छे दिन' v/s गरीब के 'बुरे दिन' !!!!
'अच्छे दिन' - 'अच्छे दिन' - और केवल 'अच्छे दिन' के बारे में कई कल्पित प्रायोजित भ्रमित त्वरित शंकित झल्लाई गुस्साई लजाई खिसियाई आवाज़े गूँज रहीं हैं - जैसे .....
'अच्छे दिन' आने वाले हैं .... मोदी जीत गए और 'अच्छे दिन' आ गए .... नहीं! समझो की 'अच्छे दिन' आ ही गए .... नहीं! अब 'अच्छे दिन' तो आ ही गए ना .... अरे नहीं यार! अब 'अच्छे दिन' आने ही वाले हैं पर थोड़ा सबर तो रखो .... बस १-२ महीने में ही 'अच्छे दिन' आ जाएंगे .... अरे नहीं १-२ महीने का समय तो कुछ भी नहीं १-२ साल का इंतज़ार करें 'अच्छे दिन' निश्चित ही आएंगे .... अरे कैसी बात करते हो भाई - जनता ने ५ साल का समय दिया है तो अब ५ साल देखो - 'अच्छे दिन' तो आकर ही रहेंगे ....
पर मैंने जब एक गरीब से पूछा की भाई आपका 'अच्छे दिन' के बारे में क्या विचार है तो उत्तर था ....
मेरे 'बुरे दिन' गए नहीं इसलिए अच्छे दिन का पता नहीं !!!!
अस्तु मेरा सबसे विनम्र निवेदन है की 'अच्छे दिन' के बजाय पहले गरीब के 'बुरे दिन' के बारे में बात हो जाए तो ही हम बेशर्मी के आवरण से बाहर होंगे ....
अन्यथा बेशर्म मक्कार अमीर हमेशा की तरह यह अफवाह फैलाते रहेंगे कि - गरीब अपनी टूटी फूटी कुटिया में ज्यादा सुखी है - अच्छे दिन आ चुके हैं !!!!

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