Thursday 26 June 2014

ब्रेकिंग न्यूज़ !
अंततः मोदी जी बोले !! रेल हादसे पर वही कुछ बोले जो मनमोहनसिंघ बोलते थे !!!
आखिर मोदी जी ने मनमोहनसिंघ की बराबरी कर ली !!!!
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कुछ अकल के अंधे कह रहे हैं की कीमतें बढ़ाने से बाद में स्थिति पर काबू पाया जा सकेगा ....
अति विशिष्ठ नमोअन्ध्भक्तों के अलावा कोई इस कुतर्क को सही मानता हो तो बताना .... मैं पागलों पर शोध करने की सोच रहा हूँ ....
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सरजी ! इसके आगे की मुफ्त सलाह .....
सबसे पहले एक ट्रस्ट बना लीजियेगा ....
फिर हार फूल प्रशाद की फ्रेंचाइज़ी दीजियेगा ....
फिर एक प्राइमरी हॉस्पिटल जरूर खोलियेगा, इससे अच्छा प्रभाव पड़ता है ....
फिर एक स्कूल .... फिर कॉलेज .... फिर यूनिवर्सिटी का धंधा ज़रूर से कर लीजियेगा .... यह टेस्टेड फार्मूला है ....
और यह सब करने के बाद तो .... मैं क्या बताऊं .... भगवन भी सलाह मशविरा करने आपके पास ही तो आएंगे ....

दोस्तों अगर आप निर्मल बाबा जैसा बनना चाहते हैं उनकी तरह खुद को पुजवाना चाहते हैं और जिंदगी की ऐश लेना चाहते हैं तो आज आपको फंडा समझाता हूँ की आप कैसे निर्मल बाबा जैसा बन सकते हैं....सबसे पहले कहीं एक ऑफिस खोलिए जिसके बाहर बोर्ड लगा हो फलाने बाबा फलानि जगह वाले सिद्ध पुरुष ..उसके बाद अगर आपको जल्दी कामयाबी पानी है तो दो चार पेड लोग रख लीजिये जो दुखी लोगों को बहला फुसला कर आपके पास ला सके..अब जितने भी लोग आपके सामने अपनी फ़रियाद लेकर आएं उनसे कोई भी आसान सा काम करने को कहें जैसे निरमल बाबा कहते हैं...अब मान लीजिये आपके पास सौ लोग आते है और उनमे से सिर्फ दस लोगों की समस्या हल हो जाती है तो जाहिर है बाकी के 90 लोग आपके पास दुबारा नहीं आएंगे मगर चिंता मत कीजिये जिन दस लोग की समस्या तुक्के में हल हो गयी है वो आपका खुद प्रचार करेंगे और बहुत से दुखियो को आपके बारे में बताएँगे और बिना मांगे आपकी गारंटी भी लेंगे ..अब फिर जितने लोग आएंगे जाहिर है उनमे से कुछ के काम तो जरूर बनेंगे क्योंकि आपके पास आने के आलावा भी वो लोग कुछ तो एफर्ट करते ही हैं..फिर वो लोग आपका मुफ्त में प्रचार प्रसार करंगे और जल्दी ही आप देखेंगे की आपके लाखों भक्त बन चुके हैं और हाँ आप पर कोई ऊँगली भी नहीं उठा पायेगा क्योंकि जहां धरम और श्रद्धा की बात आ जाती है वहां क़ानून भी बेबस हो जाता है ..कसम से में तो सीरियस ली ऐसा ही कुछ करने की सोच रहा हूँ ...तो बोलो लकी मोमोज चाउमिन वाले बाबा की .....जय

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