अब
समझ आया की मोदी जी वाराणसी से नदारद क्यों ?
आपको याद होगा की मोदी जी ने स्वयं कहा था की वो अपनी माँ से साल भर में केवल दो बार
ही मिलने जाते हैं ....
और गंगा माँ से इस साल दो बार मिलने का उनका कोटा पूरा हो गया है ....
अब तो गंगा माँ को मोदी जी के दर्शन अगले वर्ष ही हो सकेंगे .... बेचारी गंगा माँ ???
और गंगा माँ से इस साल दो बार मिलने का उनका कोटा पूरा हो गया है ....
अब तो गंगा माँ को मोदी जी के दर्शन अगले वर्ष ही हो सकेंगे .... बेचारी गंगा माँ ???
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क्या
बात है? वाराणसी में आज वोटिंग हो रही है और मोदी जी गायब ?
क्या आज भी उन्हें गंगा ने नहीं बुलाया ??
बेचारे मोदी जी ???
बेचारे मोदी जी ???
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क्रांति
की शहनाई !!! .... या .... भ्रष्टाचार का भोंपू ?
बस यही यक्ष प्रश्न है - काशी के गंगा घाटों से कौनसी आवाज़ गूंजेगी ???
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