Saturday 24 November 2018

// मैं अपने प्रमाणित सुचारू दिल-दिमाग के साथ पुनः आपके बीच आ रहा हूँ !!.. ..//


कोई उसे फेंकू बुलाता रहा कोई गप्पू तो कोई चौकीदार तो कोई चोर तो कोई 'साहेब' भी.. पर जब से वो सत्तासीन हुआ मुझे फूटी आँख नहीं भाया.. क्योंकि मेरे दिमाग ने उसे नाप-तोल लिया था और दिल ने दिमाग की बातों पर ठप्पा लगा दिया था.. और तब से ही मैं मेरे दिमाग की बातें दिल से लिखने लगा था.. और 'साहेब' के प्रखर विरोध में लिखते हुए मेरे दिल को बहुत सुकून और संतोष मिलता रहा..

पर जब कभी भी बेशर्मी बद्तमीज़ी क्रूरता और वहशियाना हरकतों की सीमाएं लांघी गईं मेरा दिल भी विचलित हुए बिना नहीं रहा.. पर जब से मुझे ये भरोसा हो गया था कि अब बुरे दिन जाने वाले हैं मेरा दिल सुकून महसूस करने लगा था..

पर ना जाने क्यों कुछ हफ्ते पहले मेरे उसी दिल में कुछ विचलन सा यूँ ही हो गया - और मैं डॉक्टरों और अस्पतालों के हवाले हो गया.. पर मेरा दिल सही निकला और डॉक्टरों द्वारा कुछ थोड़ा बहुत सहलाने बहलाने से ही दुरुस्त हो चला.. पर इस बीच फेफड़ों ने कुछ नखरा बताया लेकिन फिर वो भी मेरे दिल दिमाग के काबू में आ गए..

और अब तो डॉक्टरों ने भी मुझे ये प्रमाण-पत्र दे दिया है कि अव्वल तो मेरे पास भी एक दिल है - और अब वो भी बिल्कुल ठीक है तंदरुस्त है - और मेरा दिमाग भी ठिकाने ही रहा है..

और इसलिए अब मुंबई में स्वास्थ लाभ लेते हुए मेरा दिल सहजता से अपना काम करने लगा है और दिमाग में बदस्तूर रसद जारी है..

आप सब से कटा-कटा महसूस होने और इसी कारण काफी उदास रहने के बाद अब मैं खुश हूँ - क्योंकि अब मैं फिर से आप सबके बीच में आकर अपने दिमाग की बातें दिल से लिखने के लिए तैयार हूँ.. और शीघ्र ही गर्त में जाते हुए उस सत्तासीन 'साहेब' को एक छोटा सा धक्का मेरी तरफ से भी देने के लिए अपने दिल और दिमाग को तैयार कर रहा हूँ..

यानि मैं शीघ्र ही आप सबका प्यार आशीर्वाद और शुभकामनाएं प्राप्त करने के लिए अपने प्रमाणित सुचारु दिल-दिमाग के साथ पुनः आपके बीच आ रहा हूँ..
आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद !!.. जय हिन्द !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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