Monday 26 November 2018

// अब रामजी के सौजन्य से ही सही - मोदी से मुक्ति मिलना तो तय ही लग रहा है !!.. ..//


मध्य प्रदेश और राजस्थान में आगामी २८ तारीख और ७ दिसंबर को होने वाले मतदान के ठीक पहले अयोध्या में २४-२५ तारीख को होने वाली पूर्व घोषित नाटक नौटंकी अति फूहड़ता के साथ और देश को अनावश्यक रूप से करोड़ों का चूना लगा निपट गई !!..

और एक बार फिर २५ तारीख को भी देश को बता दिया गया कि ढाक के तीन पात ही होते हैं.. और मंदिर कब बनेगा इसकी तारीख नहीं बताई जाएगी !!..

तो फिर मुझे समझ नहीं आया कि ये सत्ता में बैठे सशक्त माने जाने वाले लोग जो देश में ५० साल तक राज करने का हास्यास्पद दावा ठोंक रहे हैं आखिर लाखों की संख्या में अयोध्या में जमावड़ा क्यों करवाए थे.. और जमावड़े के पहले विवादित और उकसाऊ भड़काऊ बयानबाज़ी क्यों कर रहे थे और करवा रहे थे ??..

और थोड़ा सा ही सोचने के बाद मुझे समझ पड़ी कि पागल और भोले लोगों का क्या भरोसा - वो तो कभी भी कुछ तो भी कर ही सकते हैं.. इसलिए राम-राम करते हुए हो लिए इकट्ठे..

पर फिर मुझे एहसास हुआ कि जो इकट्ठे हुए वो तो पागल या भोले हो ही सकते हैं पर जिन्होनें इकठ्ठा करवाया वो तो पागल नहीं - वो तो शातिर लोग हैं !!.. और इसलिए पड़ताल जरूरी हुई कि आखिर ये राम मंदिर मुद्दे को इस समय इस तरह योजनाबद्ध तरीके से उचकाने का क्या उद्देश्य हो सकता था..
और जो मेरी समझ में आया वो निम्नानुसार है..

अब तो जग जाहिर हो चुका है कि जो अपनी माँ के नाम पर की गई टिपण्णी को भी अपनी राजनीति करने का जरिया बना रहा है - और राफेल नोटबंदी रूपए की कीमत तेल के भाव बेरोजगारी आदि अन्य मुद्दों पर कन्नी काट रहा है.. और जिसे "चौकीदार चोर है" नारे का कोई तोड़ सूझ ही नहीं पड़ रहा है - वो हार रहा है - और सही बोले तो निपट रहा है !!..

और इसलिए अब पार्टी और संघ भी चिंतित हो चले हैं.. क्योंकि मोदी की हार के बाद लगे झटके से पार्टी और संघ को भी लगने वाले झटकों से उबार पाना टेढ़ी खीर ही साबित होगा.. और हो तो यहाँ तक सकता है कि अगले ५० साल तक भी सत्ता हथियाना असंभव हो जाए - क्योंकि वैसे भी इस चुनाव के बाद केजरीवाल की केंद्र में एंट्री हो ही जाएगी !!..

और शायद इसलिए एक बार फिर राम का सहारा ले मोदी पर यह आक्षेप मढ़ते हुए कि उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए कुछ नहीं किया - मोदी को कटघरे में खड़ा कर दिया जाए और फिर स्टाइल से मोदी को पृथक कर दिया जाए.. और अब आगामी चुनाव में किसी अन्य भाजपाई का नाम आगे कर वोट मांगे जाएं..

और फिर शायद मोदी मुंडी उठा ये कहते रहें कि क्योंकि मामला न्यायलय में था इसलिए उनके द्वारा "राजधर्म" का पालन करने की मजबूरी थी - और कोंग्रेसी सिब्बल की बातों में आकर न्यायालय प्रकरण में देरी कर रहा था - इसलिए वो चाहकर भी मंदिर निर्माण हेतु कुछ ना कर सके..
और भाजपा और संघ और भक्त और अंधभक्त देश के हिन्दुओं के सामने यह परोस सकें कि देखो राम के आगे तो मोदी तक की कुर्बानी दे दी गई है.. इसलिए इस बार भी हर हिन्दू द्वारा वोट भाजपा को ही दिया जाए.. और इस बार पुनः जीतने पर मंदिर निर्माण की तारिख भी बता दी जाएगी..

और इसलिए मैं अति प्रसन्न हूँ - और रामजी का आभारी भी.. क्योंकि अब जो कुछ भी होगा होता रहे.. पर देश को रामजी के सौजन्य से ही सही - मोदी से मुक्ति मिलना तो तय ही लग रहा है.. .. जय श्रीराम !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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