Monday 16 April 2018

// 'कठुआ-उन्नाव-सूरत-रोहतक' से हटकर 'अयोध्या-इंग्लैंड' ??.. धिक्कार है !!.. //


कुछ तो हुआ ही था और हो रहा है.. जिस पर मोदी की जवाबदारी बनती थी..

और जो हुआ वो शर्मनाक भयावह ही था.. इसलिए समग्र रूप से तत्काल कार्यवाही के साथ-साथ अपनी जवाबदेही पर उठ रहे अनेक सवालों का जवाब मोदी को देना भी आवश्यक ही था - हर हालत में बनता ही था - अटालनीय ही था !!..

और जो शर्मनाक भयावह हुआ वो हुआ कठुआ - उन्नाव - सूरत - रोहतक में.. यानि भारत में..

पर मोदी देश को उद्वेलित छोड़ और बेवकूफ भक्तों को संतुष्ट कर - मात्र ये एकतरफा अविश्वसनीय आश्वासन देकर कि 'कड़ी कार्यवाही होगी' - इंग्लैंड बढ़ लिए - या खिसक लिए - या भग लिए - या मुंह उठा के चलते बने !!..

और उनके आका या चंगू-मंगू  संघचालक ऐसे ग़मगीन और उद्वेलित माहौल में भी पूरी बेशर्मी के साथ साज़िशन ससमय उगल दिए कि 'राम मंदिर तो वहीं बनेगा जहां वह था'.. क्योंकि उनके लिए शर्तिया कठुआ उन्नाव सूरत रोहतक से अधिक महत्वपूर्ण और दुधारू उपयोगी आज भी अयोध्या ही है.. वही अयोध्या जिसका संबंध रामराज्य से होना बताया जाता है.. और ये वही रामराज्य है जिसका होना या हो जाने का विश्वास धोखेबाज मोदी द्वारा जम्मू-कश्मीर यूपी गुजरात हरयाणा समेत पूरे भारत के लिए दिया जाता रहा है - वो भी बिना किसी हिचकिचाहट या शर्म लिहाज़ के !!..

और इन सबके बीच इस देश के कानून को क्रियान्वित करने के जिम्मेदार पुलिस और प्रशासन के उच्चाधिकारी लुंज-पुंज पंगु बने बैठे हैं - या बस वही किए जा रहे हैं जो उनसे करवाया जा रहा है..

और ये बड़े वाले बड़े बाबू उसी जमात के बाबू हैं जो दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के थप्पड़ काण्ड पर एकजुट हो हड़ताल पर चले गए थे.. पर अब टुच्चे नेताओं को पूर्ण रूप से यानि तन-मन-धन से समर्पित हो चुके हैं.. और जिनकी रीढ़ की हड्डी और रीढ़ के नीचे की हड्डियां भी चूर-चूर हो चुकी हैं.. कहना गलत नहीं होगा कि इनका भी बलात्कार हो रहा है और ये उफ्फ़ तक कहने की हैसियत में नहीं हैं - बेचारे !!.. पूर्ण बालिग ठूंठ पीड़ित !!..

और इसलिए मेरे पास इंग्लैंड प्रस्थित हुए मोदी द्वारा पीछे छोड़े अविश्वसनीय आश्वासन पर विश्वास करने का मोई कारण शेष नहीं बचा है..

इसलिए आज फिर खुल्लमखुल्ला धिक्कार उस हर भारतीय को जो मोदी की बात पर तनिक भी विश्वास करता हो.. और जिस भारतीय की आज भी प्राथमिकता वही बरकरार हो कि राम मंदिर वहीं बने जहां संघी भाजपाई हिन्दू कहें और सुप्रीम कोर्ट भी जाए तेल लेने..

यानि उस हर भारतीय को धिक्कार जो राम-राम मोदी-मोदी करते हुए आज भी कठुआ उन्नाव सूरत रोहतक से विचलित और उद्वेलित ना हुआ हो..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

1 comment:

  1. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की एक साल की फीस 21 लाख? https://khabar.ndtv.com/news/blogs/one-years-fees-for-medical-college-hostel-21-lakhs-1838413 via @NDTVIndia

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