Tuesday 9 October 2018

// हे ईश्वर !!.. हे अल्लाह !!.. इस भीड़तंत्र से बचना और मोदी जैसों से बचाना !!.. ..//


गुजरात की निकम्मी सरकार के रहते एक बार फिर भीड़ तंत्र विकसित हुआ या किया गया - और इस बार लपेटे में आए या लिए गए यूपी और बिहार के वो लोग जो गुजरात में अपने आपको अब तक सुरक्षित महसूस करते हुए अपनी रोज़ी रोटी कमाने में लगे थे.. बेचारे !!..

लेकिन इस देश में यदि कोई भी ये सोच रहा है कि वो तो भीड़तंत्र से सुरक्षित है या रहेगा - और मरेगा खपेगा कोई और.. तो वो तो कुछ भक्त टाइप ही होगा जो तेल के भाव आसमान पर पहुँचने पर भी सोचता है कि उसे कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा.. और पड़ेगा भी तो पड़ा करे.. पर साहेब की शान में गुस्ताखी करने से तो उनकी हेकड़ी निकल जाएगी.. साढ़े चार साल तक जिसकी वकालत करते रहे उसे ही गाली कैसे दे दें ??..

और शायद ऐसे ही लोग जो भीड़तंत्र से अपने आपको सुरक्षित मानते हुए किसी भी भीड़ द्वारा किसी भी तबाही पर चुप रहे - वो आज उस भीड़ का जायज़ रोना नहीं रो सकते जो भीड़ उनको प्रताड़ित कर गई..

और तो और जो आज भीड़ का शिकार हुए वो खुद भी किसी भीड़ का हिस्सा जरूर रहे होंगे.. और ये भी हो सकता है कि उस भीड़ ने कभी सितम ढाएं हो तो कभी कुछ अच्छे या हानिरहित काम भी किये हों.. मसलन हो सकता है वो कभी उस भीड़ का हिस्सा रहे हों जो सड़क पर निकल सितम ढा गई हो - या सड़क पर उसी अन्याय के विरुद्ध मोर्चा निकाल रही हो.. या फिर हो सकता है वो किसी कुंभ में या उर्स में शामिल हुए हों..

यानि बात ये हुई कि अव्वल तो भीड़ कोई अकेले से नहीं बनती है.. और गुजरात में जिन गुजरातियों ने आज जो भीड़ बनाई है और जो भीड़ के शिकार हुए हैं केवल उनको दोष देना व्यर्थ है.. ..

तो फिर दोषी कौन ??..

दोषी वो जिसके जिम्मे इस भीड़ के विरुद्ध कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने का जिम्मा है.. यानि कि सरकार !!.. और इसलिए आज गुजरात से यूपी और बिहार के लोगों के पलायन की दोषी गुजरात सरकार है - और सरकार का मुखिया एक मुख्यमंत्री है जो एक कठपुतली है जिसका नाम विजय रूपानी बताया जाता है..

और इसके लिए केवल गुजरातियों की भीड़ को दोष देना ठीक नहीं होगा क्योंकि कल इन्हीं गुजरातियों को देश के अन्य भागों में निर्मित भीड़ द्वारा खदेड़ा जाएगा इसकी पूर्ण संभावनाएं बनी रहेंगी..

तो क्या केवल विजय रूपानी जिम्मेदार हैं.. और मोदी नहीं ??..

अरे जनाब ये रूपानी कौन ?? इन्हें मुख्यमंत्री किसने चाहा और बनाया ?? क्या नहीं मालुम कि मोदी हैं तो रूपानी और रूपानी हैं तो मोदी कृपा से ??..

तो क्या मोदी भी दोषी ??..

जी हाँ मोदी ही दोषी !!.. क्योंकि जब पाकिस्तान समस्या के लिए नेहरू दोषी ठहराए जा सकते हैं तो फिर ये निकम्मे निखट्टू गुजरात से गरीबों के पलायन के दोषी क्यों नहीं माने जाएंगे.. क्यूँ ??.. क्या नेहरू मोदी से ज्यादा प्रभावी थे ??.. नहीं ना ??.. इसलिए मोदी दोषी हुए ना !!..

इसलिए आज गुजरात में निर्मित भीड़ और भक्तों से लेकर गुजरात से पलायन कर रहे हर व्यक्ति को मेरी समझाइश.. एनडीटीवी वाले भैय्या सर रवीश कुमार जी को सुनते रहें - जो इस भीड़तंत्र विषय पर बहुत अच्छा बोलते और समझाते रहते हैं.. और इस भीड़तंत्र को पहचानें.. इस भीड़तंत्र के पीछे शैतानी ताकतों को पहचानें.. मोदी को पहचानें.. और इस भीड़तंत्र के विरूद्ध हर स्थिति में अपना विरोध दर्ज कराएं..

अन्यथा किसी भी समय नेस्तनाबूद नहीं होने के लिए ईश्वर अल्लाह से प्रार्थना करते हुए भी बर्बाद होने के लिए तैयार रहें.. क्योंकि इस भीड़ से तो ऊपर वाला भी पार नहीं पा सकता.. क्योंकि सत्य तो यही है कि ये जो ईश्वर अल्लाह हैं ना वो इसी भीड़ की आस्था के कारण ही तो अस्तित्व में हैं.. यानि इसी भीड़ के आश्रित ही तो हैं.. हैं ना ??.. इसलिए .. .. ..

हे ईश्वर !!.. हे अल्लाह !!.. इस भीड़तंत्र से बचना और मोदी जैसों से बचाना !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

No comments:

Post a Comment