Sunday 26 November 2017

// 'लव-जेहाद' या 'इंक़लाबे-प्रीत' जब मर्जी से - तो क्या क़ाज़ी कर लेगा और क्या गधे ..//


मियाँ बीवी राज़ी तो क्या करेगा क़ाज़ी ?? .. क़ाज़ी जाने !! .. है ना !! .. ..

धोबी धोबन को ले गया - पर गधा क्यूँ उदास ?? .. ये मैं बताता हूँ कि गधा क्यों उदास ..

क्योंकि उसे लगता है कि धोबन तो हिन्दू पर धोबी मुसलमान या फिर उल्टा पुल्टा .. .. तो क्या गधे भी धर्म से परेशान ?? .. .. गधे ही तो धर्म से परेशान !! .. वर्ना तो धर्म यही कहता है कि गधों की बातों पर ध्यान मत दो - बल्कि अपने कर्मों और अपने ईमान पर ध्यान दो .. और .. ईश्वर अल्लाह तो एक ही हैं .. है ना !! .. ..

इसलिए कहता हूँ कि जब 'लव-जेहाद' हो मर्जी से - या फिर 'इंक़लाबे-प्रीत' हो डंके की चोट - तो क़ाज़ी भी कुछ न कर सकेगा और गधे फ़ोकट परेशान होते रहेंगे .. होने दो .. नहीं क्या ?? .. !! जय हिन्द !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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