आरबीआई अब तक भी पुराने नोटों की गिनती नहीं कर पाई थी कि एक और गिनती उलझ गई है..
और ये गिनती है लोकसभा स्पीकर की ५० की गिनती - जिसे पूर्ण कर उन्हें मोदी सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव को ग्राह्य कर कार्यवाही शुरू करनी है.. और ये ५० की गिनती उनको उनके समक्ष सदन में ही पाए जाने वाले सांसदों की करनी है.. कोई किसी गली मोहल्ले में खुल्ले सांडों की नहीं..
इसलिए अब मुझे आभास ही नहीं विश्वास हो चला है कि मोदी सरकार के गिनती के ही दिन बचे हैं..
और मेरा दावा है कि आने वाले समय में मोदी सरकार के विरुद्ध गालियों की संख्या इतनी बढ़ जाएगी कि वो भी गिनीं नहीं जा सकेंगी.. यदि किसी भक्त को कोई शंका हो तो मेरे दावे का प्रतिकार कर मुझे गिनती से अवगत कराए.. हा !! हा !! हा !!
और हाँ एक बात और.. जो भक्त वो '१ के बदले १० सर' वाली बात पर आस लगाए बैठे हैं वो भी जान लें कि फर्जी डिग्री धारियों वाले गिनती में कमजोर अनपढ़ों से शायद १० तक की गिनती भी नहीं हो सकेगी .. और ३७० की गिनती तो अब इनकी औकात के बाहर हो चुकी है.. इनकी गिनती तो बस 'तीन तलाक़' वाली ३ तक ही रुक जाती है.. १,२,३.. ..इसके आगे कि गिनती इनके बस की बात नहीं.. ..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
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