Wednesday 31 May 2017

// लोगों को आर्मी का डर होना चाहिए - या लोगों को पुलिस का डर होना चाहिए ?? ..//


हमारी सेना के सेनाध्यक्ष श्री विपिन रावत जी बड़ी बेबाकी से कह गए कि - "लोगों को आर्मी का डर होना ही चाहिए - जिस देश में आर्मी का डर खत्म हो जाता है उस देश का पतन भी तय हो जाता है" .. ..

मेरी भी बेबाक प्रतिक्रिया .. ..

मैं तो कहता हूँ कि - जिस देश के नेताओं को लोगों का डर नहीं हो - और उल्टे लोगों को नेताओं का डर हो  - उस देश के पतन को कोई नहीं रोक सकता - और इसमें सेना तो कहीं बीच में आती ही नहीं है .. शर्तिया लिख के ले लें मुझ से रावत साहेब !! .. ..

और ये भी जान लें कि लोगों को सेना का डर नहीं सेना पर विश्वास और गर्व होना चाहिए .. सेना का डर तो केवल दुश्मनों को होना चाहिए .. और डर ही क्यों ?? - खौफ होना चाहिए जनाब !! .. लोगों को डरा के कौन सी नवाई की बात हो जाएगी - मेरी समझ से तो परे ही है .. ..

और हाँ एक बात और - जिस संदर्भ में रावत जी ने अपनी बात समक्ष में रखी है - यदि उसी संदर्भ में मैं भी प्रतिक्रिया दूँ तो कहूंगा कि - लोगों को तो पुलिस का डर होना ही चाहिए .. फिर इसके आगे किसी डर की आवश्यकता ही नहीं होगी - सेना की तो कत्तई ही नहीं .. ..

इसलिए कश्मीरी बुआ के प्रिय भक्तगणों और मोदी भक्तों को भी कहूंगा कि कृपया टीप करें - और फ्री फ़ोकट में अपना ज्ञानवर्धन भी कर लें कि - "सेना और पुलिस में अंतर होता है - और दोनों के कर्तव्य और उपयोग और उद्देश्यों में भी अंतर होता है .. पर साथ ही दोनों की बन्दूक से निकली गोली की रफ़्तार में कोई अंतर थोड़े ही होता है" !! .. सच्ची !! .. !! जय हिन्द !!

मेरे 'fb page' का लिंक .. https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

No comments:

Post a Comment