Friday 29 September 2017

// अर्थव्यवस्था !! .. जानिए 'पुल्लू के अट्ठों' और 'उल्लू के पट्ठों' के मतांतर ?? ..//


अब कई 'पुल्लू के अट्ठे' ये कह रहे हैं कि यशवंत सिन्हा सरकार और अर्थव्यवस्था के बारे में नकारात्मक इसलिए बोल रहे हैं क्योंकि उन्हें सरकार में या पार्टी में या अन्य कोई लाभदार मलाईदार पद नहीं दिया गया था !! .. ..

और मैं इन्हें 'उल्लू का पट्ठा' ना बोलकर 'पुल्लू का अट्ठा' भी इसलिए ही बोल रहा हूँ कि शायद ये सही कह रहे हैं .. क्योंकि 'उल्लू के पट्ठे' तो वो ही हुए ना - जो सरकार और अर्थव्यवस्था के बारे में सकारात्मक इसलिए कह रहे हैं क्योंकि उन्हें सरकार में या पार्टी में या अन्य कोई लाभदार मलाईदार पद मिला हुआ है .. ..

पर फिर एक बात समझने की और रह जाती है .. और वो ये कि - ये जो भक्त हैं ना वो आखिर सरकार और अर्थव्यवस्था की तारीफ क्यों कर रहे हैं ?? .. क्या वो भी 'उल्लू के पट्ठे' हैं ?? .. ..

और मेरा सोचना ये है कि अव्वल तो भक्त भक्त ही हैं - और वो तो उल्लू के पट्ठे नहीं हो सकते - क्योंकि वो तो केवल मोदी के पट्ठे हैं .. है ना !! .. ..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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