Thursday 28 September 2017

// क्या अकेले जेटली ने मूर्खताएं करीं - या फिर पूरी टोली मूर्खों की है ?? .. //


आपको तो याद ही होगा कि केजरीवाल ने जेटली को "भ्रष्ट' कह दिया था .. और जेटली ने केजरीवाल पर मानहानि का केस कर मारा था .. शायद प्रतिकार के इस तरीके के अलावा उन्हें और कुछ सूझा ना होगा !! .. ..

पर अब तो कई संजीदा लोगों ने जेटली को "मूर्ख" तक कह दिया है और देश की डोलती डूबती अर्थव्यवस्था का दोषी बता दिया है .. पर जेटली अब तक खामोश हैं .. ..

तो क्या मान लूँ कि जेटली ने स्वीकार कर लिया कि वे मूर्ख हैं ?? .. ..

पर मुझे लगता तो नहीं कि जेटली स्वीकार कर लेंगे कि वो मूर्ख हैं क्योंकि उन्होंने तो ये भी नहीं स्वीकार किया था कि वे भ्रष्ट हैं .. ..

और सही कहूँ तो जेटली मुझे सपाट रूप से मूर्ख दिखते भी नहीं हैं - क्योंकि यदि वो मूर्ख होते तो ना सही यशवंत सिन्हा का - पर कम से कम सुब्रमण्यम स्वामी का प्रतिकार तो करते .. पर आपने देखा होगा कि जेटली ने कभी भी स्वामी के विरोध में एक शब्द नहीं बोला और स्वामी जेटली के मान को धूल-धूसरित करते रहे - वो भी केजरीवाल से ज्यादा .. और जेटली शानपत का परिचय देते हुए हमेशा चुप रहे .. जैसे कि कई बार कोई बेशर्म शर्म का घूँट पीकर चुप रह जाता है .. ..

पर ये बात भी तय है कि जेटली ने वित्तमंत्री रहते मूर्खताएं तो भरपल्ले कर मारी हैं .. और पूर्व में भी केजरीवाल के विरुद्ध केस भी कर ही दिया था .. .. तो फिर राज़ क्या है ?? .. ..

अरे जनाब राज़-वाज़ कुछ नहीं - मुझे तो बात बहुत सपाट सी लगती है कि .. दरअसल जेटली ने जो मूर्खताएं की हैं वो किसी मूर्ख और भ्रष्ट की दबेलदारी में ही की हैं .. .. क्योंकि क्या है ना कि जेटली के जो साहेब है ना - उन्होंने तो बताया ही था कि वो कईयों के कच्चे चिट्ठे अपने पास रखते हैं .. है ना !! .. ..

तो मित्रों अब आप स्वयं निर्णय कर लें कि - क्या अकेले जेटली ने मूर्खताएं करीं - या फिर पूरी टोली मूर्खों की है ?? .. ..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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