Tuesday 5 September 2017

// गंगा साफ़ नहीं हुई तो उमा भारती को प्राण देने चाहिए या गडकरी के लेने चाहिए ..//


गंगा माँ में यदि मोदी के अलावा किसी की सबसे ज्यादा वाली स्पेशल आस्था होने की बात उछाली गई थी तो वो थी उमा भारती ..
और इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है कि मोदी द्वारा उमा भारती को गंगा सफाई का जिम्मा सौंपने के बाद उमा भारती ने अनेक अवसरों पर सार्वजनिक रूप से घोषित कर दिया था कि यदि वो गंगा माँ को साफ ना करा पाईं तो वे अपने प्राण दे देंगी .. ..

पर अब जब उन्हीं मोदी ने उन्हीं उमा भारती से जिम्मेवारी लेकर गडकरी को गंगा सफाई की जिम्मेवारी सौंप मारी है - तो मुझे लगता है कि मोदी ना सही पर उमा भारती ने तो सार्वजनिक रूप से घोषणा करनी चाहिए कि यदि गंगा साफ़ नहीं हुई तो - या तो वो स्वयं प्राण दे देंगी या गडकरी के प्राण ले लेंगी .. ..

क्या है ना फ़ोकट के डायलॉग सुनते सुनते तो पक ही गए हैं .. अब तो कुछ वास्तविक समक्ष में मस्त नाटकीय देखने की इच्छा हो रही है .. ..

पुनश्च: .. यह लेख मैनें नहीं लिखा है - यह तो मुझसे गंगा मैय्या ने लिखवाया है रे !! ..
!! गंगा मैय्या की जय !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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