पिछले दिनों कई भली आत्माएं परमात्मा में लीन होती रहीं.. और कई प्रेतात्माएं भटकती-भटकती कहीं खो गईं - कई बड़े-बड़ों के भूत सर चढ़कर बोलते रहे और फिर उतर खिसक लिए - कई रूहें कांपती कांपती शिथिल हो गईं.. और कई जिन्नों की घर वापसी हो गई !!..
और अब बारी आई है इन सबसे खतरनाक टुच्चों की अन्तरात्माओं की - जिनकी उत्पत्ति कर्नाटक से हो चुकी है.. और ये सबसे खतरनाक इसलिए हैं क्योंकि ये टुच्ची अंतरआत्माएँ आवाज़ बहुत करती हैं - बल्कि चीखती हैं चिंघाड़ती हैं और अत्यंत विघटनकारी होती हैं - क्योंकि ये जिसको चाहें तोड़ दे मरोड़ दे खरीद ले बिकवा दे..
और इसलिए कानफाडू गर्जना करती इन टुच्ची अन्तरात्माओं की आवाज़ों से निजात पाने के लिए या तो आप कानों में रूई डाले हाथ पर हाथ धरे बैठे रहें.. या फिर इन आत्माओं प्रेतात्माओं भूतों रूहों जिन्नों अन्तरात्माओं के विरुद्ध तनकर खड़े हो इन सबको चुनौती दें..
और इन्हें एहसास करा दें कि - ज़िंदा इंसान भी कुछ महत्त्व और औकात रखते हैं - और ये ज़िंदादिल इंसान ही होते हैं जिनकी अंतरात्मा में भी इंसानियत रचती बसती है..
आज मेरी अंतरात्मा ने जो कुछ कहा सही कहा ना !!.. धन्यवाद !!
ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
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