Monday 28 May 2018

// 'चैलेंज-चैलेंज' में अब क्या टुच्चे की जान लोगे ??.. ..//


ये तो अन्याय की पराकाष्ठा है..

पहले पप्पू ने फेंकू को चैलेंज करा कि मैं १५ मिनिट बोलूंगा तुम सामने खड़े रह टिक के बताओ.. फिर फेंकू ने पप्पू को चैलेंज कर दिया कि पहले तुम १५ मिनिट बिना पढ़े बोल के बताओ और ५ बार विश्वसरैय्या बोल के बताओ..

और फिर एक 'विराट' ने टुच्चई पटक दी !!.. उसने फेंकू को ही चैलेंज कर दिया कि माननीय आप दंड पेल के बताओ..

और कमाल की बात देखिए.. फेंकू ने भी चैलेंज एक्सेप्ट कर लिया कि वो दंड पेल के बताएंगे..  

बस फिर क्या था सब पिल पड़े हैं चैलेंज देने.. कोई चैलेंज दे रहा है..
तेल के भाव कम करके बता..
कालाधन ला कर बता..
२ करोड़ रोजगार दिलवा कर बता..
अपनी डिग्री दिखाकर बता..
बिना ईवीएम के चुनाव जीत कर बता..
गंगा मैय्या निर्मल करके बता.. 
नर्मदा की ३००० किलोमीटर परिक्रमा यात्रा करके बता..

और कल से कोई कहेगा.. हिमालय चढ़ कर बता.. दिल्ली में केजरी को हरा कर बता..  

और मुझे ये सब सुन देख अच्छा नहीं लग रहा.. क्योंकि मुझे लगता है कि क्या टुच्चे की जान लोगे ??.. इतने बड़े-बड़े चैलेंज इतने टुच्चे व्यक्ति से ??.. क्या ये उचित है.. क्या ये शोभा देता है.. वो भी तब जबकि वो पप्पू तक का चैलेंज स्वीकार नहीं कर सका हो - वो भी केवल १५ मिनिट तक पप्पू के बोलते हुए खड़े टिके रह जाने का सड़ा सा चैलेंज ??.. ..

इसलिए मेरा कहना है कि यदि आप न्यायप्रिय हो तो कम कम से कम सामने वाले की औकात देखकर ही चैलेंज करना खेलभावना या संवेदनशीलता या बड़प्पन का परिचायक हो सकता है..

मसलन यदि फेंकू को चैलेंज करना ही हो तो बस इतना ही करना काफी है कि..
"झोला उठा चौराहे पर आकर तो बता.. .."

और मेरा भक्तों को चैलेंज..
पेट्रोल १०० रूपए लीटर कब होगा ??.. कोबरा कहाँ घुसा ??.. राफेल कहाँ उड़ा ??.. और हनीप्रीत का क्या होगा ??.. और क्या बागों में बहार है कि नहीं - और क्या कभी तुम्हारे साहब रवीश के सामने १५ मिनिट बैठ टिक पाएंगे ?? ५ सवालों का भी उत्तर दे पाएंगे - वो भी बिना पानी मांगे !!.. बताओ तो जानें !!.. हा !! हा !! हा !! .. ..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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