Tuesday 8 January 2019

// सावधान !!.. आरक्षण के इस हैवान हवन में बहुत आहुतियां भस्म होंगी .. ..//


जब मोदी सरकार के २०१४ में १०० दिन पूरे हुए थे - तब भी वो तमाम आश्वासन से भरे जुमले दिए जाते रहे थे जो ना पूरे हुए थे ना पूरे होने थे ना पूरे होते दिख रहे थे..
और अब ५६ इंची के ५६ महीने के विफल शासनकाल के बाद जब मात्र १०० दिन और बचे हैं तो - भरपूर शैतानी और शातिरता के साथ आर्थिक रूप से कमजोरों के लिए १०% आरक्षण का एक और जुमला पेल दिया गया है..

और मैं बेहिचक कह सकता हूँ कि फेंकू का ये जुमला अब तक का सबसे खतरनाक और हानिकारक जुमला सिद्ध होगा - और वैमनस्य फैलाने और तोड़ने की राजनीति का 'तुरुप का इक्का' भी..

क्योंकि शायद शैतान और शातिर जब - ना तो समझदार हिन्दुओं को और ना ही सभ्य मुसलमानों को - और ना ही कट्टर मंदिर समर्थकों को और ना ही मंदिर निर्माण में रूचि नहीं रखने वाले आस्तिकों और नास्तिकों को भड़काने में सफल हो पाए - तब हताशा में उन्होंने उस बेरोजगार को एक बार फिर भड़काने का प्रयास किया है जो शायद कई प्रकार की सामाजिक और आर्थिक परेशानियों से उलझते हुए भड़कने को आतुर बैठा है..
क्योंकि हर धर्म और जाति का बेरोजगार यही सोच रहा है कि उसके साथ घोर अन्याय हो रहा है.. जबकि वस्तुस्थित तो यही है कि जब रोजगार ही नहीं हैं तो क्या रोजगार के आरक्षण को गौमूत्र लगा के चाटोगे ????..

यानि स्थिति यह निर्मित हुई है कि.. भड़काने वाले बदमाशों ने जाते जाते भड़क जाने को तैयार बैठे मजबूरों को भड़काने का ब्रह्मास्त्र चल दिया है.. शायद इस उम्मीद में कि या तो इस जुमले के सहारे उबर जाएंगे वरना तो वैसे भी डूब ही तो रहे थे..

पर हाँ एक बात बेहिचक यह भी कहूंगा कि इस भद्दे मजाक के बाद देश में एक सार्थक बहस ये भी होगी कि क्या आरक्षण जाति आधारित होना ठीक है या आर्थिक आधार पर ??.. और आर्थिक आधार पर आरक्षण के पक्षधरों को फिर ये भी समझाना होगा कि वर्तमान में लागू जाति आधारित आरक्षण में भी आर्थिक आधारों को लागू करना क्यों नहीं अपरिहार्य होगा ??.. और आखिरकार ये आर्थिक आधार क्या होंगे - क्या ८ लाख रूपए सालाना आय का हास्यास्पद आधार किसी के गले उतरेगा ??.. और फिर शायद बहस इस पर भी होगी कि आरक्षण धार्मिक आधार पर क्यूँ नहीं ??.. ..

यानि कहानी बहुत लम्म्म्म्बी है - और शायद अंतहीन भी.. और शायद ये वो आग है जिसको लगाने वाले बहुत बदमाश हैं और ऐसी लगाईं गई विकराल आग को बुझाने वालों के पास अभी आवश्यक उपकरण या क्षमताएं उपलब्ध नहीं हैं..

इसलिए सावधान !!.. आरक्षण के इस हैवान हवन में बहुत आहुतियां भस्म होंगी..
अब तो शायद श्री राम ही नया अवतार ले कुछ कर पाएं तो जय श्री राम !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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