मैने आज मोदी का भाषण सुन लिया..
शायद इसलिए कि ये उनका आखरी भाषण था..
भाषण सुन मैं दावे से कह सकता हूँ कि भक्त ख़ुशी का इज़हार करेंगे.. क्योंकि भाषण बिना दिमाग वालों को खुश करने लायक तो था ही..
और चिंतित भी हुआ कि यदि मोदी ने ९०००० करोड़ की दलाली को रोका तो फिर मोदी ने एक भी दलाल पकड़ा क्यों नहीं - जेल क्यों नहीं भेजा.. क्योंकि भक्त ही तो दलाल हैं और दलाल ही तो भक्त हैं.. और शायद मोदी चौकीदार नहीं भागीदार ही हैं.. है ना !!..
और अंततः मैं संतुष्ट हुआ कि मोदी का आखरी भाषण निपट गया..
और इसी कारण आप सबको दिल दिमाग से स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं अगला स्वतंत्रता दिवस बेहतर हो इस हेतु शुभकामनाएं !!..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
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