Wednesday 15 August 2018

// गधे पर पट्टे पेंट कर ज़ेबरा तो बना लोगे.. पर गाय या शेर तो नहीं बना सकोगे ना !!..//


स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मेरा एक स्वतंत्र विश्लेषण !!.. ..

पूरा मीडिया नतमस्तक हो चुका है.. सत्तापक्ष की गोदी में जा बैठा है.. और इशारों पर नाच रहा है.. बल्कि उन्मुक्त शानदार वीभत्स दर्शनीय कैबरे तक कर रहा है..

और गौरतलब है कि.. पूरा गोदी मीडिया जनता के सरोकार की कोई भी बात नहीं कर रहा है.. मसलन गरीबी भुखमरी कानून-व्यवस्था गुंडागर्दी या फिर स्वास्थ्य शिक्षा विकास आदि पर कोई बात नहीं हो रही है.. और यहां तक कि पाकिस्तान कश्मीर भ्रष्टाचार वादाखिलाफ़ी और नाकामियों जैसे विषयों पर तो कोई चपड़ू चूँ भी नहीं कर पा रहा है..

पर क्या आपने गौर किया कि आखिर बातें हो क्या रही हैं .. बातें हो रही हैं - हिन्दू-मुसलमान पर - विभिन्न चुनावों पर - विभिन्न घटनाओं दुर्घटनाओं पर - इतिहास पर - राजनीति पर - टुच्चों के बयानों पर - कावड़ियों के कबाड़ों पर - बाढ़ पर - विपक्ष की कमज़ोरियों पर - विपक्ष की लाचारियों पर - हड़तालों पर - पिछले सत्तर साल के सियाप्पे पर.. और थोड़ी बहुत छनी-छनाई तोड़ी-मरोड़ी बातें हो रही हैं - सीमाओं पर घटित गतिविधियों पर - और देश में हो रहे थोकबंद वीभत्स बलात्कारों या नियोजित भीड़ों के द्वारा की जा रही हत्याओं पर.. आदि !!..

और उपरोक्त तथ्य ये इंगित करते हैं कि सत्तापक्ष के द्वारा डरा-धमका कर या खरीद कर गोदी में बैठा ली गई मीडिया के पास भी सत्तापक्ष के पक्ष में बताने के लिए कुछ भी ठोस या महत्वपूर्ण नहीं है.. और इसका कारण है कि मोदी ने अभी तक कुछ ऐसा विशेष किया ही नहीं है जिसका अकाट्य बखान किया जा सके..

और ये बात तब और सिद्ध हो गई जब आज १५ अगस्त के दिन लाल किले की प्राचीर से ८२ मिनिट के भाषण में मोदी ज्यादातर लफ़्फ़ाज़ी करते नए वादे पेलते और पुरानी सरकारों को कोसते नज़र आए.. और अपने किये पर बढ़चढ़ कर बोलने के अथक प्रयास के बावजूद भी कुछ विशेष बोल ही नहीं पाए.. और इसलिए मुझे वो वाकई चुके खपे बेआबरू जैसे ही नज़र आए..

और देख लीजिएगा कि उनके इस भाषण पर भी गोदी मीडिया बहुत टेके और पैबंद लगाने के प्रयास करेगा.. पर निश्चित ही मोदी को सफल या अच्छा या कुशल या समझदार या ईमानदार सिद्ध करने में सफल नहीं हो सकेगा..

क्योंकि मेरा ऐसा मानना है कि ज़ू के गधे के बदन पर पट्टे पेंट कर आप उसको ज़ेबरा तो बना सकते हो.. पर किसी गधे को कुछ भी करके और कुछतो भी करके एक उपयोगी गाय या फिर बहादुर ताकतवर शेर तो नहीं बना सकते हो.. क्योंकि आखिर आप कुछ भी कर लो - गधा तो गधा ही रहेगा..

और हाँ गंदी नाली की गैस से आप ज्यादा से ज्यादा पकोड़े ही तल लोगे ना.. रॉफेल विमान तो नहीं उड़ा सकोगे ना.. राफेल तो तुमको ही उड़ा देगा ना.. .. और फिर गंदी नाली के कीड़े तो मरने के लिए नाले में ही रह जाएंगे ना - कोई गैस के साथ उड़ पकोड़े तो नहीं खा सकेंगे ना.. समझे !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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