मेरे एक भक्तु ने कल देर शाम मुझे व्हाट्सएप किया..
सभी भाइयों को ईद की राम राम !!..
मैने भी आज उसे व्हाट्सएप कर दिया है कि..
अटल अस्थिकलश यात्राओं के बाद अस्थियां प्रवाहित होने के साथ ही अल्लाह अटलजी की आत्मा को शांति प्रदान करे - और उन्हें जन्नत नसीब हो.. आमीन !!..
इसे कहते हैं धर्मनिरपेक्षता.. गंगा-जमुनी तहज़ीब.. नहीं क्या ??..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
No comments:
Post a Comment