'अटल' नाम की धुआंधार बाढ़ में.. एक अटल सुझाव मेरा भी.. ..
जिन्होनें पूरी 'पृथ्वी' का नामकरण अटलजी के जीते-जी 'दीनदयाल गोला' कर दिया था..
उन्हें तात्कालिक स्थितियों और अस्थियों और आस्थाओं और भक्तभावनाओं और २०१९ के चुनावों के मद्देनज़र.. अब लगे हाथ कुछ नए नामकरण निम्नानुसार भी कर ही देने चाहिए..
'दक्षिणी गोलार्ध' > 'दीनदयाल गोलार्ध'
'उत्तरी गोलार्ध' > 'अटल गोलार्ध'
और मेरे हिसाब से तो पृथ्वी का पुनःनामकरण अब - 'गोलवलकर गोला' ज्यादा अच्छा लगेगा..
और अंतिम सुझाव..
'गोलवलकर गोले' के 'दीनदयाल गोलार्ध' और 'अटल गोलार्ध' को बांटने वाली 'भूमध्य रेखा' का नामकरण अभी से 'भूमोदी रेखा' कर देना चाहिए..
क्योंकि बांटने में मोदी से बड़ा और कौन हुआ या हो जाएगा ??..
संभव ही नहीं ना !!..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
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