Thursday 14 April 2016

// तो देखते रहिये - देश के नसीब में क्या है - अच्छी वर्षा या मोदी ?? ....//


किसी ने सही कहा है - नसीब अपना अपना .... यानि हर किसी के नसीब में सब कुछ नहीं होता है .. और कभी कभी तो किसी का नसीब किसी की बदनसीबी का कारण भी हो जाता है .... और ये व्यक्तिगत नसीब और सामूहिक नसीब का भी अजीबोगरीब संबंध होता है ....

मसलन .. किसी के नसीब में स्वस्थ शरीर हो सकता है तो किसी के नसीब में स्वस्थ मष्तिष्क - तो किसी के नसीब में दौलत तो किसी के नसीब में शोहरत और उच्च पद .... और यदि एक चोर का नसीब दम मार जाए तो साहुकार का बदनसीब - और यदि चोर का नसीब धोखा दे जाए तो पुलिस का नसीब - क्योंकि पुलिस चोर और साहुकार से वसूली कर अपना नसीब तो बना ही लेती है ....

और इसी तरह मैंने अनुभव किया है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री "नसीबवाले" मोदी जी तेल के तो नसीब वाले हैं - पर वो पानी के बदनसीब हैं .... क्योंकि जब से वो अपने नसीब के कारण और देश की बदनसीबी के कारण प्रधानमंत्री बने हैं - तब से तेल का तो तेल निकल गया और मोदी जी की पौ-बारह .. पर तब से ही पानी की किल्लत बढ़ती ही गई और सूखा भी पड़ गया ....

वैसे तो एक फोकटिए माननीय नसीब वाले के अनुसार सूखा पड़ने का एक और कारण ये रहा है कि लोग साईँ बाबा की पूजा करने लगे थे ....

खैर अब जबकि कुछ मस्तिष्क के नसीब वालों ने ये भविष्यवाणी कर दी है कि इस वर्ष पूरे देश में अच्छी वर्षा होगी और सूखे से राहत मिलेगी .. और चूँकि मुझे लगता नहीं कि साईं भक्त किसी भी हालत में साईं की पूजा करना बंद करेंगे .. तो मुझे कुछ शुभ संकेत मिल रहा है .... और संकेत है ....

यदि इस वर्ष अच्छी वर्षा हुई तो मान कर चलें कि पानी के बदनसीब वाले मोदी जी वर्षाकाल के पहले अपने और देश के नसीब अनुसार देश का पिंड छोड़ देंगे .... यानि मोदीजी की छुट्टी होना तय है ....
 पर हाँ यदि एक और सूखा पड़ना नियति ही हो - तो फिर शायद मोदी जी को कुछ और समय झेलना पड़े ....

तो देखते रहिये - देश के नसीब में क्या है - अच्छी वर्षा या मोदी ????

अपना यह घटिया लेख मैं आदरणीय स्वरूपानंद सरवस्ती जी को और भक्तों को समर्पित करते हुए अपने नसीबों को सराहता हूँ जिनसे प्रेरणा पाकर ही मैं ये सब बकवास लिख पाया .... और इसलिए आपसे क्षमाप्रार्थी भी हूँ .... धन्यवाद !! .... "नसीबों वाली माता की जय"

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