Tuesday 15 July 2014

सुनो सुनो - वैदिक जी 'आप' पार्टी के भी नहीं हैं !!!

क्या बात है देखते देखते बयानों और दावों की होड़ लग पड़ी है ....
कोई कह रहा है वेद प्रताप वैदिक आरएसएस के आदमी हैं .... तो कोई कह रहा है रामदेव के आदमी हैं .... कोई कह रहा है मोदी के आदमी हैं .... कोई उन्हें कांग्रेस का तो कोई उन्हें भाजपा का आदमी बता रहा है .... पर कोई भी उनको अपना आदमी नहीं बता रहा है .... यहाँ तक की पत्रकार भी कह रहे हैं कि ये उनकी जमात का नहीं है ....
और तो और सुनने में तो ये भी आया है कि उनके बड़बोलेपन और घुमक्कड़पन के कारण और रामदेव की गंदी संगत से परेशान हो श्रीमती वैदिक ने उदघोषित कर दिया है कि वैदिक जी उनके आदमी नहीं है ....
वाकई इस गुटकू ने तो सभी की वाट लगा दी .... पर इतने बहादुर व्यक्ति का ऐसा तिरस्कार होते देख मुझे अच्छा नहीं लग रहा है ....
इसलिए मेरा भक्तों से निवेदन है कि कम से कम वो तो वैदिक जी की हौसला हाफ़ज़ाई करें और अपनी विशिष्ठ उच्च क्षमता अनुसार कोई नया टेका तो लगाएं - जैसे कि उन्होंने मोदी जी के पक्ष में टेका लगाया था की महंगाई इसलिए बढाई जा रही है ताकि अच्छे दिन आ सकें ....
सुझाव के रूप में भक्त ये भी तो कह सकते हैं कि वैदिक जी 'आप' पार्टी के नहीं हैं इसलिए वो देशद्रोही या पाकिस्तानी एजेंट तो हो ही नहीं सकते ....

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