Wednesday 23 July 2014

शिवसेना सांसद को प्रतिसाद तो मिलना ही चाहिए !!!!
सभ्य संवेदनशील लोग अभी तक इस बात पर अपना रोष जताते रहे हैं कि "गरीब के मुँह में रोटी का निवाला नहीं है"
पर आज जब शिवसेना के एक तथाकथित अति संवेदनशील सौम्य सहिष्णु सेवाभावी सांसद महोदय श्री राजन विचारे द्वारा स्वविवेक से अपना बेशकीमती समय लगा दल-बल सहित स्वयं यानी खुद के पांव-पांव पैदल चलकर स्वयं किचन में जाकर स्वयं अपने हाथों से रोटी उठा एक आम आदमी के मुहं में स्वयं के करकमलों से निवाला डाला या डालना चाहा तो इस पर कुछ लोग निंदा कर रहे हैं - बेमतलब बवाल मचा रहे हैं ....
मुझे लगता है ऐसी निंदा करने और बेमतलब बवाल मचाने के बजाय जनता को तो सांसद महोदय के मुँह में या अन्यत्र निवाले या नेवले ठूंस उन्हें प्रतिसाद देना चाहिए ....
और हाँ जो इन सांसद महोदय का पक्ष ले रहे हैं उन्हें भी लगे हाथ यथायोग्य प्रतिसाद प्रदान कर ही देना चाहिए .... है ना !!!

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