अब टमाटर के भाव आसमान पर .... भक्त खिसियाते हुए बोले अब इसके लिए तो मोदी सरकार को
दोष नहीं देना ....
मैंने गुस्से में बोला क्यूँ भाई - जमाखोरी के विरुद्ध मुहीम छेड़ी थी - छापे डाले थे
- दसियों मीटिंग करी थी - फिर उसका क्या ....
जवाब आया .... अरे वो सब तो प्याज़ और आलू के लिए किया गया था ....
मैंने कहा सरकार निकम्मी है ....
भक्त बोले फिर से गालियां क्यूँ देते हो ....
मैंने कहा फिर से इसलिए कि पहले प्याज़ आलू के लिए दी थी अब की बार टमाटर के लिए दे रहा हूँ .... exclusively !!
गनीमत समझो वही वाली दे रहा हूँ - वर्ना ध्यान रहे आजकल मार्केट में उच्च कोटि की गालियां भी इफरात में प्रचलित हो रही हैं .... कुछ संस्कृत की तो इतनी effective हैं की चार बार सुनोगे पूरी संस्कृत समझ में आने लगेगी ....
जवाब आया .... अरे वो सब तो प्याज़ और आलू के लिए किया गया था ....
मैंने कहा सरकार निकम्मी है ....
भक्त बोले फिर से गालियां क्यूँ देते हो ....
मैंने कहा फिर से इसलिए कि पहले प्याज़ आलू के लिए दी थी अब की बार टमाटर के लिए दे रहा हूँ .... exclusively !!
गनीमत समझो वही वाली दे रहा हूँ - वर्ना ध्यान रहे आजकल मार्केट में उच्च कोटि की गालियां भी इफरात में प्रचलित हो रही हैं .... कुछ संस्कृत की तो इतनी effective हैं की चार बार सुनोगे पूरी संस्कृत समझ में आने लगेगी ....
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