Monday 28 July 2014

कौन किसके कल्याण का जिम्मेदार ????

कौन किसके कल्याण का जिम्मेदार ????
शायद धर्म की स्थापना मानव के कल्याण एवं सत्य की रक्षा करने हेतु करी गयी होगी !
पर इसके विपरीत ....
असत्य पर सवार हो कुछ पागल अधर्मी धर्म की रक्षा एवं कल्याण करने हेतु आमादा हैं !
समझ में नहीं आता कि ....
मंदिर हिन्दुओं का कल्याण करेंगे या हिन्दू मंदिरों का ?
मस्जिदे मुसलामानों का कल्याण करेंगी या मुसलमान मस्जिदों का ?
गुरूद्वारे सिक्खों का कल्याण करेंगे या सिख गुरद्वारों का ?
भगवन भक्तों का कल्याण करेंगे या भक्त भगवन का ?
कहीं ऐसा तो नहीं .... कि ईश्वर अल्लाह भगवन आदि अपने अपने भक्तों के सपने में आते हों और रोते बिलखते हाथ पाऊँ जोड़कर उनसे फ़रियाद करते हों - कि दूसरे धर्मों के मानने वालों से हमारी रक्षा करो !!!! और ये भक्त अपनी जान को सुरक्षित करते हुए दूसरे धर्मों के मानने वालों कि जान लेने तथा दंगे करने हेतु निकल पड़ते हों !!!!
यदि ऐसा है तो फिर मुझे क्षमा करें - मूल रूप से कमज़ोरी और गलती तो ईश्वर अल्लाह भगवन की हुई .... बेचारे भक्तों को दोष क्यूँ ????

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