आप पार्टी के प्रशांत भूषण ने जब कश्मीर में REFERENDUM की बात कही थी तो इन भाजपाइयों
ने क्या तांडव नृत्य और भंगड़ा और कुच्चीपुडी और हिप-हॉप जाने क्या क्या किया था ....
याद ही होगा ....
अब गुटकू वेद प्रताप वैदिक कश्मीर को आज़ाद करने की बात कह गए .... और सरकार कहती है
कि सरकार का इससे कोई DIRECTLY INDIRECTLY या REMOTELY लेना देना नहीं है ....
तो मैदान खुल्ला है भक्तों - बताओ उछलते कूदते कश्मीर को आज़ाद कब करने चल रहे हो ????
हाँ नृत्य हेतु विजय जॉली को और हास्य नृत्य हेतु अमित शाह और गडकरी को साथ जरूर रख लेना - उल्लास का वातावरण बनेगा - बहुत मज़ा आएगा ....
वाकई इस गुटकू ने तो सभी की वाट लगा दी .... पर इतने बहादुर व्यक्ति का ऐसा तिरस्कार
होते देख मुझे अच्छा नहीं लग रहा है ....तो मैदान खुल्ला है भक्तों - बताओ उछलते कूदते कश्मीर को आज़ाद कब करने चल रहे हो ????
हाँ नृत्य हेतु विजय जॉली को और हास्य नृत्य हेतु अमित शाह और गडकरी को साथ जरूर रख लेना - उल्लास का वातावरण बनेगा - बहुत मज़ा आएगा ....
इसलिए मेरा भक्तों से निवेदन है कि कम से कम वो तो वैदिक जी की हौसला हाफ़ज़ाई करें और अपनी विशिष्ठ उच्च क्षमता अनुसार कोई नया टेका तो लगाएं - जैसे कि उन्होंने मोदी जी के पक्ष में टेका लगाया था की महंगाई इसलिए बढाई जा रही है ताकि अच्छे दिन आ सकें ....
सुझाव के रूप में भक्त ये भी तो कह सकते हैं कि वैदिक जी 'आप' पार्टी के नहीं हैं इसलिए वो देशद्रोही या पाकिस्तानी एजेंट तो हो ही नहीं सकते ....
No comments:
Post a Comment