Thursday 14 March 2019

// भोजन और राष्ट्रभक्ति अपने हिसाब से चलने दें.. 'मोइजी' के चक्कर में ना फंसे.. ..//


शादी ब्याह के रिसेप्शन भोज के समय मैने एक बात नोट की.. ..
जो फोकटिया व्यक्ति किसी को चाय भी ना पिलाता हो वो पार्टी में ढूंढ-ढूंढ कर अपने मित्रों या रिश्तेदारों की मनुहार करता रहता है.. बॉस रबड़ी लाऊँ.. फूफाजी और क्या लेंगे ??.. क्यों ड्रायफ्रूट चाट ली ??.. अरे बाबू तू दाल चावल छोड़ - ये तो रोज़ घर में बनते हैं - रसमलाई और मालपुए खा.. अरे बहनजी आप ने आइसक्रीम नहीं ली - लाऊँ ??.. ..
जबकि फोकटिया का तो कुछ लगता या लगना नहीं - और जो लगता है वो तो पार्टी देने वाले मेजबान का लगता है.. ऐसे फ़ोकटियों को हमारी समझदार वाली मित्रमंडली में आजकल "मोईजी" कहते हैं - क्योंकि बिना किसी लागत के श्रेय बटोरने की कला में अपने मोदी जी का कोई सानी नहीं हो सकता..

और ये बात मैं आज विशेष संदर्भ में इसलिए बोल रहा हूँ क्योंकि आजकल जहां देखो अपनी सेना के बल पर निहायत लल्लुओं डरपोकों चोरों फेंकुओं जिन्होंने आज तक एक भ्रष्टाचारी नहीं निपटाया हो - उनके द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रभक्ति जम के परसी परोसी पसारी जा रही है.. और कई "मोइजी" मोदी जी के कुशल नेतृत्व में बिना किसी लागत के बैठे बिठाए वीर बहादुर राष्ट्रभक्त होने और बनाने तथा विशेष रूप से पाकिस्तान को निपटाने का श्रेय बटोर रहे हैं.. ..

इसलिए सावधान !!.. भोज में भोजन और अपने ही राष्ट्र में राष्ट्रभक्ति अपनी समझ आवश्यकता और रूचि से ही चलने दें.. "मोइजी" के चक्कर में पड़ अपना पेट और दिल-दिमाग खराब ना करें !!..

धन्यवाद !!.. बोलो मेजबान की जय !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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