पप्पू की पार्टी ने "न्याय" स्कीम की घोषणा करी..
देश के 20% सबसे गरीब परिवारों को रु. 72,000 प्रति वर्ष दिए जाएंगे..
और गप्पू की पार्टी की हवाइयां तैरने लगीं - होश बेहोश हो गए - और साथ ही जलन से सुलग भी गई - "चौकीदार चोर है" से भी ज्यादा अखर गई - और स्याप्पे भी रोने लगे - और भड़ास भी भड़भड़ा उठी - और निंदा भी निंदनीय हो चली..
यानि हड़कंप मचा है धमाल हो गया है.. एक गप्पू गुलाम पर अट्ठा चढ़ गया है.. ..
और पूरा माहौल कुछ ऐसा हो गया है जैसे कि पप्पू जी आगामी चुनाव जीतकर सरकार बनाएँगे पर - साथ ही ऐसा माहौल भी बनाया जा रहा है कि शायद "न्याय" स्कीम लागू नहीं कर पाएंगे.. जिसका मतलब यही हुआ कि सरकार तो पप्पू ही बनाने जा रहे हैं !!..
और मैं खुश हूँ और संतुष्ट भी हूँ क्योंकि माहौल भी मेरी ही आशा के अनुरूप यही डंका बजा रहा है कि अगली सरकार गप्पू की तो नहीं ही बनने वाली है.. और यहां तक कि भक्त भी यही प्रचारित करने में लगे हैं कि अब चोर चौकीदार की छुट्टी तय है.. और पप्पू अगला गप्पू निकलेगा..
पर जैसे गप्पू ने उल्लू बनाया हो सकता है पप्पू भी सबको चम्पू बना दे और अपने "न्याय" के वादे को पूरा कर दे..
यानि "न्याय" मिलेगा इसकी आशा प्रत्याशा तो करी ही जा सकती है - और गप्पू का "अध्याय" समाप्त होगा इसकी गारंटी महसूस की जा सकती है..
ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
No comments:
Post a Comment