Sunday 17 March 2019

// दुःखद : पर्रिकर जी नहीं रहे - अब हमें चौकीदार नरेंद्र मोदी का ध्यान रखना चाहिए..//


सर्वप्रथम तो पर्रिकर जी को हार्दिक श्रद्धांजलि.. और उन्हें मरणोपरांत बधाई कि उन्होंने राफेल के बारे में बहुत कुछ जानते और अनुभव करने के बावजूद कुछ भी नहीं बताने की अपनी मजबूरी को बखूबी निभाया !!..

हमारी सोसाइटी में कई चौकीदार हैं - सब मेहनती और ईमानदार लगते हैं - और अच्छे भी लगते हैं - और उपयोगी भी..
उनसे बात हुई तो उन्होंने बताया उनकी ८ घंटे कि ड्यूटी होती है.. और उनके ड्यूटी पर आने जाने के समय को मिलाकर लगभग १२ घंटे की ड्यूटी हो जाती है.. और इसलिए वो रोज़ थक जाते हैं और दूसरा कोई विशेष काम नहीं कर पाते.. बेचारे !!..
और मेरी कुछ विशेषज्ञों से भी बात हुई जिन्होनें बताया कि ८-१० घंटे से ज्यादा की ड्यूटी करने वाले सभी कर्मी या तो मानसिक रूप से बीमार हो जाते हैं या फिर शारीरिक रूप से..

पर जो लोग आर्थिक रूप से ठीकठाक होते हैं वो अक्सर मानसिक रूप से बीमार होते हैं क्योंकि जैसे तैसे जाने अनजाने उनका शरीर पोषित और चलायमान रहता है..

तो फिर अब आप ही कल्पना कर लीजिए कि जिस चौकीदार को खाने पीने और रहने आदि की पूरी अच्छी सुविधा हो और वो लगातार १०-१५ सालों से बिना एक छुट्टी लिए अनवरत दिन में १८-१८ घंटे कार्य कर रहा हो तो उसकी मानसिक दशा का भाजीपाला कैसा हो गया होगा ??..

और विशेषकर ६० की उम्र पार करने वालों की तो छाती भी फूलने लगती है और दिमाग की नसें भी ऐंठ जाती हैं और शरीर की इन्द्रियों का भी क्षरण होने लगता है.. और इसलिए ६० वर्ष की आयु के बाद तो व्यक्ति ने सभी चिंताओं और जवाबदारियों से मुक्त होकर मस्त रहना चाहिए !!.. 

और इसलिए अब जब पर्रिकर जी का दुखद अध्याय हमारे सामने है.. और मोदी जी ने देश के लिए ऐसा और इतना कबाड़ा कर दिया है तो देश को भी हर दृष्टि से ये सोचना और क्रियान्वित करना चाहिए कि चौकीदार नरेंद्र मोदी की छुट्टी कर दी जाए.. और उन्हें और अधिक मानसिक प्रताड़ना से बचा उन्हें मानसिक रूप से स्वस्थ होने का समय और मौका दिया जाए !!..

मैं आशा करता हूँ कि जिन भक्तों में तनिक भी दिमाग होगा वो आज जब पर्रिकर जी को श्रद्धांजली दे रहे होंगे तो वो मेरी इस बात की कद्र करेंगे..

वैसे भी शास्त्रों में लिखा है कि जब कभी आप मरघट जाएं तो ज्ञान प्राप्त करने में ध्यान लगाएं - क्योंकि मरघटी ज्ञान का अपना ही महत्व है.. समझे !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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