Saturday 4 February 2017

/.. कौन सा तिकोन ?? .. कैसा तिकोना ?? .. .. कल तक हर बात पे जो कहते थे - तू क्या है ?? - ये 'आप' कौन ?? .. आज मजबूरी में रो-रो कह रहे हैं - मैं भी हूँ तू भी है और वो 'आप' भी है .. और मामला त्रिकोणीय है !! .. .. आज जो कह रहे हैं त्रिकोणीय - कल कराहेंगे .. मैं कौन सा कोना ?? .. तू कौन सा कोना ?? .. कौन सा तिकोन ?? .. कैसा तिकोना ?? .. हाय !! मैं मैं ना रहा - तू तू ना रहा - अब तो बस वो ही है - वो ही एक - 'आप' !! ..../.... मेरे दिमाग की बातें - दिल से .. ब्रह्म प्रकाश दुआ


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