Sunday 7 January 2018

// "स्वयंभू शहीद" को मेरी सलाह.. ज़िंदा होकर ज़िंदादिली का परिचय दें ....//


स्वयंभू शहंशाह हुआ करते थे.. फिर स्वयंभू भगवान् ईश्वर खुदा भी होने लगे.. और फिर उच्च निच्च पदों पर भी स्वयंभू पदेन होने लगे.. और वर्तमान में स्वयंभू बाबाओं गुरुओं और भक्तों की भी बहुतायत होने लगी.. और देखते देखते स्वयंभू पिताओं बापों बापुओं माँ माताओं अम्माओं और तो और मामाओं की भी भरमार हो गई.. और सब स्वयंभू !!..

पर जनाब शायद विश्व में नहीं तो भारत में तो पहली बार "स्वयंभू शहीद" भी देखने को मिला है.. जी हाँ "स्वयंभू शहीद" !!..

और मज़े की बात देखिए कि ये यकीनन विश्व का पहला शहीद होगा जो मरा भी नहीं है - जिन्दा है - और चिल्ला रहा है.. मेरे शव को मत छेड़ो - दर्द होता है !!..

मेरी "स्वयंभू बुद्धिजीवी" जैसी प्रतिक्रया..

"स्वयंभू शहीद" जी !!.. कृपया विदित हो कि शहीद होने की पहली शर्त मरना होता है.. और भले ही आप कितने भी ज़िंदादिल हों या ना हों - पर ज़िंदा तो होना ही नहीं होता है.. और इसलिए बोलना रोना गाना बघारना तो निषेध ही होता है..

और याद रहे इस देश में अभी हम जैसे लोगों की बदौलत इंसानियत बची हुई है - और हमारा प्यारा देश कोई पाकिस्तान जैसा टुच्चा देश नहीं.. इसलिए इस देश में अपनों के तो छोड़ा दुश्मनों तक के शवों के साथ भी छेड़खानी नहीं होती है..

इसलिए "स्वयंभू शहीद" जी !!.. मुझे आपके लिए एक मशहूर उम्दा कवि जो माशा अल्लाह अभी भी ज़िंदा हैं और इंशा अल्लाह दीर्घायु भी होंगे - उनकी रचित कुछ पंक्तियाँ ज़हन में आ रही हैं - कृपया मुलाहिज़ा फरमाएं..

कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है..
और मुझे लगने लगा है..
शायद 'कोई' सही कहता है, कोई सही समझता है..

इसलिए "स्वयंभू शहीद" जी !! .. मेरा विश्वास करना.. आप शहीद नहीं हुए हो.. और 'वो' आपको शहीद होने भी नहीं देगा..

बल्कि आप तो एक बहुत अच्छे कवि हो.. आपसे तो कत्ल भी नहीं होगा.. आपसे तो कपिल मिश्रा की सड़क छाप भाषा भी नहीं बोली जाएगी.. इसलिए बेहतर होगा कि आप 'आप' का त्याग कर आगे कुछ ऐसा क्रांतिकारी करने का प्रयत्न करें कि आपके ही प्रयासों से देश को एक और 'केजरीवाल जैसा' क्रांतिकारी मिलने का सौभाग्य प्राप्त हो सके..

और ऐसा तभी हो सकेगा जब आप ज़िंदा होकर ज़िंदादिली का परिचय देंगे.. और इसमें ही सबकी भलाई होगी.. !! जय हिन्द !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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