आज तो गोदी मीडिया के स्क्रीन पर भी लिखा गया कि - "पद्मावत विवाद और हिंसा में दखल नहीं देगी केंद्र सरकार"..
मेरा निष्कर्ष : अब तो मानना ही पड़ेगा कि..
पद्मावत विवाद और हिंसा के केंद्र में केंद्र सरकार ही थी और है..
और भांग के सरकारी पकोड़े खाए भक्त भी दखल नहीं देंगे..
पर भगवे दुपट्टे धारण कर चुके गुंडे भक्त गुंडागर्दी करते रहेंगे..
कल गौरक्षा का मुद्दा था परसों लव जेहाद का था - उसके पहले राम मंदिर का .. और आज पद्मावत का.. और कल फिर होगा कोई जात पात धर्म से जुड़ा जुडाया या जोड़ा गया या फिर कोई जुगाड़ू मुद्दा..
और शिक्षा स्वास्थ्य बेरोजगारी महंगाई भाईचारे इंसानियत आदि का कोई मुद्दा बनने ही नहीं दिया जाएगा..
क्योंकि आज का एक मुद्दा ये भी है कि..
यदि बेवकूफ जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है तो दोष क्या बेवकूफ बनाने वाले का है या बेवकूफ बनने वाले का ??.. सोचिएगा और समझिएगा यदि आप बेवकूफ नहीं हैं तो.. !! धन्यवाद !!
ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
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