Friday 2 December 2016

/.. अभी कई रिपोर्ट्स आ रही हैं - स्टिंग आ रहे हैं - धार्मिक संस्थानों के क्रियाकलाप सामने आ रहे हैं - जिनसे मुझे पूर्व से ज्ञात अकाट्य सत्य पता चल रहा है कि मेरे अनुमान और मेरी प्रत्याशा अनुसार ही कई धार्मिक संस्थानों के ठेकेदार सरकारी सहयोग के चलते काले धन रुपी ५००-१००० नोटों को सफ़ेद धन में बड़ी ही आसानी से बदल देने में सफल हो गए .. और धंधा धड़ल्ले से चालू है .. और अभी भी कई धर्मालुओं की मदद की जा रही है .. और ऐसे धर्मालुओं में समाज के सभी वर्ग शामिल रहे - जिनमें नेता भी शामिल रहे जिन नेताओं में सत्ताधीश भी शामिल रहे .. .. यानि लाइन में लगे लोग तो बेचारे भगवान् तक से ठगे गए .. .. अब ये सब भगवान् के मारे - 'भगवन भगवन भगवन' या 'मोदी मोदी मोदी' कहें - क्या फर्क पड़ता है .. .. आखिर तो भगवान् और मोदी की स्पष्ट 'किरपा' से ही तो सब संभव हो पाया .. .. है ना ..../ मेरे दिमाग की बातें - दिल से .. ब्रह्म प्रकाश दुआ


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