Saturday 24 December 2016

/.. तमाम विरोध के बावजूद - बिना औचित्य बिना मांग बिना ज़रुरत के - मोदी जी द्वारा समुद्र में ३६०० करोड़ की लागत से कभी नहीं बननेवाले शिवाजी स्मारक का जल पर भूमिपूजन कर मारा .. मैं मोदी जी के इस कृत्य की भर्त्सना करता हूँ .. .. अब यह मत पूछना क्यों ?? .. क्योंकि ना तो मोदी ने मुझ से पूछ कर नोटबंदी करी थी - और ना ही मुझसे पटेल स्टेचू की अनुमति ली - ना ही बुलेट ट्रेन की और ना ही शिवाजी स्मारक की .. .. और ना ही गरीब जनता के लिए अब तक एक कौड़ी का काम किया .. और ना ही विकास का कोई कार्य .. .. और सनक ऐसी सवार हो जाती है कि यदि कोई ठस बुद्धि में ठसा दे कि यदि बुलेट ट्रेन की बजाय शिवाजी और पटेल के बीच हवा में एक अटल मोदी रोपवे ट्राली चलाई जाए तो दुनियाभर के बेवकूफ इसे देखने आएँगे - तो फिर क्या .. बेवकूफों के लिए समर्पित साहेब तो लटक अटक ही जाएंगे ..../.... मेरे दिमाग की बातें - दिल से .. ब्रह्म प्रकाश दुआ


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