Monday 26 December 2016

/.. प्रधानमंत्री छद्म वीर मोदी को जब विपक्ष के उनसे भी ज्यादा छद्म वीरों ने संसद में बोलने नहीं दिया - और जबकि मोदी नोटबंदी के विषय में बहस के लिए आतुर थे - तो मोदी ने भी वीरता का परिचय दे पूरे देश में रैलियों में दर-दर भटकते हुए जनता से सीधा एकतरफा संवाद कर मारा .. और विपक्ष के वीरों को बता दिया ठेंगा ?!?! .... पर फिर नोटबंदी फेल हुई - तो बारी आई कैशलेस की - और फिर जनता के दिमाग की बत्ती जल गई - और जनता पूछ बैठी - जब सबके लिए कैशलेस तो सभी पार्टियों के चंदे कैशलेस क्यों नहीं ?? .. और बस देखते-देखते सभी छद्म वीरों की फूँक निकल गई .. और जो बेचारे मोदी तथाकथित रूप से पार्टियों के फण्ड वाले मुद्दे पर संसद में बहस चाहते थे - इस बार टेका लगा गए .. यदि विपक्ष बहस से भाग गई तो कर भी क्या सकते हैं ?? .. .. और इसलिए मेरी प्रतिक्रिया .. क्यों वीर मोदी जी !! जनता तो तुम्हें धैर्य और भरोसे से सुनती है - तो फिर इस बार भी अपनी बात सीधे जनता से क्यों नहीं ?? .. कर दो ना एकतरफा घोषणा कि भाजपा आज से १००% कैशलेस .. .. या फिर मान लो कि वो तुम ही थे जो घोंचू जैसे संसद की बहस से भागते फिर रहे थे ..../.... मेरे दिमाग की बातें - दिल से .. ब्रह्म प्रकाश दुआ


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