Monday 10 December 2018

// जुमलेबाजों की "डबल इंजिन" वाली सरकारें अब और नहीं.. कभी नहीं !!.. ..//

जब मोदी २०१४ के पूर्व 'मोदी' का प्रचार कर रहे थे तब वो भाजपा शासित प्रदेशों की रैलियों में कहा करते थे कि आप केंद्र में मेरी सरकार बनवाओगे तो प्रदेश में प्रगति की ट्रेन में "डबल इंजिन" की ताकत लगने से प्रदेश की अपार प्रगति होगी.. और जब वो "डबल इंजिन" बोलते थे तो वो अपने पूरे शरीर का भार अपने हाथों पर डाल ताकत पेलने का अद्भुत एक्शन भी करते थे..

और शायद जनता को उनके एक्शन में ही कुछ दम सा लगता दिखाई पड़ा होगा - इसलिए जनता ने भी मोदी को जिता कई सिंगल इंजिनों से चल रही सरकारों में "डबल इंजिन" लगवा दिया था..

और अब जब केंद्र में मोदी की सरकार है और राजस्थान मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा की ही सरकारें हैं - तो भी इन राज्यों की चुनावी रैलियों में मोदी द्वारा ये बताना तो दूर की कौड़ी ही रही कि दूसरा इंजिन लगने का क्या फायदा हुआ - बल्कि इस बार तो वो "डबल इंजिन" बोलते ही नहीं दिखे.. और तो और वो दमखम और दम पेलते अद्भुत एक्शन भी नहीं दिखे..

ऐसा क्यूँ ??..

और यदि आप ये सोच रहे हैं कि मोदी को इन तीनों राज्यों में भाजपा की सरकारें जाने का एहसास हो गया है इसलिए वे अब "डबल इंजिन" की बात नहीं कर रहे हैं तो आप केवल सीमित परिधि वाला अर्ध सत्य ही सोच रहे हैं.. क्योंकि अब जनता बहुत शानी हो गई है - और आगामी पूर्ण सत्य ये है कि.. यदि इन ३ राज्यों में जनता भाजपा को हराकर कांग्रेस को जिता देती है तो फिर तो २०१९ में भी "डबल इंजिन" की भाजपा सरकार कैसे बनेगी ??.. फिर तो कांग्रेस की "डबल इंजिन" वाली सरकार ही संभव हो सकेगी.. है ना ??.. हा !! हा !! हा !!..

बस भक्त इसलिए ही उदास हैं और मोदी इसलिए ही परेशान - क्योंकि अब ना तो कोई दम लग पा रहा है - और ना ही कोई दम बचा है..

और ऐसा इसलिए हो गया है कि पिछले ५४ महीनों में दोनों इंजिन अपनी इच्छा स्वार्थ और सहूलियत के अनुसार मनमानी विपरीत दिशा में अपना दम लगाते हुए ट्रेन के अस्थि पंजर ढीले कर चुके हैं.. और अंततः खुद ही लस्त-पस्त हो चुके हैं.. और अब दोनों की स्टीम नीचे से आवाज़ करती निकल रही है..

और अंत में प्रिय भक्तों के नाम एक संदेश !!.. कोई भी देश या कौम ऊटपटांग उपमाओं या जुमलेबाज़ी के भरोसे प्रगति नहीं कर सकती.. और २०१९ के बाद भाजपा की "डबल इंजिन" वाली एक भी सरकार अस्तित्व में रह नहीं सकती..

और ऐसा मैं इसलिए भी कह रहा हूँ क्योंकि संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत के पहले एकता के साथ रणनीति बनाने के लिए सभी विपक्षी दलों की महत्वपूर्ण बैठक आज होने जा रही है.. और कृपया गौर करें कि अरविन्द केजरीवाल भी इस मीटिंग में भाग लेने वाले हैं.. समझे !! नहीं समझे ??.. अरे भाई अब कई जेसीबी मशीनें आपकी जमीन खोदने एकसाथ पहुँचने का प्रयास कर रही हैं !!.. सावधान !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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