Wednesday 12 December 2018

// बड़बोले संबित पात्रा की बद्तमीज़ियाँ.. और बड़बोले मोदी की चुप्पियाँ.. ले डूबीं !!.. ..//


५ राज्यों के चुनाव परिणाम आ गए.. और ३ राज्यों में कांग्रेस की जीत ऱाहुल के सर सेहरा बन गई - और ५ राज्यों में निरंक परिणाम मोदी के मत्थे फूट गए..

कांग्रेस की बड़ी कामयाबी के पीछे निश्चित ही ऱाहुल गाँधी का लगन और अक्ल के साथ किया गया परिश्रम और उनकी नैसर्गिक खानदानी राजनीतिक काबलियत रही है..
पर मेरी नज़र में इसके कुछ और कारण भी रहे.. ..

और उन अन्य कारणों में.. .. एक तरफ तो गोदी मीडिया के टीवी चैनल्स पर बड़बोले संबित पात्रा की भयंकर अराजक चिल्लाचोट से पूर्ण - बदतमीज़ी से भरपूर - और बहस करने की भोंडी कला से परिपूर्ण - वो समस्त बहस भी रहीं - जिसमें संबित पात्रा अथक और लगातार ऱाहुल और उनके पूरे खानदान का इरादतन उपहास करते रहे - और अपने विरोधियों को गाली-गलौज तक के स्तर पर उतरकर नीचा दिखाने का ही प्रयास करते रहे..

और दूसरी तरफ देश के प्रधानमंत्री भी अत्यधिक चुनावी रैलियों में अपनी ही भोंडी शैली में भाषणबाज़ी करते हुए - ऱाहुल और उनके खानदान का तो उपहास करते ही रहे - पर एक प्रधानमंत्री से और जनता से जुड़े हर एक मामले पर एक घुन्ने अपराधी जैसे चुप्पी साधे रहे..

और परिणाम ना केवल ये हुआ कि ०-५ के निरंक से सुशोभित हो गए.. अपितु परिणाम यह भी है कि आगे क्या करें इसमें भी बहुत उलझनें खड़ी हो गई हैं.. ..

क्योंकि यदि संबित पात्रा ने बहस करने की अपनी कला में और मोदी ने अपने भाषण देने की कला में परिवर्तन कर पूर्ण शालीनता बरतने का प्रयास किया - तो शायद वो भी भक्तों को रास नहीं आएगा और शायद अब लोगों को आकर्षित भी नहीं करेगा.. क्योंकि उदाहरण के तौर पर - यदि एक दबंग गुर्राता भौंकता कुत्ता एकदम से भौंकना बंदकर कूँ-कूँ मिमियाने लगे तो भी तो अटपटा ही लगेगा ना !!..

और इसलिए भक्तों के नाम भी एक संदेश !!..
हर व्यक्ति को ईश्वर ने एक विशेष गुण से बख्शा होता है - यदि व्यक्ति अपने उस गुण को पहचान उसका सदुपयोग कर ले तो वो कृतार्थ हो जाता है या तर जाता है - पर यदि वो उसी गुण का दुरूपयोग कर बैठता है तो वो बर्बाद हो जाता है.. मसलन यदि ईश्वर ने आपको भक्ति-गुण से नवाज़ा है तो उसका भी सदुपयोग करें - दुरूपयोग कदापि नहीं..
बाकी तो भक्ति भी आपकी और आगे मर्ज़ी भी आपकी !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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