Wednesday 6 February 2019

// यदि कपिल सिब्बल टुच्चे.. तो फिर पूरी वीएचपी क्या ??.. //


अब वीएचपी ने घोषणा कर दी है कि राम मदिर निर्माण आंदोलन ४ माह तक स्थगित.. यानि अब जो करेंगे २०१९ लोकसभा चुनाव के बाद.. ..

पर एक कपिल सिब्बल जिसने न्यायालय में खड़े हो कर कहा था कि राम मंदिर मुद्दे की सुनवाई २०१९ लोकसभा चुनाव तक टाल दी जाए.. उसे तो इतना कोसा गया था कि पूछो मत.. दल्ला दलाल कोंग्रेसी खांग्रेसी दोगला अधर्मी और टुच्चा और ना जाने क्या-क्या !!..

और तब तो जुमलेबाजों धोखेबाजों और टुच्चों ने यहाँ तक कह दिया था कि..
राम मंदिर निर्माण का चुनावों से कोई लेना देना नहीं.. ये तो आस्था का विषय.. चाहे जो हो जाए मंदिर निर्माण तत्काल शुरू हो.. अन्यथा साधू संत समाज ये कर देगा वो कर देगा.. सौगंध राम की खाते हैं मंदिर वहीँ बनाएंगे भले ही तारीख ना भी बता पाएं पर भव्य मंदिर निर्माण का काम मोदी-योगी भाजपाई सरकार के रहते ही २०१९ चुनाव पूर्व ही शुरू होकर रहेगा.. और सिब्बल सहित कांग्रेस या अन्य विपक्षी दल या अधर्मी कितना ही दम लगा लें - संकल्प तो पूरा होकर रहेगा.. अब तो ऐसा हो जाएगा वैसा हो जाएगा.. अध्यादेश आ जाएगा.. नया कानून बन जाएगा.. ..
और साथ ही यह भी कहा था कि.. हम न्यायालय का सम्मान तो करते हैं पर न्यायालय को भी आगाह करते हैं.. तारीख पर तारिख अब नहीं चलेगी.. सब्र करने की भी कोई सीमा होती है - और सबके सब्र का बांध टूट रहा है.. कोर्ट को भी जन भावनाओं का सम्मान करना पड़ेगा.. आदि अनादि के साथ.. जय श्री राम !!.. वंदे मातरम !!.. भारत माता की जय !!..

और मैं सोच रहा हूँ कि..
यदि कपिल सिब्बल टुच्चे.. तो फिर पूरी वीएचपी क्या ??..

और भक्तों का अब क्या कहना है ??.. वो खुश हैं या आह्लादित ??.. या फिर आदतन फ़ोकट कपड़े तो नहीं फाड़ रहे ??..

और हमेशा की तरह भक्तों को एक सुझाव.. ..
पिछले ४-६ महीने में गोदी मीडिया द्वारा असली मुद्दे छोड़ राम मंदिर मुद्दे पर कराई गई हज़ारों घंटों की चिल्लाती बहसों और पानी में घुसती भैंसो को जरूर देखें.. भरपूर मनोरंजन प्राप्त होगा.. शर्तिया !!..

वैसे भक्तों को एक बात और बताता चलूँ.. ..
ये तो साबित ही है कि.. कपिल सिब्बल एक अनुभवी और काबिल वकील हैं.. कानूनी दांव पेंच में माहिर.. कोई शक़ ?? या कोई आपत्ति ?? या पेट में दर्द ??..
हा !! हा !! हा !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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