Monday 25 June 2018

// रेलगाड़ी रेड़गाड़ी.. दो डिब्बों की रेलगाड़ी - दो इंजन की रेड़गाड़ी.. धकधकाधकधक..//


करीब ३ साल पहले जम्मू-कश्मीर में एक दो डिब्बे की रेलगाड़ी का उद्घाटन हुआ था.. एक डिब्बे का रंग भगवा था और दूसरे का हरा.. और इसका एक इंजन लोकल कश्मीरी था और एक दिल्ली से आकर लग लिया था.. और इंजन दोनों काले स्याह ही थे..

यानि दो इंजन की गाड़ी.. और खासियत ये कि दोनों इंजन आगे पीछे यानि विपरीत दिशाओं में बखूबी चलने के लायक थे.. और इसलिए छुकछुक-छुकछुक धकधक-धकधक ये गाड़ी आगे पीछे होती रही.. और दोनों इंजन खटपट-खटपट छू-छू सू-सू और खटर-पटर भी करते रहे.. और दोनों इंजनों की धक्कम-पेल में दोनों डिब्बे क्षतिग्रस्त होते रहे..

और डिब्बों के रंग की चमक दमक भी फीकी हो चली.. हरे डिब्बे पर लहू के लाल छींटे लगते रहे और भगवा भी घिस-घिस के फीका बदरंगी हो चला..

और फिर अंततः .. एक इंजन पटरी छोड़ खेतों में घुस गया और फिर दूसरा भी खलिहान में जा घुसा..
और अब डिब्बे पटरी से उतर दुर्घटना वाले उसी उद्घाटन स्थल पर उलटे पलटे असहाय से पड़े हैं.. और रेलमार्ग पूर्ण रूप से बाधित हो अवरुद्ध हो चुका है..

दुर्घटना की जांच बैठ गई है.. बयानबाजी जारी है.. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.. और दोषी कोई होगा भी इसका सवाल ही नहीं उठता.. बाकी खामोश !!..

उपरोक्त घटना के वर्णन करने का मेरा उद्देश्य केवल इतना था कि देश के चौकीदार सेवक कहलाने वाले और अपने को देश के मालिक मानने वाले मोदी - जो हमेशा दो इंजनों की बातें करते हुए वोटों की जुगाड़ करते रहे - उनसे सावधान होने की जरूरत है.. क्योंकि ये काला इंजन केवल अपनी दिशा में ही धक्कमपेल करने का आदी है.. इसलिए ये हमेशा दूसरे इंजन के विरुद्ध ही अपनी ताकत जाया करेगा.. और ये जिस गाड़ी में भी लगेगा उसे रेड़गाड़ी बना के छोड़ेगा..

और मेरी बात के समर्थन में दिल्ली का उदाहरण भी मेरे सामने है.. जहां मोदी का इंजन बेपटरी हो दिल्ली में खुल्ले सांड की तरह घूम-घूम केजरीवाल के इंजन को रोकने पलटने के प्रयास ही करने में अपनी पूरी ताकत झोंके हुए है.. आपत्तिजनक अफसोसजनक और शर्मनाक !!

और अंत में रेल विशेषज्ञ भक्तों के लिए भी कुछ प्रश्न.. क्यों ये बुलेट ट्रेन में कितने इंजन लगेंगे ??.. दो या ४-५ जिनमें से एक तो विदेशी होगा और एक तो ठेठ देशी राज ठाकरे का भी होगा ही ना ??.. और ये ट्रेन गुजराती होगी या मराठी या जापानी ??.. या फिर जम्मू-कश्मीर जैसे दो डिब्बे वाली ??.. और ये ट्रेन भी "भारतीय रेल" तो नहीं हो सकेगी ना ??.. और क्या ये भी धकधक या छुकछुक ही तो नहीं करती रह जाएगी ??.. यानि ये भी एक और रेड़गाड़ी ही होगी ना !!.. धकधकाधकधक !!.. ..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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