Tuesday 26 June 2018

// "आपातकाल".. तब और अब !!.. इंदिरा तब हारी - अब ??.. ..//


आज अभी मोदी मुंबई में "आपातकाल" पर फेंक रहे थे.. और वो इंदिरा द्वारा १९७५ में लगाए गए आपातकाल के विरोध में बखूबी बखान कर रहे थे.. बता रहे थे कि आपातकाल कितना गलत था कितना क्रूर था कितना अलोकतांत्रिक था कितना भयावह था कितना नुकसानदेह था.. आदि अनादि !!..

और.. मुझे पुख्ता एहसास हो गया कि देश में वैसे ही हालात एक बार फिर कुछ बदले रूप में पर उससे भी ज्यादा भयावह रूप में बन चुके हैं.. और आपातकाल के बाद जो हाल देश ने इंदिरा का किया था वैसा ही हाल मोदी का भी होना ही चाहिए..

और आशा करता हूँ ऐसा ही होगा..
जनता ने तब भी समझदारी का परिचय दिया था और अब भी देगी.. 
देश तब भी बच गया था.. देश अब भी बचेगा..
लोकतंत्र की तब भी जीत हुई थी अब भी होकर रहेगी..
तब चुनावों में इंदिरा हारी थी.. अब मोदी हारेगा..

और कहते हैं कि इंदिरा को उनकी "कोटरी" ले डूबी थी.. और आज "अंधभक्त" मोदी को ले डूबेंगे !!..

और तब जय प्रकाश नारायण ने जनता का मार्गदर्शन किया था.. आज शायद अरविन्द केजरीवाल या फिर कन्हैया कुमार या फिर रवीश कुमार वो काम करते दिख रहे हैं..

यानि इतिहास अपने आप को दोहराता है और दोहराएगा.. और मोदी जाएगा..
जय हिन्द !!

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl

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