Monday 3 September 2018

// अब मिलियन डॉलर (रू.७१ वाला) सवाल.. क्या ठस भक्त भी सोचना शुरू करेंगे ??..//


मान लो..
यदि पाकिस्तान तबाह कर दिया जाए या मोदीनसीब से हो जाए..
राम मंदिर बन जाए.. धारा ३७० समाप्त हो जाए.. और यूसीसी लागू हो जाए..
सारे घुसपैठिये देश बाहर हो जाएं.. देश हिन्दू राष्ट्र घोषित हो जाए..
वंदे मातरम् बोलना अनिवार्य हो जाए.. जेएनयू पर ताला लग जाए..
एससी/एसटी एक्ट कोर्ट के बजाय सरकार और दलितों के हिसाब से हो जाए..
सवर्ण दलित और अन्य सभी पटेल जाट गुर्जर आदि आरक्षण टंटे पर मोदी का जो भी फॉर्मूला हो देशहित में सर्वमान्य हो जाए..
बुलेट ट्रेन चलने लगे.. पटेल की मूर्ती चमकने लगे..
गाय से लोग चमकने लगे.. संघियों से बिदकने लगें..
भाजपाइयों की किस्मत चमकने लगे.. और कांग्रेस नेस्तनाबूद हो जाए.. आदि !!.. ..

पर साथ ही शरीफ लोग भी गुंडों से चमकने लगें.. महिलाएं अपनी किस्मत पर रोने लगें.. रोज़मर्रा की वस्तुओं और सेवाओं के भाव बढे हुए हों.. भ्रष्टाचार चरम पर ही हो.. आपसी भाईचारा समाप्त हो लोग एक दूसरे के खून के प्यासे हों.. शिक्षा स्वास्थ्य कानून व्यवस्थाएं चरमराई हुई हों.. गरीब मर रहा हो.. मध्यमवर्गी उलझा हुआ हो.. उच्चवर्गीय मज़े में हो.. रविश कुमार पुण्य प्रसून अभिसार आदि चाय पकोड़े का ठेला लगाए हुए हों.. और केजरीवाल राजनीति से सन्यास ले घर बैठे आराम फरमा रहे हों.. 

और लाज़मी तौर पर..  तब इस देश के भक्त भी स्वाभाविक ही समस्याग्रस्त हो हैरान परेशान ही हों.. तब क्या ????..

बस !!.. तब क्या ??.. इसी बात पर रुकें और ज़रा गौर फरमाएं.. ..
गौर फरमाएं कि भक्तों की इतनी धूर्तता और मूर्खता के बावजूद भी हम इन एहसान फरामोश भक्तों के बारे में सोचते हैं और उनके भविष्य के बारे में भी चिंतित ही हैं..
पर क्या भक्त भी कभी ऐसा ही हमारे और देश के बारे में सोचेंगे ??..

और मेरा जवाब है कि जब तक भक्त सोचना शुरू ही नहीं करेंगे तो फिर क्या खाक़ सोचेंगे ??.. और इस बारे में आप भी सोचिएगा..  क्योंकि देश के सामने अब मिलियन डॉलर (रू.७१ वाला) सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि क्या ठस भक्त भी अपनी जन्मपत्री पर लात मारकर सोचना शुरू करेंगे ????..     

और यदि भक्त सोचना शुरू नहीं करेंगे तो क्या होगा ??..
कुछ नहीं होगा मित्रों कुछ नहीं होगा !!.. क्योंकि आजकल तो साहेब ही सोच में पड़ गए हैं कि आखिर ये सोशल मीडिया की गन्दगी को कैसे रोका जाए ??..

तो बस आप तो इन तमाम बेवकूफों को नज़रअंदाज़ कर हर मौका ताड़ पेलते रहें..
और जब तक राहुल मानसरोवर से वापस नहीं लौट आते तब तक इन्हें रोने कलपने दें कि - हाय !! राहुल आखिर चले क्यों गए ??.. और जब राहुल वापस आ जाएं तो इन्हें चीं-चीन-चीं करते रहने दें.. हाहाहाहाहा !!..

ब्रह्म प्रकाश दुआ
'मेरे दिमाग की बातें - दिल से':- https://www.facebook.com/bpdua2016/?ref=hl
मेरा ब्लॉग:- http://bpdua.blogspot.in/

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