Thursday 19 January 2017

// मोदी काम तो कर रहे हैं - पर किसी काम के नहीं .... इसलिए सावधान !! ....//


अंतरराष्ट्रीय सौदे रक्षा सौदे और ऐसे धंधे या धंधों के सौदे जिसमें सरकार परोक्ष अपरोक्ष रूप से सीधे उल्टे शामिल हो - उसमें सरकारी पेटे नेताओं एवं अधिकारियों को मांगी हुई हड़पी हुई या रूटीन में प्राप्त होने वाली दलाली प्राप्त होने या लेने की बातें हमेशा से लगातार छन बन ठन कर बाहर आती रही हैं - और परदे के पीछे होने के बावजूद भी सबको मालुम है और सबको पक्का यकीन है कि ऐसा कुछ कुछ और बहुत कुछ तो होता ही है ....
और मैं देख रहा हूँ कि इस क्षेत्र में मोदी सरकार ने पूर्व से चलते आ रहे काम में बहुत रूचि ले इसे और बढ़ा दिया है ....

फिर राष्ट्रीय स्तर पर किसी भी सरकारी नेता या अधिकारियों का चहेता काम होता है ठेकेदारी के माध्यम से ठेके पर दिए जाने वाले काम - जिसे आजकल 'इंफ्रास्ट्रक्चर' की संज्ञा दी जाती है .. और इसमें भी दलाली जैसी वित्त वाली कमीशन या परसेंटेज का अच्छा ख़ासा आदान प्रदान होता ही है ....
और मैं देख रहा हूँ कि इस क्षेत्र में मोदी सरकार ने पूर्व से चलते आ रहे कार्यों को अपने वालों को दे आवक जावक की पारदर्शिता पर थोड़ा पर्दा डालते हुए अच्छी मलाई-कमाई का कार्य किया है ....

फिर कुछ कार्य फोकटिया होते हैं .. जो बहुत उपयोगी अच्छे होते हैं .. पर जिस पर सरकार के कार्य की मद में सीधे-सीधे कोई पैसे नहीं लगते .... पर ऐसे कार्यों को करने-कराने के लिए लंबी चौड़ी बातें कर महान बना जाता है .... और कभी कभार तो युग पुरुष जैसा होने का आभास भी कराया जाता है - जिसके लिए धड़ल्ले से सरकारी विज्ञापनों का भी सहारा लिया जाता है .. और इस प्रकार सरकारी खजाने का पैसा मीडिया में आधिकारिक रूप से चुप चाप दे दिया जाता है जिसे कि सरकारी रिश्वत लेने के उलट सरकारी रिश्वत देना मान जाता है .. और फिर सरकारी माध्यम से ऐसे मुंहहिलाऊ कार्यों को करने-कराने का प्रचार प्रसार किया जाता है .. और इस कार्य में मोदी जी से पारंगत कोई नहीं .. और ये फोकटिये मुंहहिलाऊ कार्य करने-कराने में सरकार ने गजब की सफलता पाई है .... मसलन जैसे सफाई रखें - योग करें - शहीदों को याद करें - गौरक्षा करें - सरकारी पूर्वजों को याद करते रहें - सेना का गुणगान करते रहें - दुश्मनों को गालियां देते रहें - बैंको की लाइनों में खड़े रहें - अपने अपने धर्म की रक्षा भी करते रहें - अपनी सांस्कृतिक धरोहर का ख्याल रखें - शिक्षा पर ध्यान दें - चरखा चलाएं - शौच शौचालय में करें - आदि - अनादि ....

तो उपरोक्त एवं कुछ अन्य मद या अन्य क्षेत्र के कार्य भी सरकार के लिए आकर्षण और फायदे और उपयोग के होते हैं - जो होते ही रहते हैं - जो अपने आप होते रहते है - जो बिना प्रयास के भी होते हैं - और जिनके लिए प्रयास भी होते हैं - इसलिए ये कार्य हो ही जाते हैं - और इसलिए ऐसे कुछ कार्य हो गए हैं - या हो गए दिख से रहे हैं ....

पर जो मुश्किल काम हैं वो हैं .. सर्वप्रथम भूखों का पेट भरना - इज़्ज़त वाले नंगों का तन ढंकना - और पिछड़ों को अगड़ों के समक्ष लाकर खड़े करने हेतु उनकी शिक्षा और स्वास्थ्य के कार्य करना .... और ऐसे काम करने से लगता है मोदी जी को एलर्जी है .. पर ऐसे कार्य करने का दम्भ तो भरा ही जाता रहा है - और अभी तो पूर्व से भी ज्यादा भरा जा रहा है ....

इसलिए गरीब की जानिब आप कह सकते हैं कि .. मोदी काम तो कर रहे हैं - पर किसी काम के नहीं ....

और इसलिए मेरा दिल दिमाग कहता है कि मोदी जी एक अंतरराष्ट्रीय बिज़नेस कॉकस के सीईओ के रूप में बेहतरीन कार्य कर रहे हैं - जो इस देश के लिए और इस देश के गरीब के लिए घातक है ....

इसलिए सावधान !! .. अब कुछ काम तो आपको भी करना ही होगा .. उलटफेर तो करना ही होगा - वो भी गरीब की खातिर .. धन्यवाद  !!!!

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1 comment:

  1. सर , आप बहुत अच्छा लिखते है और सच्चा लिखते है, परन्तु दुःख है कि महान लोगों को ये बातें समझ में नहीं आती। और शायद तब समझ में आये जब कुछ न बचा हो।

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