/.. ये लो !! .. खुल्ले तोते दिल्ली सचिवालय पहुंचे !! .. .. अब तक दड़बे में मिर्च मसल्लम खा रहे थे क्या ?? - जबकि गंभीर अपराध तो ६-८ महीने पहले का है - नहीं क्या ?? .. .. लगता है जरूर तोते हाथ से उड़ गए होंगे .. चुनाव का समय जो है .. इसलिए ही तो कहता हूँ .. बच्चू !! हाथ मलते रह जाओगे - चरखा चलाते रह जाओगे .. हा !! हा !! हा !! ..../.... मेरे दिमाग की बातें - दिल से .. ब्रह्म प्रकाश दुआ
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